Chhath Puja 2020: 36 वर्षों से कर रहे छठ महापर्व, मां ने शुरू किया था; अब पत्नी निभा रही
Chhath Puja 2020 आशा की तीन बेटियां है। एक डॉक्टर और दो निजी कंपनियों में मैनेजर के पोस्ट में कार्यरत है। हर साल छठ महापर्व में सभी बेटियां अपने पूरे परिवार के साथ मां के पास पहुंचकर छठ मनाती है।
रांची, जासं। अपनी संतानों की लंबी उम्र और उनके स्वास्थ्य की मंगलकामना के लिए रिम्स के पूर्व प्रभारी निदेशक सह पैथोलॉजी विभाग के पूर्व विभागाध्यक्ष डॉ. आरके श्रीवास्तव की पत्नी आशा श्रीवास्तव पिछले 36 सालों से छठ व्रत कर रही हैं। डॉ. आरके श्रीवास्तव ने बताया कि उनकी पत्नी 1984 से लगातार व्रत को श्रद्धा के साथ बेटियों के साथ मिलकर करती है। आशा की तीन बेटियां है। एक डॉक्टर है और दो निजी कंपनियों में मैनेजर के पोस्ट पर कार्यरत है।
बड़ी बेटी प्रियंका श्रीवास्तव का रांची में ही नर्सिंग होम है, वहीं दूसरी बेटी बेंगलुरु में अमेजन कंपनी में और तीसरी क्लियर टैक्स कंपनी में मैनेजर है। हर साल छठ महापर्व में सभी बेटियां अपने पूरे परिवार के साथ मां के पास आकर छठ मनाती है। डॉ. श्रीवास्तव ने बताया कि छठ महापर्व की शुरुआत उनकी मां ने की थी। उसी परंपरा को उनकी पत्नी आज भी निभा रही है। इस साल मां के साथ बड़ी बेटी भी छठ कर रही है।
डॉक्टर्स कॉलोनी से शुरू होकर अब घर के छत पर होता है पूजा
आशा श्रीवास्तव ने छठ पूजा की शुरुआत बरियातू स्थित डॉक्टर्स कॉलोनी से की थी। समय बदला, घर बदले, फिरायालाल स्थित अपार्टमेंट में शिफ्ट होने के बाद फिरायालाल तालाब में छठ पर्व किया। वहीं इतने सालों के बाद अब रत्नावली अपार्टमेंट में घर के छत पर ही टैंक बनाकर परिजनों के साथ मिलकर छठ करने की तैयारी है।
अमेरिका में डाक्टर दंपति श्रद्धा से करते हैं छठ महापर्व
इधर, छठ महापर्व भारत के साथ विदेशों में भी धूमधाम से मनाया जा रहा है। रांची के रहने वाले राहुल चौधरी और उनकी पत्नी श्रद्धा प्रकाश चौधरी अमेरिका के बोस्टन में सालों से इस त्योहार को श्रद्धा के साथ मनाते हैं। उनके करीबी रिम्स के डॉ. आरके श्रीवास्तव ने बताया कि दोनों पिछले पांच सालों से बोस्टन में बसे हैं और तीन सालों से अपने घर में ही छठ महापर्व कर रहे हैं। हिंदू धर्म के सभी त्योहार यह दंपती पूरे रीति रिवाज से मनाते हैं। अमेरिका की सरकार और वहां बसे अन्य भारतीय नागरिक इसमें उनका पूरा सहयोग करते हैं।