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Chhath Puja 2020: झारखंड सरकार ने बदला निर्देश, अब घाटों पर कर सकेंगे छठ पूजा

Jharkhand Chhath Puja Guidelines News झारखंड सरकार ने संशोधित दिशा-निर्देश जारी किए हैं। मुख्यमंत्री ने लोगों से सुरक्षित शारीरिक दूरी के पालन का अनुरोध किया है। मंगलवार को झारखंड मंत्रालय में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने इसकी जानकारी दी।

By Sujeet Kumar SumanEdited By: Published: Tue, 17 Nov 2020 09:06 PM (IST)Updated: Wed, 18 Nov 2020 05:53 PM (IST)
Chhath Puja 2020: झारखंड सरकार ने बदला निर्देश, अब घाटों पर कर सकेंगे छठ पूजा
झारखंड के मुख्‍यमंत्री हेमंत सोरेन। फाइल फोटो

रांची, राज्य ब्यूरो। नदियों और तालाबों के किनारे छठ पूजा की छूट के लिए लोगों की मांग और संगठनों के दबाव को देखते हुए झारखंड सरकार ने संशोधित दिशानिर्देश जारी कर छठ घाटों पर पूजा की अनुमति दे दी है। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और स्वास्थ्य एवं आपदा प्रबंधन मंत्री बन्ना गुप्ता की उपस्थिति में मंगलवार को राज्य  आपदा प्रबंधन प्राधिकार के सदस्यों की बैठक में यह निर्णय लिया गया। बैठक में सीएम ने पूजा के सुरक्षित आयोजन को लेकर कई निर्देश भी दिए।

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इससे पहले सरकार ने घाटों पर पूजा के आयोजन पर प्रतिबंध लगाते हुए लोगों से घरों में ही छठ पूजा करने की अपील की थी। भाजपा और हिंदू संगठनों समेत झामुमो, कांग्रेस और सरकार के सहयोगी दलों ने भी जनभावना के मद्देनजर सरकार से इस फैसले पर पुनर्विचार का आग्रह किया था। जगह-जगह फैसले के खिलाफ विरोध-प्रदर्शन भी हो रहे थे।

मंगलवार को झारखंड मंत्रालय में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि संशोधित दिशा-निर्देश के मुताबिक सुरक्षित शारीरिक दूरी के नियमों का अनुपालन करते हुए तालाबों और घाटों पर छठ पूजा की अनुमति दी गई है। राज्य सरकार ने पूर्व में तालाब, डैम, झील और नदी किनारे व घाटों पर पूजा करने पर लगी रोक के आदेश को वापस ले लिया है।

मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा है कि छठ घाटों पर शारीरिक दूरी और कोरोना से बचाव के मद्देनजर जारी सुरक्षा के नियमों का पालन करते हुए लोग कम संख्या में लोग पूजा कर सकते हैं। मुख्यमंत्री ने यह भी आग्रह किया कि बेहतर यही होगा कि अधिकाधिक संख्या में घरों में ही छठ पूजा करें। नदी, तालाबों के घाटों समेत सार्वजनिक जलाशयों में कम संख्या में ही लोग जाएं। साथ ही मास्‍क पहनने, सैनिटाइजर का इस्तेमाल करने और सुरक्षित शारीरिक दूरी की सावधानी और निर्देश का अवश्य पालन करें।

बैठक में मुख्य सचिव सुखदेव सिंह, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव राजीव अरुण एक्का, स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव डा. नितिन मदन कुलकर्णी, वित्त विभाग की प्रधान सचिव हिमानी पांडेय, आपदा प्रबंधन विभाग के सचिव अमिताभ कौशल और कृषि पशुपालन एवं सहकारिता विभाग के सचिव अबू बकर सिद्दीक ने भी अपनी राय रखी।

भाजपा ने किया आस्था के पर्व का राजनीतिकरण : हेमंत सोरेन

मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा है कि भाजपा के नेताओं ने आस्था के पर्व को राजनीतिक रंग देने का प्रयास किया। छठ पूजा को लेकर आपदा प्रबंधन विभाग की ओर से पूर्व में जारी आदेश केंद्र सरकार और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दिशानिर्देशों को ध्यान में रखते हुए निकाला गया था। प्रधानमंत्री का कहना है कि जब तक दवाई नहीं, तब तक ढिलाई नहीं और भाजपा के साथी ही इसमें ढिलाई की मांग कर रहे हैं।

दो गज की दूरी है जरूरी

मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार ने जनभावना को ध्यान में रखते हुए लोगों को नदी और तालाब के किनारे शारीरिक दूरी, सैनिटाइजेशन, मुंह पर मास्क और दो गज की सुरक्षित दूरी के साथ छठ घाटों पर भी छठ पर्व मनाने की इजाजत दी गई है। राज्य सरकार की पहली प्राथमिकता जनता की सुरक्षा और उनकी जान-माल की रक्षा है। इस पर्व के माध्यम से परिवार के सदस्यों की लंबी उम्र की कामना भी की जाती है। कोरोना संक्रमण अभी खत्म नहीं हुआ है। छठ पूजा के दौरान सामाजिक दूरी, सैनिटाइजेशन, मुंह पर मास्क, दो गज की दूरी का अनुपालन आवश्यक है।

बिहार चुनाव में लगे 50 फीसद पुलिसकर्मी कोरोना संक्रमित

मुख्यमंत्री ने कहा कि बिहार विधानसभा चुनाव में लगाए गए पुलिस और सीआरपीएफ के जवानों में आधे कोरोना संक्रमित हो गए हैं। छठ पर्व पर भी झारखंड से काफी संख्या में लोग बिहार गए हैं। ये लोग किन हालात में वापस आएंगे, ये उनके लौटने के बाद ही पता चल सकेगा।

इन निर्देशों का करना होगा पालन

1. नदी, तालाब, डैम, झील में एक-दूसरे से छह फीट की रखनी होगी दूरी

2. मास्क पहना होगा आवश्यक, सार्वजनिक स्थानों खासकर जलाशयों में थूकना मना।

3. नदी, तालाब, डैम, झील और जलाशयों के किनारे नहीं लगेंगे स्टाल।

4. सार्वजनिक स्थानों पर आतिशबाजी की मनाही।

5. संगीत अथवा किसी प्रकार के मनोरंजन कार्यक्रम पर भी रोक।

6. छठ समितियां जिला प्रशासन को दिशा-निर्देश के अनुपालन में सहयोग करेंगी।

7. नियमों के उल्लंघन पर आपदा प्रबंधन अधिनियम के तहत कानूनी कार्रवाई।

'फिलहाल विपरीत समय है। कोरोना का संक्रमण अभी वातावरण में है। इसका कोई इलाज नहीं है और इलाज खुद आपके हाथ में है। सरकार ने जनभावना को ध्यान में रखते हुए लोगों को नदी और तालाब के किनारे शारीरिक दूरी, सेनिटाइजेशन, मुंह पर मास्क और दो गज की सुरक्षित दूरी के साथ छठ पर्व मनाने की इजाजत देने का निर्णय किया है। इसके बावजूद मेरा अनुरोध है कि अधिक से अधिक लोग घरों में छठ पर्व मनाएं। वर्षों से लोग घर पर ही छठ मनाते आए हैं और यही इस समय भी जरूरी है।' -हेमंत सोरेन, मुख्यमंत्री, झारखंड।


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