चतरा के ग्रामीणों ने किया चीतल का शिकार, छापेमारी में खाल और सींग बरामद
हंटरगंज थाना क्षेत्र के अकौना गांव से वन कर्मियों ने शुक्रवार को गुप्त सूचना के आधार पर वन्य प्राणी चीतल का खाल और सींग बरामद किया है।
चतरा, जेएनएन। वन्य प्राणियों की हत्या का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। कभी नीलगाय, तो कभी हिरण और कभी चीतल का शिकार किया जा रहा है। ताजा मामला हंटरगंज प्रखंड में सामने आया है। थाना क्षेत्र के अकौना गांव से वन कर्मियों ने शुक्रवार को गुप्त सूचना के आधार पर वन्य प्राणी चीतल का खाल और सींग बरामद किया है। खाल और सींग की बरामदगी यादू यादव के पुत्र सुदी यादव एवं जेठू भारती के पुत्र सोहराय भारती के घरों में बरामद हुआ है।
बरामदगी की जानकारी देते हुए एसीएफ आरके सिंह तथा वनों के क्षेत्र पदाधिकारी सूर्यभूषण कुमार ने देते हुए बताया कि चीतल का शिकार दो दिन पूर्व किया गया है। शिकार करने के बाद ग्रामीणों ने मांस खा गया और खाल एवं सीं को घरों में रखे हुए था। कुछ ग्रामीणों ने इसकी गुप्त सूचना दी। जिसके आलोक में एक टीम का गठन कर उक्त गांव में छापेमारी कर उपर्युक्त लोगों के घरों की तलाशी ली गई।
वनकर्मियों के दल को आते देखकर आराेपी फरार हो गए। लेकिन तलाशी में खाल और सींग बरामद किया गया। इधर गांव के लोगों का कहना है कि दोनों संदिग्धों को वनकर्मियों ने बगैर कोई पूछताछ के जाने दिया। हालांकि एसीएफ ने उनके आरोपों को निराधार बताया है। उन्हाेंने कहा कि संबंधित दोनों व्यक्ति के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। उन्होंने बताया कि गर्मी के दिनों में वन्यप्राणी पानी की खोज में गांव की ओर आ जाते है। वहीं गांव के लोग इन निर्दोष वन्यप्राणियों की हत्या घात लगाकर कर देते हैं।