गया में ईंट भट्ठे पर बंधक बने रांची के दो कामगार, छोड़ने के बदले मालिक मांग रहा आठ हजार
महज ₹8000 के लिए रांची के चान्हाे के रहने वाले दो मजदूरों को भट्ठा मालिक ने बंधक बना लिया है। परिजनों ने उन्हें छुड़ाने की गुहार लगाई है।
रांची, जेएनएन। झारखंड के दो कामगारों को बिहार के गया में बंधक बनाकर रखा गया है। डोभी के एक ईंट भट्ठा पर कमाने गए दोनों मजदूरों के परिजनों से उन्हें छोड़ने के एवज में आठ हजार रुपये की मांग की गई है। जबकि इन मजदूरों के साथ गए उनके गांव के ही तीन युवक भट्ठा से भागकर अपने घर पहुंच गए हैं। जानकारी के मुताबिक राजधानी रांची के चान्हो थाना क्षेत्र के लुंडरी गांव के दो मजदूर सुगन महली व रामू उरांव 8000 रुपये के लिए गया के डोभी स्थित ईंट भट्ठे में चार दिनों से बंधक हैं।
बताया जा रहा है कि ईंट भट्ठे के मालिक ने सुगन महली के परिजनों को फोन कर कहा है कि जबतक उसे 8000 रुपये नही मिलेंगे, वह दोनों को नहीं छोड़ेगा। 40 वर्षीय सुगन 16 जनवरी को गांव के तीन अन्य युवकों के साथ काम करने के लिए डोभी स्थित बीएन ईंट भट्ठे गया था। गांव का ही भट्ठा सरदार और गंदरू उरांव उन्हें वहां ले गया था।
जानकारी के अनुसार चार दिन काम करने के बाद वहां के हालात देख सुगन महली के साथ गए तीन युवक महादेव उरांव, कृष्णा उरांव व जगरनाथ उरांव भट्ठा से भाग खड़े हुए और गांव वापस लौट गए। तीन युवकों के भट्ठा से भाग जाने की सूचना मिलने पर गुस्से में भट्ठा मालिक ने सुगन महली के अलावा वहां पहले से काम कर रहे रामू उरांव को बंधक बना लिया।
बाद में भट्ठा मालिक ने फोन से बंधक बनाए गए दोनों कामगारों के घर वालों को सूचना दी कि भट्ठा से भागे तीनों युवक सुगन के साथ ही आए थे। इसके एवज मे एडवांस के रूप में उसने जो राशि दी थी, जब तक उसकी वापसी नहीं होगी, वह उन्हें नहीं छोड़ेगा। बहरहाल, भट्ठा मालिक का फरमान सुनकर दोनों परिवारों में कोहराम मचा है।