ट्रेनों से स्पेशल टैग हटाने की घोषणा का चैंबर और जेसिया ने किया स्वागत
रेल मंत्रालय द्वारा कोरोना के कारण ट्रेनों में लगाए गए स्पेशल टैग हटाने का निर्णय लिया है।
जागरण संवाददाता, रांची : रेल मंत्रालय द्वारा कोरोना के कारण ट्रेनों में लगाए गए स्पेशल टैग को हटाने की दिशा में विचार करने की बात कही गई है। ताकि इससे आम रेल यात्रियों को किराए में छूट मिल सके। रेल मंत्री अश्वनी वैष्णव के इस बयान का स्वागत व्यापारिक संगठन फेडरेशन ऑफ झारखंड चैंबर ऑफ कामर्स एंड इंडस्ट्रीज (एफजेसीसीआइ) एवं झारखंड स्माल इंडस्ट्रीज एसोसिएशन (जेसिया) ने भी किया है। बता दें कि कोरोना काल से कई रेलवे जोन में ट्रेनों का परिचालन कोरोना स्पेशल के नाम पर हो रहा है। वहीं, सभी ट्रेनों के नंबर के आगे एक की जगह जीरो लगाया गया है। स्पेशल टैग के नाम से ट्रेन चलाए जाने से रेलवे किराए में भी वृद्धि हु़ई है, जो आम लोगों पर एक अतिरिक्त आर्थिक बोझ ही माना जा रहा है। हालांकि अब जबकि कोरोना संक्रमण की स्थिति धीरे-धीरे समान्य हो रही है, तो ट्रेनों का परिचालन भी बढ़ गया है। विगत सोमवार को ओडिशा के झारसुगुड़ में दौरे पर पहुंचे रेल मंत्री अश्वनी वैष्णव ने कहा था कि कोविड की स्थिति समान्य होने के साथ ट्रेनों की आवाजाही भी समान्य होती जा रही है। अब 70 से 80 प्रतिशत ट्रेनें सामान्य रूप से चलने लगी हैं। ऐसे में, कोरोना के कारण ट्रेनों में जो स्पेशल टैग लगाए गए थे। रेलवे उसे भी हटाने की दिशा में विचार कर रहा है। हालांकि इसके लिए आम जनता को दो से तीन माह और इंतजार करना पड़ेगा। इसके बाद बदली हुई किराया नीति से आम लोगों को लाभ होगा। उन्होंने ट्रेनों के नंबर के आगे जीरो हटाने का विचार भी पेश किया। इधर, रेल मंत्री द्वारा दिए गए इस बयान पर राजधानी रांची में एफजेसीसीआइ एवं जेसिया ने प्रसन्नता व्यक्त करते हुए इसे जनहित में बताया। बता दें कि चैंबर द्वारा इससे पूर्व कई बार ट्रेनों में स्पेशल टैग को हटाने को लेकर रेलमंत्री को पत्र लिखा गया है। दो माह पूर्व डीआरएम के साथ हुई बैठक में भी चैंबर द्वारा इस मुद्दे को उठाया गया था। वहीं, दक्षिण पूर्व रेलवे एडवाइजरी कमेटी द्वारा भी ट्रेनों से स्पेशल टैग हटाने एवं किराया कम करने को लेकर पत्राचार किया जा चुका है।
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प्रतिक्रया :::
रेलमंत्री द्वारा ट्रेनों से स्पेशल टैग हटाए जाने का विचार पूर्ण रूप जनहित में है। चैंबर द्वारा इस मसले को कई बार रेलवे के समक्ष उठाया जा चुका है। चैंबर द्वारा रेलमंत्री के इस बयान का स्वागत किया जा रहा है। इसंसे आगे चलकर न सिर्फ ट्रेनों के किराए में कमी आएगी, बल्कि आम लोगों के साथ उद्योग-व्यापार को भी लाभ होगा।
- धीरज तनेजा, अध्यक्ष, एफजेसीसीआइ रेल मंत्री द्वारा लिया गया यह निर्णय आम आदमी के साथ ही व्यापार के लिए भी अच्छा इशारा है। स्पेशल टैग हटने से किराया में कमी आएगी, तो ट्रेनों में लोगों का आवागमन भी बढ़ेगा। इसके साथ ही ट्रेड और कॉमर्स की गतिविधियां बढ़ेंगी, तो उद्योग-व्यापार को भी लाभ पहुंचेगा। रेलवे का यह निर्णय जनहित में है।
- फिलिप मैथ्यू, अध्यक्ष, जेसिया कोरोना काल में ट्रेनों को स्पेशल टैग देने से किराया तो बढ़ा ही है। संभवत: स्टॉपेज भी कम किया गया है। इससे आमजन की दिक्कतें बढ़ गई हैं। हालांकि रेलमंत्री के इस बयान के बाद ट्रेनों से स्पेशल टैग हटाए जाने से लोगों को फायदा होगा। परेशानी कम होगी। यह केंद्र सरकार की अच्छी पहल है, जो जनहित में है।
- दीनदयाल बर्णवाल, उपाध्यक्ष, चैंबर। चैंबर की ओर से लगातार ट्रेनों से स्पेशल टैग हटाने की मांग की जा रही थी। अंतत: रेलवे ने हमारे आग्रह को स्वीकार किया, जो स्वागतयोग्य है। चैंबर इसके लिए रेलमंत्री के प्रति आभार व्यक्त करता है। स्पेशल टैग हटने से किराया भी कम होगा। रेलवे की इस पहल से आम रेल यात्रियों को काफी फायदा होगा।
- नवजोत अलंग, चेयरमैन, रेलवे उपसमिति, चैंबर। सरकार को बहुत पहले यह निर्णय ले लेना चाहिए था। ट्रेनों से स्पेशल टैग को हटाकर उसे सामान्य तौर पर पहले जैसा रेगुलर करने को लेकर एडवाइजरी कमेटी की ओर से मैंने भी रेल मंत्री को पत्र लिखा था। हालांकि देर से ही सही, जनहित में रेलवे का यह निर्णय स्वागतयोग्य है। इससे आम जनता को राहत मिलेगी।
- बिनोद कुमार अग्रवाल, उपाध्यक्ष, जेसिया सह सदस्य, एडवाइजरी कमेटी-दक्षिण पूर्व रेलवे।