केंद्र सरकार की नीतियों के खिलाफ केंद्रीय कर्मचारी-अधिकारी परिसंघ ने मनाया विरोध दिवस
Central Employees and Officers Confederation कर्मचारियों की मांगों में केंद्रीय कर्मचारी और पेंशन धारियों को महंगाई भत्ता रोकना सरकारी संस्थानों का निजीकरण आदि मसले शामिल हैं।
रांची, जेएनएन। केंद्र सरकार की नीतियों की मुखालफत में शुक्रवार को केंद्रीय कर्मचारी एवं अधिकारी परिसंघ विरोध दिवस मना रहा है। इस क्रम में अपनी मांगों के समर्थन में आवाज उठाने के लिए कर्मचारियों ने प्रधानमंत्री, राष्ट्रपति और कैबिनेट सचिव को ज्ञापन भेजा। कर्मचारियों की मांगों में केंद्रीय कर्मचारी और पेंशन धारियों को महंगाई भत्ता रोकना, सरकारी संस्थानों का निजीकरण, बेतहाशा महंगाई और पेट्रोल-डीजल व गैस सिलिंडर की मूल्यवृद्धि आदि मसले शामिल रहे।
ईआरएमसी ने मनाया विरोध दिवस
ईआरएमसी रामपुरहट शाखा के पाकुर स्थित कार्यालय में संगठन द्वारा सरकार की नीति के विरुद्ध शुक्रवार को देशव्यापी विरोध दिवस के पालन हेतु एक सभा का आयोजन किया गया। सभा में संगठन के सभी शाखा पदाधिकारी, सभासदों तथा सैकड़ों की संख्या में रेलकर्मियों ने भाग लिया। सभा के बाद एक जुलूस निकाला गया। जो पीडब्ल्यूआई कार्यालय से होते हुए बुकिंग ऑफिस, स्टेशन प्रबंधक कार्यालय प्लेटफॉर्म संख्या एक से होते हुए प्लेटफॉर्म संख्या दो से होकर माल गोदाम होते हुए कैरेज एंड वैगन कार्यालय में समाप्त हुआ।
यहां रेल कर्मियों को संबोधित करते हुए केंद्रीय कोषाध्यक्ष सह शाखा सचिव राजेन्द्र पांडे ने संगठन की मांग को बताते हुए कहा कि सरकार को श्रमिकों के हित व हक के साथ खिलवाड़ नहीं करने दिया जायेगा। यदि निम्न मांग पर नहीं ध्यान दिया गया तो आंदोलन को और भी तेज किया जाएगा। इस मौके पर दिवाकर मिश्रा, मनोज तांती, संजीव तिवारी, संतोष ठाकुर, रंजीत चौधरी, प्रदीप साहा, दीपक राम, प्रणय चौरसिया, उमा शंकर, संजय पासवान, राजेश कुमार, के के सिंह, राजाराम, आमोद, ऋषि, बबलू, इत्यादि मौजूद थे।