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बगैर आदेश नहीं स्थापित कर सकते प्रतिमा

ओरमांझी थाना क्षेत्र के मधुकमा में महादेव मंडा के पास चौक निर्माण व पद्मश्री डा. रामदयाल मुंडा की प्रतिमा स्थापित करने को लेकर दोनों पक्षों में ओरमांझी थाने में समझौता हो गया है।

By JagranEdited By: Published: Mon, 27 Sep 2021 06:00 AM (IST)Updated: Mon, 27 Sep 2021 06:00 AM (IST)
बगैर आदेश नहीं स्थापित कर सकते प्रतिमा
बगैर आदेश नहीं स्थापित कर सकते प्रतिमा

संसू, ओरमांझी : ओरमांझी थाना क्षेत्र के मधुकमा में महादेव मंडा के पास चौक निर्माण व पद्मश्री डा. रामदयाल मुंडा की प्रतिमा एनोग्रेशन को लेकर गाव में सामाजिक सौहार्द बिगड़ने की स्थिति उत्पन्न हो गई थी। उत्पन्न विवाद को लेकर ओरमाझी थाना प्रभारी राजीव कुमार सिंह द्वारा रविवार को थाने में दोनो पक्ष के बीच बैठक कराई गई। थानेदार ने ग्रामप्रधान रंजीत पाहन के साथ बैठक में उपस्थित दोनों पक्ष को समझाया। कहा कि किसी को भी कानून व्यवस्था भंग करने की इजाजत नहीं दी जा सकती है। जबतक सरकारी आदेश नही मिलता है उक्त स्थान पर एनोग्रेशन करने की अनुमति नहीं दी जाएगी। कानून व्यवस्था बिगाड़ने का प्रयास करने पर कानूनी कार्रवाई होगी। एनोग्रेशन नहीं करने पर तैयार होने के बाद दोनों पक्ष में समझौता हुआ। इसके बाद मुखिया रमेशचंद्र उराव के साथ ग्रामप्रधान रंजीत पाहन व दोनों पक्ष के मनोज उराव, संदीप उराव, नीरज मुंडा, अशोक मुंडा, दिनेश उराव, इंद्रदेव सिंह, कमलेश लोहरा, सूर्या उराव, रामवृक्ष सिंह, अर्जुन उराव व उमेश कुमार मुंडा ने सहमति जताते हुए समझौते पत्र पर हस्ताक्षर किया।

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थाने में दोनों पक्ष ने दिया है आवेदन दोनों पक्ष को कानून व्यवस्था बिगड़ने की आशंका थी। दोनों पक्ष द्वारा प्रतिमा स्थापित करने व चौक निर्माण विवाद को देखते हुए ओरमाझी थाने में आवेदन दिया गया था। इसमें जहा एक पक्ष द्वारा 30 सितंबर की घोषित प्रतिमा व चौक एनोग्रेशन को रोकने व दूसरे पक्ष द्वारा सुरक्षा उपलब्ध कराने की माग की गई थी।

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विवाद का क्या है कारण

आदिवासी छात्र संघ ओरमाझी समिति द्वारा ग्रामसभा व प्रशासन से बिना अनुमति लिए प्रतिमा लगाने व एनोग्रेशन करने की तैयारी की जा रही थी। जिस स्थान पर एनोग्रेशन किया जाना था। वह स्थान महादेव (मंडा) मंदिर स्थान है। जहा नए चौक के निर्माण करने का मधुकमा के ग्रामीणों ने विरोध किया है। समिति का कहना है कि पद्मश्री डा. रामदयाल मुंडा राच्य के सभी लोगों के लिए सम्मानित पुरुष हैं। इसपर विरोध करना उचित नहीं है। वहीं, स्थानीय ग्रामीणों का कहना है कि पद्मश्री डा. रामदयाल मुंडा का सभी सम्मान करते हैं, लेकिन चौक व प्रतिमा एनोग्रेशन से पूर्व गाव में सहमति बनाना चाहिए था।

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बिना सहमति चौक निर्माण व प्रतिमा स्थापित करना गलत है। इसके लिए समाज के सभी वर्ग के लोगों का सहमति लेना चाहिए है।

-रमेशचंद्र उराव, मुखिया चंदरा।

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पद्मश्री डा. रामदयाल मुंडा का प्रतिमा स्थापित करने का विरोध नहीं है। पर, चौक व प्रतिमा स्थापित करने के लिए ग्रामसभा से अनुमति नहीं ली गई है।

-रंजीत पाहन, ग्रामप्रधान।

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धार्मिक स्थल के पास चौक का निर्माण व प्रतिमा एनोग्रेशन नहीं होगा। दोनों पक्ष के बीच समझौता हो गया है। कानून व्यवस्था नहीं बिगड़े इसके लिए धारा 144 व 107 लगाया जा रहा है। -राजीव कुमार सिंह, थाना प्रभारी ओरमाझी।


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