रिम्स में कैंसर के मरीजों का होगा संपूर्ण इलाज
लंबे इंतजार के बाद ओंकोलॉजी विभाग के सभी विभागों को चिकित्सक मिल गए। चिकित्सकों ने अपना योगदान भी दे दिया है। आज से ओपीडी सेवा शुरू हो जाएगी।
By Edited By: Published: Mon, 01 Jul 2019 05:29 AM (IST)Updated: Mon, 01 Jul 2019 01:38 PM (IST)
शक्ति सिंह, रांची : लंबे इंतजार के बाद ओंकोलॉजी विभाग के सभी विभागों को चिकित्सक मिल गए। चिकित्सकों ने अपना योगदान भी दे दिया है। छह साल से मरीजों को चिकित्सकों का इंतजार था। अब तक ओंकोलॉजी विभाग में सिर्फ रेडिएशन की सेवा मरीजों को मिल रही थी। इस कारण मरीजों को कीमोथेरेपी और सर्जरी कराने के लिए दूसरे संस्थान का सहारा लेना पड़ता था। हालांकि सर्जरी विभाग और पेडियाट्रिक सर्जरी विभाग में कुछ मरीजों का उपचार तो हो जाता था लेकिन, अधिकतर मरीज वापस चले जाते थें। पर अब ऐसा नहीं होगा। कैंसर के मरीजों का संपूर्ण इलाज होगा।
इन चिकित्सकों ने दिया योगदान वर्तमान में कई नए चिकित्सकों ने ओंकोलॉजी विभाग में योगदान दिया है। सर्जिकल ओंकोलॉजी विभाग में डॉ. रोहित झा, डॉ. अजित कुशवाहा और मेडिकल ओंकोलॉजी विभाग में डॉ. आलोक रंजन ने सेवा देंगे। वहीं रेडियोथेरेपिस्ट के तौर पर पहले से ही डॉ. अनूप व डॉ. रश्मि सेवा दे रहे हैं। मरीजों की हो सकेगी सर्जरी व कीमोथेरेपी : रिम्स में मुंह का कैंसर, आंत का कैंसर, बच्चेदानी का कैंसर और ब्रेस्ट कैंसर की सर्जरी हो सकेगी। कल तक रिम्स में इनका इलाज संभव नहीं था। वहीं, मरीजों को कीमोथरेपी की सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी। अब प्रत्येक दिन होगी ओपीडी नये चिकित्सकों के योगदान देने के बाद ओंकोलॉजी विभाग ने भी नई ओपीडी की सूची जारी कर दी गई है, जो सोमवार से लागू होगी।
पहली पाली सुबह 8.30 बजे से दोपहर एक बजे तक और दूसरी पाली दोपहर तीन बजे से संध्या पांच बजे तक चिकित्सक ओपीडी में रहेंगे। सोमवार व शुक्रवार को डॉ. रोहित झा (सर्जिकल), मंगलवार व गुरुवार को डॉ. अजीत कुशवाहा (सर्जिकल ओंको), मंगलवार, बुधवार, गुरुवार व शुक्रवार को डॉ. आलोक रंजन (मेडिसीन ओंको), सोमवार व गुरुवार को डॉ. अनूप (रेडियोथेरेपिस्ट ), और मंगलवार व शनिवार डॉ. रश्मि (रेडियोथेरेपिस्ट) मरीजों को ओपीडी में देखेंगे। 'रिम्स के ओंकोलॉजी विभाग में तीन और चिकित्सकों ने योगदान दिया है। अब कैंसर के मरीजों का संपूर्ण इलाज हो सकेगा। इलाज में मरीजों को किसी भी तरह की परेशानी नहीं होगी। न्यूक्लियर मेडिसिन विभाग शुरू करने की पहल की जा रही है। ' डॉ. डीके सिंह, निदेशक, रिम्स
इन चिकित्सकों ने दिया योगदान वर्तमान में कई नए चिकित्सकों ने ओंकोलॉजी विभाग में योगदान दिया है। सर्जिकल ओंकोलॉजी विभाग में डॉ. रोहित झा, डॉ. अजित कुशवाहा और मेडिकल ओंकोलॉजी विभाग में डॉ. आलोक रंजन ने सेवा देंगे। वहीं रेडियोथेरेपिस्ट के तौर पर पहले से ही डॉ. अनूप व डॉ. रश्मि सेवा दे रहे हैं। मरीजों की हो सकेगी सर्जरी व कीमोथेरेपी : रिम्स में मुंह का कैंसर, आंत का कैंसर, बच्चेदानी का कैंसर और ब्रेस्ट कैंसर की सर्जरी हो सकेगी। कल तक रिम्स में इनका इलाज संभव नहीं था। वहीं, मरीजों को कीमोथरेपी की सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी। अब प्रत्येक दिन होगी ओपीडी नये चिकित्सकों के योगदान देने के बाद ओंकोलॉजी विभाग ने भी नई ओपीडी की सूची जारी कर दी गई है, जो सोमवार से लागू होगी।
पहली पाली सुबह 8.30 बजे से दोपहर एक बजे तक और दूसरी पाली दोपहर तीन बजे से संध्या पांच बजे तक चिकित्सक ओपीडी में रहेंगे। सोमवार व शुक्रवार को डॉ. रोहित झा (सर्जिकल), मंगलवार व गुरुवार को डॉ. अजीत कुशवाहा (सर्जिकल ओंको), मंगलवार, बुधवार, गुरुवार व शुक्रवार को डॉ. आलोक रंजन (मेडिसीन ओंको), सोमवार व गुरुवार को डॉ. अनूप (रेडियोथेरेपिस्ट ), और मंगलवार व शनिवार डॉ. रश्मि (रेडियोथेरेपिस्ट) मरीजों को ओपीडी में देखेंगे। 'रिम्स के ओंकोलॉजी विभाग में तीन और चिकित्सकों ने योगदान दिया है। अब कैंसर के मरीजों का संपूर्ण इलाज हो सकेगा। इलाज में मरीजों को किसी भी तरह की परेशानी नहीं होगी। न्यूक्लियर मेडिसिन विभाग शुरू करने की पहल की जा रही है। ' डॉ. डीके सिंह, निदेशक, रिम्स
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