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कोरोना ठीक होने के बाद भी लोगों को सांस फूलने से लेकर चक्कर आने की समस्या, जानें समस्या का समाधान

कोरोना संक्रमण से जूझते हुए 14 महीने से ज्यादा का वक्त गुजर गया है। पहली के बाद दूसरी लहर में राज्य में हजारों लोग इस संक्रमण की चपेट में आए। मगर संक्रमण के ठीक होने के बाद भी मरीज अलग-अलग तरह की दिक्कत की शिकायत कर रहे हैं।

By Vikram GiriEdited By: Published: Sun, 30 May 2021 08:35 AM (IST)Updated: Sun, 30 May 2021 08:35 AM (IST)
कोरोना ठीक होने के बाद भी लोगों को सांस फूलने से लेकर चक्कर आने की समस्या, जानें समस्या का समाधान
कोरोना ठीक होने के बाद भी लोगों को सांस फूलने से लेकर चक्कर आने की समस्या। जागरण

रांची, जासं । कोरोना संक्रमण से जूझते हुए 14 महीने से ज्यादा का वक्त गुजर गया है। ऐसे में पहली लहर के बाद दूसरी लहर में राज्य में हजारों लोग इस संक्रमण की चपेट में आए। मगर संक्रमण के ठीक होने के बाद भी मरीज कई महीनों तक शरीर में अलग-अलग तरह की दिक्कत की शिकायत करते रहते हैं। ऐसा इसलिए क्योंकि कोरोना शरीर के अलग-अलग अंगों पर अलग-अलग तरह से असर करता है।

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हालांकि पोस्ट कोविड-19 इफेक्ट को लेकर अभी देश-विदेश में गहन शोध जारी है। ऐसे में रांची सदर अस्पताल के पोस्ट कोविड के इंचार्ज डा अजित कुमार बताते हैं कि संक्रमण के ठीक होने के बाद किसी भी मरीज में पोस्ट कोविड इफेक्ट 8-12 हफ्तों तक देखने को मिल सकता है। जीवनशैली में बदलाव करके इस इफेक्ट को कम किया जा सकता है।

एसिम्टोमैटिक घर पर करें व्यायाम

डा अजित बताते हैं कि राज्य में एसिम्टोमैटिक संक्रमितों की संख्या राज्य में ज्यादा मिल रही है। ऐसे मरीजों में संक्रमण के खास लक्षण देखने को नहीं मिलते हैं। इन मरीजों को ज्यादा चिंता करने की बात नहीं होती घर पर सांस से जुड़े व्यायाम करने और पौष्टिक भोजन खाने से ये मरीज पोस्ट कोविड इफेक्ट को कम कर सकते हैं। शरीर की कमजोरी धीरे-धीरे करके चली जाती है। स्वाद और गंध भी दो से तीन हफ्तों में लौट आता है।

चलने पर सांस की हो तकलीफ

अगर कोरोना मरीज को ठीक होने के बाद चलने पर सांस फूलने की समस्या हो तो चलने के बाद का आक्सीजन लेवल देखें। अगर आक्सीजन लेवल ठीक है तो इसका मतलब है कि कोरोना ने फेफड़ों के साथ हार्ट पर भी असर डाला है। मगर ऐसे में घबराने की बात नहीं है। ऐसे में हार्ट के डाक्टर से मिलें। कोरोना संक्रमण में जिनको पहले से गंभीर व लाइफ स्टाइल जैसे : बीपी, शुगर व हार्ट की बीमारी है, तो उनको ज्यादा खतरा रहता है. ऐसे लोगों को पोस्ट कोविड की समस्या जारी रहती है यह ध्यान देना चाहिए कि उनके घर में किसी को हार्ट अटैक हो चुका है, तो डॉक्टर के संपर्क में रहें. डॉक्टर की सलाह पर खून पतला होने की दवा कुछ दिन तक ले सकते हैं

खड़े होने पर आती है चक्कर

कोरोना ठीक होने के बाद कई बार कमजोरी या लो-हाई बीपी के कारण भी चक्कर आती है। अगर समस्या ज्यादा है तो सबसे पहले अपने बीपी को मानिटर करें। बीपी अगर सामान्य है तो इसका अर्थ है कि संक्रमण का नसों पर असर हुआ है। इसके लिए डाक्टर की सलाह से दवा ली जा सकती है।

पेट की समस्या है आम, घर पर होगी ठीक

कोरोना संक्रमण को ठीक करने के लिए आमतौर पर हाई एंटीबायोटिक दिए जाते हैं। ऐसे में पेट के अंदर रहने वाले गुड बैक्टेरिया मर जाते हैं। इससे पेट की समस्या होती है। मगर इसके लिए घबराने की बात नहीं है। अगर समस्या ज्यादा है तो डाक्टर से मिलें। नहीं तो फाइबर युक्त खाना, हरी सब्जी और दही खाएं, इससे समस्या को घर पर ठीक किया जा सकता है।

हाथ-पैर में एठन को डाक्टर की सलाह से लें विटामिन ए

कोरोना संक्रमित मरीज या ठीक होने के बाद भी लोगों को हाथ-पैर में एठन की परेशानी होती है। इससे लोगों डॉक्टर के परामर्श पर विटामिन ए, बी कॉम्पलेक्स व विटामिन सी लेना चाहिए. फोलिक एसिड की दवा भी कारगर होती है। इसके साथ ही हाई प्रोटीन डाइट खाएं।


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