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Update : Breaking News : पांच राज्यों में एक साथ छापेमारी कर झारखंड एटीएस ने पकड़ा हथियार सप्लाई का बड़ा नेटवर्क

Update Breaking News सीआरपीएफ कैंप पुलवामा के जवान की गिरफ्तारी के बाद ही खुलती गई हथियार-कारतूस सप्लाई की परत-दर-परत।पांच राज्यों में एक साथ छापेमारी कर झारखंड एटीएस ने पकड़ा हथियार सप्लाई का बड़ा नेटवर्क।बीएसएफ कैंप से कोत प्रभारी ही कर रहा था अपराधियों-उग्रवादियों को हथियार की सप्लाई।

By Sanjay KumarEdited By: Published: Thu, 25 Nov 2021 03:47 PM (IST)Updated: Thu, 25 Nov 2021 07:35 PM (IST)
Update : Breaking News : पांच राज्यों में एक साथ छापेमारी कर झारखंड एटीएस ने पकड़ा हथियार सप्लाई का बड़ा नेटवर्क
Breaking News : जवान अविनाश कुमार मामले मे और 5 हथियार तस्कर गिरफ्तार

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रांची राज्य ब्यूरो। Update : Breaking News: झारखंड(Jharkhand) के डीजीपी नीरज सिन्हा ने उग्रवादी (Extremist Organisation) संगठनों व संगठित आपराधिक गिरोह तक पहुंचने वाले हथियार व पुलिस के कारतूस के नेटवर्क का खुलासा करने की जिम्मेदारी झारखंड एटीएस(Jharkhand ATS) को सौंपी थी। एटीएस(ATS) ने सबसे पहले 13 नवंबर को पुलवामा स्थित सीआरपीएफ(CRPF) के 182 बटालियन के भगोड़ा जवान अविनाश कुमार उर्फ चुन्नू को गुप्त सूचना पर बिहार के गया जिले के इमामगंज से गिरफ्तार किया।

पूछताछ में अविनाश ने अपने सहयोगी ऋषि कुमार व पंकज कुमार सिंह का हथियार-कारतूस सप्लाई(Arms Supply) में संलिप्त होने की जानकारी दी थी। इसके बाद ऋषि कुमार की गिरफ्तारी पटना स्थित आवास से तथा पंकज की रांची से हुई। इनकी निशानदेही पर इंसास के 450 कारतूस की बरामदगी हुई।

इनका चौथा साथी कामेंद्र सिंह धनबाद के चिरकुंडा से गिरफ्तार किया गया। जेल जाने से पहले अविनाश, ऋषि व पंकज ने हथियार व कारतूस सप्लाई के अपने स्रोत के बारे में एटीएस को महत्वपूर्ण जानकारियां दी। इसी जानकारी पर झारखंड, बिहार, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र व पंजाब में छापेमारी के लिए एटीएस ने अलग-अलग टीम का गठन किया।

16 नवंबर की रात बिहार में पकड़ा गया था बीएसएफ का जवान अरुण कुमार सिंह:

झारखंड एटीएस ने 16 नवंबर की रात झारखंड एटीएस ने बिहार के स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) के सहयोग से अरुण कुमार सिंह नामक एक आरोपित को गिरफ्तार किया। अरुण कुमार सिंह भी पंजाब के फिरोजपुर स्थित बीएसएफ के 116 बटालियन से स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति ले चुका है। उसकी निशानदेही पर 909 कारतूस की बरामदगी हुई।

बीएसएफ जवान अरुण की स्वीकारोक्ति के बाद पकड़ा गया दूसरा जवान कार्तिक:

बीएसएफ के स्वैच्छिक सेवानिवृत्त जवान अरुण कुमार सिंह को रिमांड पर लेकर जब झारखंड एटीएस ने पूछताछ की तो उसने अपने दूसरे साथी बीएसएफ के पंजाब के फिरोजपुर स्थित 116 बटालियन के ही हवलदार कार्तिक बेहरा के बारे में जानकारी दी।

हवलदार कार्तिक बेहरा बीएसएफ के उक्त बटालियन में कोत प्रभारी के पद पर कार्यरत था। एटीएस की टीम पंजाब स्थित बीएसएफ कैंप गई और वहां के अधिकारियों को पूरे मामले की जानकारी दी। बीएसएफ के अधिकारियों के सहयोग से झारखंड एटीएस ने बटालियन परिसर से ही कार्तिक बेहरा को गिरफ्तार किया। उसने अपने अन्य सहयोगियों की सहायता से दूसरे जवान अरुण कुमार सिंह को कारतूस उपलब्ध कराने की बात स्वीकार की।

कार्तिक बेहरा से पूछताछ के क्रम में ही बीएसएफ के 116 बटालियन के अधिकारियों ने बटालियन परिसर में ही सर्च के दौरान 8304 कारतूस, खाली खोखा, डेटोनेटर, मैगजीन व अन्य सामान बरामद किया। कार्तिक बेहरा के साथ इस अवैध कार्य में संलिप्त अन्य व्यक्तियों के संबंध में एटीएस का अनुसंधान जारी है।

महाराष्ट्र व मध्य प्रदेश में झारखंड एटीएस की धमक, बरामद किए अत्याधुनिक हथियार:

बीएसएफ के दोनों ही जवानों से पूछताछ में उनके संबंध हथियार सप्लाई के दूसरे अपराधियों से होने की बात सामने आई। झारखंड एटीएस को जानकारी मिली कि देश के उग्रवादियों-अपराधियों तक अवैध हथियार की सप्लाई मध्य प्रदेश के बुरहानपुर जिला तथा महाराष्ट्र के बुलढाणा जिले के सीमावर्ती क्षेत्र में सक्रिय गिरोह कर रहे हैं।

इसके बाद झारखंड एटीएस ने महाराष्ट्र के बुलढाणा जिले से कुल तीन अपराधियों की गिरफ्तारी की। इनके पास से एटीएस ने कुल 14 पिस्टल व 21 मैगजीन की बरामदगी की। सभी हथियार सेमी ऑटोमेटिक पिस्टल हैं और आपराधिक घटनाओं को अंजाम देने के लिए कारगर हैं। गिरफ्तार तीनों ही आरोपित मध्य प्रदेश के बुरहानपुर जिले के निवासी हैं। इनलोगों ने हथियार सप्लाई में अपनी चेन की जानकारी दी है, जिसपर एटीएस की छानबीन जारी है।

छापेमारी टीम में ये रहे शामिल:

एएसपी कपिल चौधरी, डीएसपी आशुतोष कुमार सत्यम, भोला प्रसाद सिंह, ज्ञान रंजन व मनोज कुमार महतो, इंस्पेक्टर अरविंद कुमार, लव कुमार सिंह, बबलू कुमार, असित कुमार सिंह, दारोगा संतोष कुमार, शिवनारायण किसान, संजय दास, रोहित कुमार सिंह, विश्वजीत कुमार व अरुण कुमार तथा सशस्त्र बल।

इनकी निशानदेही पर ही मध्य प्रदेश के बुरहानपुर जिले के खखनार पचौरी निवासी तीन हथियार सप्लायर भी गिरफ्तार किए गए।


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