लगन में खनक रहे पीतल और कांसे के बर्तन, 10 करोड़ के पार हुआ कारोबार
बीते महीने शुरू हुए वैवाहिक और मागलिक कार्यो के होने से बाजार में बर्तनों की मांग बढ़ गई है।
जागरण संवाददाता, रांची : बीते महीने शुरू हुए वैवाहिक और मागलिक कार्यो के होने से बाजार में एकबार फिर से रौनक दिखने लगी है। शादी-विवाह के इस उत्सव में बाजार में खरीदारी शुरू हो गई है। इस अवसर पर स्टील और पीतल, कांसे के बर्तनों की माग से शहर के बर्तन की दुकानों में अच्छी खासी रौनक है। शगुन के तौर पर पीतल तथा कांसे के बर्तनों की अधिक खरीदारी की जा रही है। इस दौरान स्टील के बर्तनों की भी जमकर खरीदारी हो रही है। बर्तन बाजार ने पिछले महीने करीब 10 करोड़ का कारोबार किया है। बर्तन व्यवसायी शंभू वर्णवाल कहते हैं कि लोग पारंपरिक तरीके की ओर लौट रहे हैं। इसलिए बर्तन बाजार पूरे साल गुलजार रहता है।
अमृता मेटल के अंकित कुमार कहते हैं कि शादियों के मौसम में पीतल तथा कांसे के बर्तनों की खूब मांग रहती है। इसके साथ ही आजकल इलेक्ट्रॉनिक बर्तनों के खरीदने का चलन भी बढ़ रहा है। इसमें इंडक्शन, टोस्टर जैसी चीजें शामिल हैं। इसके अलावा चीनी मिंट्टी के डिनर सेट, तीन सेटों वाले कैसरोल, कॉपर का मटका जैसी चीजें हैं जो आजकल शादियों में खूब खरीदी जा रही है।
काशी किचन के विवेक जायसवाल बताते हैं कि कुछ लोग अपने बच्चों की शादियां महानगरों में कराने लगे हैं, इसलिए बर्तनों की खरीदारी की बजाय वधू पक्ष द्वारा वर पक्ष को रुपये दे देने का चलन बढ़ा है। रख रखाव के लिए जगह की भी कमी होना भी एक समस्या है। लेकिन फिर भी विवाह जैसे अवसर पर नए बर्तन खरीदना हमारी प्रथा का हिस्सा रहा है। कहते हैं कि पीतल तथा कांसे के बर्तनों की मांग अभी भी बरकरार है। लोग पीतल गगरा, परात, कांसे का कटोरा आदि चीजें खरीदते हैं। इसके साथ ही किचन सेट, डिनर सेट, बाल्टी, थाली, ग्लास सेट की भी अच्छी बिक्री होती है। वह कहते हैं कि एक मध्यमवर्गीय परिवार शादी जैसे आयोजन के अवसर पर औसतन 25000 तक की खरीदारी करते हैं।
बर्तनालय के राजेश कुमार कहते हैं कि धनतेरस के बाद बाजार अब शादियों के सीजन में गुलजार होने लगा है। वह कहते हैं कि शादियों के सीजन में कांसा तथा पीतल के वस्तुओं की मांग अधिक रहती है। इसके अलावा स्टील के बर्तनों की भी खूब बिक्री होती है। वह कहते हैं कि स्टील के बर्तन अधिक टिकाऊ होते हैं इसलिए इसकी मांग हमेशा होती है। इसके साथ ही कुकर, मिक्सी, डिनर सेट जैसे सामान अब हमारी प्रथा का हिस्सा बन चुके हैं।
अपनी बेटी की शादी की खरीदारी करने आई हेमा ओझा कहती हैं कि ऐसी चीजें जो टिकाऊ हों वे खरीदने पर अधिक ध्यान देती हैं। इसके अलावा मिक्सर, टोस्टर, किचन सेट, डिनर सेट, कुकर जैसी चीजें हैं जो हमेशा काम आती हैं इसलिए ये हमारी प्राथमिकताओं में शामिल रहती हैं।