बाजार में बिक्री के लिए उपलब्ध होंगी सरकारी किताबें
जैक से मान्यता प्राप्त निजी स्कूलों के बचे बाजार से खरीद सकेंगे किताबें
राज्य ब्यूरो, रांची : राज्य सरकार द्वारा झारखंड शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद (जेसीईआरटी) से तैयार कराई गईं किताबें बाजार में बिक्री के लिए उपलब्ध होंगी। कक्षा एक से आठ तक की किताबें दुकानों में बिक्री के लिए उपलब्ध कराई जाएंगी, ताकि झारखंड अधिविद्य परिषद (जेक) के सिलेबस के आधार पर पढ़ाई कराने वाले निजी स्कूलों के बच्चे बाजार से किताबें खरीद सकें। जेसीईआरटी ने इसे लेकर निजी स्कूलों तथा दुकानों से किताबों की आवश्यकता की जानकारी मांगी है। दरअसल, सरकारी प्राइमरी स्कूलों तथा राज्य सरकार द्वारा सहायता प्राप्त स्कूलों में कक्षा एक से आठ तक के बच्चों को जेसीईआरटी से तैयार किताबें निश्शुल्क उपलब्ध कराई जाती हैं। वहीं, राज्य में झारखंड एकेडमिक काउंसिल द्वारा मान्यता प्राप्त कई निजी स्कूल भी संचालित हैं, जहां जेसीईआरटी की किताबों से ही बच्चों को पठन-पाठन कराया जाता है। बाजार में किताबें उपलब्ध नहीं होने से इन्हें परेशानी होती है। अब बाजार में उपलब्ध होने से बच्चे किताबें खरीद सकेंगे। कोरोना काल से पिछले छह माह से स्कूल-कालेज बंद हैं। बच्चों को आनलाइन पढ़ाई कराई जा रही है, लेकिन इससे उनका सिलेबस पूरा नहीं हो पा रहा है। माना जा रहा है कि दिसंबर से स्कूल-कॉलेज खोले जा सकते हैं। फिलहाल बोर्ड परीक्षा के फार्म भरने के लिए स्कूलों को खोलने की अनुमति दी गई है। ज्यादातर बच्चे ऐसे हैं जिन्होंने नए सत्र में स्कूल का मुंह नहीं देखा है। झारखंड सरकार स्कूलों को खोलने को लेकर अभिभावकों से भी आनलाइन रायशुमारी की थी। हालांकि ज्यादातर अभिभावकों ने कोरोना काल में बच्चों को स्कूल भेजने को लेकर असहमति जताई थी।