रेमडेसिविर इंजेक्शन की नहीं रुक रही कालाबाजारी, रांची में सौदेबाजी का वीडियो वायरल; पुलिस कर रही जांच
Black Marketing of Remdesivir Jharkhand News वीडियो में कालाबाजारी करने वाले को छात्र बताया गया है। बरियातू थाना प्रभारी सपन महथा का कहना है कि इस तरह का कोई भी वीडियो थाने तक नहीं पहुंचा है और ना ही किसी स्तर से शिकायत की गई है।
रांची, जासं। Black Marketing of Remdesivir, Jharkhand News रांची के रिम्स परिसर स्थित एक युवक द्वारा कोरोना रक्षक दवा रेमडेसिविर की कालाबाजारी का वीडियो वायरल हुआ है। इसमें एक युवक रेमडेसिविर इंजेक्शन को 32 हजार रुपये में बेचने की बातचीत करता दिखा है। इसमें वह कह रहा है कि तुमने जिस नंबर से बातचीत की है, उसके लिए मैं डिलीवरी देने के लिए आया हूं। इसमें मेरा कुछ भी नहीं है, जितना पैसा मांग रहा हूं मुझे दो। इस पर दवा का खरीदार मांगी गई कीमत की आधी रकम भी देता है। लेकिन पूरे पैसे नहीं देने की वजह से तोलमोल होती रही। हालांकि वीडियो में इंजेक्शन की डिलीवरी नहीं दी गई है।
वीडियो में कालाबाजारी करने वाले को छात्र बताया गया है। बरियातू थाना प्रभारी सपन महथा का कहना है कि इस तरह का कोई भी वीडियो थाने तक नहीं पहुंचा है और ना ही किसी स्तर से शिकायत की गई है। हालांकि वीडियो का सत्यापन किया जा रहा है। सत्यापन होने के बाद कार्रवाई की जाएगी। गौरतलब है कि रेमडेसिविर इंजेक्शन की कालाबाजारी के मामले में सीआइडी ने राजीव कुमार सिंह नाम के आरोपित को जेल भेजा था। यह मामला खूब तूल पकड़ा था। हाई कोर्ट ने भी मामले में संज्ञान लिया था।
कालाबाजारी रोकने के लिए स्पेशल टीम का किया गया है गठन
रेमडेसिविर इंजेक्शन, ऑक्सीजन, ऑक्सीमीटर, पीपीई किट सहित कोरोना पीड़ितों के लिए मददगार माने जाने वाले जरूरी दवाइयों की कालाबाजारी रोकने के लिए रांची में एक विशेष टीम का गठन किया गया है। यह विशेष टीम कालाबाजारी की सूचना का सत्यापन और इस रैकेट में शामिल लोगों के खिलाफ कार्रवाई करेगी। सभी अस्पतालों में सादे लिबास में पुलिसकर्मियों की टीम तैनात रहेगी, ताकि दवाइयों की कालाबाजारी पर रोक लगाई जा सके। इस टीम में इंस्पेक्टर संजय कुमार, इंस्पेक्टर बृज कुमार, इंस्पेक्टर मोहन पांडेय को शामिल किया गया है। ये इंस्पेक्टर पुलिस लाइन में पोस्टेड हैं। इन्हें कालाबाजारी की सूचना का सत्यापन कर कार्रवाई का आदेश दिया गया है। इस विशेष टीम के अलावा सभी थाना प्रभारियों और इलाके के डीएसपी को भी मॉनिटरिंग की जिम्मेवारी दी गई है।