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धौनी के शहर में क्रिकेट आकाओं का काला खेल

रांची जागरण संवाददाता। प्रतिभाओं को कुंद कर भ्रष्टाचार को बढ़ावा दे अयोग्य खिलाड़ियों को जिला व राज्य की टीमों में खेलाने के नाम पर पैसा उगाही का बड़ा मामला प्रकाश में आया है।

By JagranEdited By: Published: Thu, 21 Feb 2019 01:30 PM (IST)Updated: Thu, 21 Feb 2019 01:30 PM (IST)
धौनी के शहर में क्रिकेट आकाओं का काला खेल
धौनी के शहर में क्रिकेट आकाओं का काला खेल

रांची, जागरण संवाददाता। प्रतिभाओं को कुंद कर भ्रष्टाचार को बढ़ावा दे अयोग्य खिलाड़ियों को जिला व राज्य की टीमों में खेलाने के नाम पर पैसा उगाही का बड़ा मामला प्रकाश में आया है। एक स्टिंग ऑपरेशन के तहत रांची जिला क्रिकेट संघ के सचिव मो. वसीम ने पैसे लेकर जिला व राज्यस्तरीय टीम में खिलाड़ियों को खेलाने की बात स्वीकारी है। रांची जिला क्रिकेट संघ द्वारा फर्जी जन्म प्रमाण पत्र पर जिला टीम में चयन करना, टीम के बाहर के खिलाड़ी को टीम में शामिल करना जैसे मुद्दे को दैनिक जागरण प्रमुखता से उठाता रहा है। इस स्टिंग ऑपरेशन में संघ के सचिव द्वारा पैसे लेने की बात स्वीकारना समाचार की पुष्टि कर रहा है। संघ के सचिव ने दूसरे राज्य के खिलाड़ियों को प्रदेश के किसी भी जिले से खेलाने को लेकर पैसे की मांग की है।

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बाहरी खिलाड़ियों का चारागाह बना झारखंड :

महेंद्र सिंह धौनी के अंतरराष्ट्रीय पटल पर छाते ही झारखंड क्रिकेट की दुनिया में छा गया। दूसरे राज्यों के खिलाड़ियों की झारखंड पहली पसंद बन गया। जिला क्रिकेट संघ ने इस अवसर को कमाई का जरिया बना दिया। टीम में जगह देने के लिए एक राशि तय कर दी गई, पिछले कुछ समय से यह खेल चल रहा है। पिछले दिनों लातेहार में जाली जन्म प्रमाण पत्र बना कर खिलाड़ियों को जिला टीम में शामिल करने का मामला सामने आया। लेकिन ना तो खिलाड़ियों पर कार्रवाई हुई और ना ही जिला संघ पर। इस स्टिंग ऑपरेशन में भी लातेहार जिला क्रिकेट संघ के एक पदाधिकारी ने टीम से खेलाने के लिए दस से बारह लाख डोनेट करने की बात कही। जबकि रांची जिला क्रिकेट संघ के सचिव ने स्पष्ट कहा कि अगर बच्चे को रांची से खेलाने में परेशानी होगी तो सिमडेगा या किसी दूसरे जिले से खेला दिया जाएगा। पिछले कुछ वर्षो से मेरठ, दिल्ली, बिहार के खिलाड़ी बड़ी संख्या में प्रदेश के विभिन्न जिलों से खेल रहे हैं। इनके आने के कारण स्थानीय प्रतिभाओं को जिला टीम में स्थान नहीं मिल पा रहा है।

अब जबकि यह प्रकरण रांची जिला क्रिकेट संघ के अन्य पदाधिकारियों के सामने आ गया है और इसकी जानकारी झारखंड राज्य क्रिकेट संघ को भी मिल गई है, तो सबकी नजर इस बात पर टिकी है कि आगे क्या कार्रवाई होगी।

धौनी व चौधरी के शहर को किया बदनाम :

मशहूर क्रिकेट विश्लेषक अयाज मेनन ने इस घटना की जमकर निंदा की है। उन्होंने चैनल में कहा कि जिस शहर से धौनी जैसा खिलाड़ी निकला हो और बीसीसीआइ के कार्यवाहक सचिव जहां से आते हैं उसी शहर में क्रिकेट का बाजार लगना शर्म की बात है। चौधरी को यह जरूर देखना चाहिए कि उनके शहर में ही क्रिकेट में भ्रष्टाचार फलफूल रहा है। उन्हें इस पर तत्काल लगाम लगाना चाहिए।

क्रिकेट प्रेमियों में नाराजगी :

रांची जिला क्रिकेट संघ के सचिव द्वारा टीम में शामिल करने पर बड़ी राशि लेने की मांग प्रकाश में आते ही पूर्व खिलाड़ी जमकर नाराजगी व्यक्त कर रहे हैं। रांची जिला क्रिकेट संघ के पूर्व सचिव सुनील कुमार सिंह ने कहा कि प्रदेश के सभी जिलों में इस तरह का बाजार सजा है। दर तय है, पैसे दीजिए और टीम में जगह बनाईये। इसकी अगर जांच की जाए तो कई बड़े लोग सामने आयेंगे। पूर्व क्रिकेटर संजय मिश्रा ने कहा कि क्रिकेट चलाने वाले ही इस खेल का बंटाधार कर रहे हैं। अब इन लोगों को बाहर रास्ता दिखाना चाहिए और वैसे लोगों को संघ में जगह देनी चाहिए।


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