ब्लैक फंगस की मरीज उषा देवी अब वेंटिलेटर में
रिम्स में ब्लैक फंगस बीमारी से जूझ रही उषा देवी की तबीयत शनिवार शाम को अचानक बिगड़ गई।
जासं, रांची: रिम्स में ब्लैक फंगस बीमारी से जूझ रही उषा देवी की तबीयत शनिवार शाम को अचानक खराब हो गई। शाम करीब पांच बजे से 5:55 तब दर्द से तड़पती रही और मुंह से खून निकलता रहा। लेकिन कोई भी डाक्टर व नर्स वहां उसे देखने नहीं पहुंची। उनके बेटे ने उनकी हालत का वीडियो बनाकर वायरल भी किया। इस पर कई नेताओं सहित लोगों का ट्वीट आया, तब जाकर प्रबंधन जागा और उस महिला को ओटी ले जाया गया। कुछ माइनर ऑपरेशन करने के बाद मरीज को वेंटिलेटर सपोर्ट में डाल दिया गया। डाक्टरों से इसका कारण जानने का प्रयास किया गया लेकिन किसी ने कुछ स्पष्ट नहीं बताया। मालूम हो कि आठ जुलाई को ऑपरेशन के बाद महिला को कार्डियोलॉजी विभाग के आइसीयू में भर्ती कराया गया था। इससे पहले भी प्रबंधन की लापरवाही के कारण हाईकोर्ट ने फटकार लगायी थी। यह कैसी व्यवस्था, आइसीयू में कोई नहीं :
आइसीयू जैसे जगह पर गंभीर मरीजों को इलाज के लिए रखा जाता है। लेकिन यहां कोई स्वास्थ्य कर्मी मौजूद नहीं था। मरीज के बेटे गौरव ने बताया कि उनकी मां के मुंह से अचानक खून निकलता रहा, सभी लोग डाक्टर व नर्स को खोजते रहे, लेकिन कोई आया ही नहीं। उन्होंने बताया कि एक जूनियर डाक्टर जरूर मिला लेकिन मदद भेजने की बात कह चला गया। सोशल मीडिया में चले इस लापरवाही की खबर के बाद डाक्टर विनोद कुमार पहुंचे और महिला की स्थिति का जायजा लिया और उसे ओटी ले गए। लेकिन उसके बाद महिला की क्या स्थिति है इसके बारे में कुछ नहीं बताया जा रहा है। इस संबंध में रिम्स प्रबंधन से संपर्क साधा गया लेकिन किसी ने बात नहीं की।