सरयू राय को फिर से साधने में जुटी भाजपा, नजदीकियां बढ़ने के संके
राज्यसभा चुनाव को केंद्र में रखकर भारतीय जनता पार्टी एक बार फिर सरयू राय को साधने में जुट गई है।
राज्य ब्यूरो, रांची : पिछले विधानसभा चुनाव के दौरान भाजपा का टिकट नहीं मिलने के बाद अलग रास्ता अख्तियार करने वाले पूर्वमंत्री सरयू राय के तेवर बदल रहे हैं। भाजपा संग उनकी नजदीकी फिर से बढ़ने लगी है और खटास कम होने के संकेत मिल रहे हैं। फिलहाल नजदीकी बढ़ने की वजह गोड्डा के भाजपा सांसद निशिकांत दुबे बने हैं, जिन्होंने राज्यसभा चुनाव को लेकर सरयू राय का समर्थन पार्टी प्रत्याशी दीपक प्रकाश के पक्ष में मांगा था। निशिकांत दुबे और सरयू राय के बीच पुराने रिश्ते हैं। यही वजह रही कि भाजपा से तल्खी के बाद भी राय की दूरियां निशिकांत दुबे से बनी रहीं। निशिकांत दुबे ने ही विधानसभा चुनाव में सरयू राय के टिकट कटने का विरोध पार्टी के स्तर पर खुलकर किया था।
निशिकांत दुबे की पहल पर सरयू राय ने भी खुलकर भाजपा प्रत्याशी दीपक प्रकाश को समर्थन देने का एलान कर दिया है। इतना ही नहीं राय ने दीपक प्रकाश और निशिकांत दुबे को अपना पुराना हितैषी भी बताया है। मौजूदा वक्त में सरयू राय का करीब आना भाजपा के लिए हितकर है। हालांकि राय के इस निर्णय को उनकी भाजपा में वापसी से जोड़कर नहीं देखा जा रहा है।
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बिहार विधानसभा चुनाव में भी हो सकती है भूमिका :
सरयू राय भले ही तात्कालिक परिस्थितियों के वशीभूत होकर भाजपा छोड़ने पर मजबूर हुए, लेकिन संगठन में उनके समर्थकों की भारी तादाद है। निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर जमशेदपुर पूर्वी में उनकी जीत को भी इससे जोड़कर देखा जा सकता है। वे राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ, अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद समेत संघ परिवार के अन्य संगठनों के करीबी रहे हैं। इससे इतर अन्य राजनीतिक दलों के प्रमुख नेताओं संग भी उनके बेहतर रिश्ते हैं। हालांकि कई अवसरों पर उन्होंने यह स्पष्ट किया है कि वे भाजपा में वापस नहीं लौटेंगे। उन्होंने अपना संगठन खड़ा किया है। सरयू राय की भूमिका बिहार विधानसभा के आगामी चुनाव में भी होगी।