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भाजपा का आरोप, जेल मैनुअल के सभी नियमों को तोड़कर हो रहा लालू यादव से मुलाकात

Lalu Yadav News पार्टी के प्रदेश प्रवक्‍ता प्रतुल शाहदेव ने कहा कि जेल एक्ट कहता है कि जेल किसी भी ऐसी जगह पर भी हो सकता है जहां सजायाफ्ता कैदी को अल्पकाल के लिए रखा जाए। इसलिए तकनीकी रूप से लालू प्रसाद फिलहाल रिम्स में हिरासत में हैं।

By Sujeet Kumar SumanEdited By: Published: Mon, 28 Sep 2020 08:05 AM (IST)Updated: Mon, 28 Sep 2020 08:05 AM (IST)
भाजपा का आरोप, जेल मैनुअल के सभी नियमों को तोड़कर हो रहा लालू यादव से मुलाकात
रांची में प्रेस कांफ्रेंस करते भाजपा के प्रदेश प्रवक्‍ता।

रांची, राज्‍य ब्‍यूरो। प्रदेश भाजपा ने एक बार फिर लालू प्रसाद यादव की राजनीतिक दलों के नेताओं से मुलाकात पर सवाल उठाए हैं। भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता प्रतुल शाहदेव ने कहा कि लालू प्रसाद से राजनीतिज्ञों की मुलाकात का सिलसिला लगातार जारी है और इस दौरान जेल मैनुअल और कानून की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं। रविवार को प्रदेश मुख्यालय में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में प्रतुल ने जेल मैनुअल की गाइडलाइन को भी मीडिया से साझा किया।

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प्रतुल ने कहा कि जेल आइजी कहते हैं कि केली बंगले को जेल नहीं माना जा सकता है। यह बयान पूरे तरीके से निराधार है। क्योंकि उच्च न्यायालय ने अपने 24 अगस्त 2018 के आदेश में लालू प्रसाद को रिम्स में इलाज करने की सुविधा देते हुए यह टिप्पणी की थी कि इलाज रांची में हिरासत में हो। प्रतुल ने कहा कि जेल एक्ट (1894) का सेक्शन 3(1) कहता है कि जेल किसी भी ऐसी जगह पर भी हो सकता है जहां सजायाफ्ता कैदी को अल्पकाल के लिए रखा जाए।

इसलिए सरकार या अधिकारी कुछ भी कहें, लेकिन तकनीकी रूप से लालू प्रसाद फिलहाल रिम्स में हिरासत में हैं और उनके ऊपर जेल मैनुअल के सारे नियम लागू होंगे। उन्होंने कहा कि जेल मैनुअल का चैप्टर 17 का रूल 620 कहता है कि किसी भी मुलाकाती को मिलने से पहले जेल अधीक्षक से लिखित आदेश अनिवार्य रूप से लेना होगा।

लेकिन हमें जानकारी है कि अधिकांश नेता मौखिक आदेश से ही लालू प्रसाद से मिल रहे हैं। भाजपा ने इस पूरे प्रकरण में ढील के लिए राज्य सरकार पर आरोप लगाया है। प्रतुल ने कहा कि स्पष्ट दिख रहा है कि लालू प्रसाद सजायाफ्ता कैदी नहीं, बल्कि बल्कि राज्य स्तरीय मेहमान के रूप में हैं। उन्होंने मुख्यमंत्री से सवाल पूछा कि क्या नियमों का उल्लंघन कर सरकार घोटालेबाजी को बढ़ावा देने का संकेत देना चाह रही है।


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