Archbishop Felix Toppo: ईसाई धर्मगुरु के बयान से गरमाई राजनीति, पूछा- BJP के शासन में क्यूं लगता था डर?
Archbishop Felix Toppo श्री महावीर मंडल डोरंडा केंद्रीय समिति के अध्यक्ष संजय पोद्दार ने कहा कि एक धर्मगुरु को इस तरह का बयान देना दुर्भाग्यपूर्ण और तुष्टीकरण की राजनीति है।
रांची, जासं। Archbishop Felix Toppo झारखंड में सत्ता परिवर्तन को लेकर आर्च बिशप फेलिक्स टोप्पो के बुधवार को दिए बयान का विरोध तेज हो गया है। गुरुवार को श्री महावीर मंडल डोरंडा केंद्रीय समिति के अध्यक्ष संजय पोद्दार, मंत्री पप्पू वर्मा ने चर्च धर्मगुरु के उस बयान की निंदा की है कि भाजपा के शासन में हम सब डरे हुए थे। वर्तमान सरकार क्रिसमस गिफ्ट है। मंडल के अध्यक्ष संजय पोद्दार ने कहा कि एक धर्मगुरु को इस तरह का बयान देना दुर्भाग्यपूर्ण और तुष्टीकरण की राजनीति है। अगर हिंदू धर्म गुरु हिंदुओं के पक्ष में बयान दें तो हम सांप्रदायिक कहे जाते हैं। ईसाई धर्मगुरु को बताना चाहिए कि वह भाजपा के शासन में किस कारण से डरे हुए थे। क्या विवादित संस्था जहां बच्चों की खरीद फरोख्त होती थी, उसकी जांच, धर्म परिवर्तन पर रोक, विदेशी फंडिंग की जांच से डरे हुए थे। आर्च बिशप को इन बातों का भी जवाब देना चाहिए।
मेघा उरांव ने कहा पिछली सरकार ने चर्च के गलत कामों पर अंकुश लगाने का काम किया
झारखंड आदिवासी सरना विकास समिति धुर्वा रांची के अध्यक्ष मेघा उरांव ने कहा कि सच्चाई तो यह है कि पिछली सरकार ने चर्च के गलत कामों पर अंकुश लगाने का काम किया है। भाजपा सरकार बेरोकटोक आदिवासियों के धर्मांतरण में बाधा बन रही थी। आदिवासी संस्कृति को नष्ट करने का अभियान रोकना पड़ा था। विदेशी फंडिंग की जांच से धर्मांतरण में जुटे मिशनरी परेशान थे। चर्च पोषित कई संस्थाएं बच्चा बेचने का काम कर रही थी। इस पर सरकार का चाबुक चला। वास्तव में इन्हीं सब कारणों के कारण ये लोग बौखलाए हुए हैं। मेघा उरांव ने कहा कि जब-जब आदिवासी हितों को प्रभावित करने का प्रयास होगा संगठन प्रखर रूप से अपनी आवाज बुलंद करेगा।