Rajya Sabha Election 2020: झारखंड में राज्यसभा चुनाव की सजी बिसात, दावपेंच में जुटे 'चाणक्य'
मौके की नजाकत भांपते हुए आजसू ने तेवर दिखाने शुरू कर दिए हैं। कहा गया है कि पार्टी की संसदीय समिति निर्णय लेगी। भाजपा किस चेहरे पर दांव लगाती है इस पर भी आजसू की निगाहें लगी हैं।
रांची, राज्य ब्यूरो। राज्यसभा चुनाव की अधिसूचना जारी होने के साथ ही सियासत के रणनीतिकों की परीक्षा का एक और दौर शुरू हो गया है। मुकाबला एक बार फिर सीधे-सीधे यूपीए और एनडीए में है। यूपीए जहां झारखंड कोटे से राज्यसभा के लिए खाली होने वाली दोनों सीटों को जीतने की जुगत में जुटी है, वहीं भाजपा अपने एनडीए के पुराने सहयोगी आजसू के जरिए नैया पार करना चाहती है। मुकाबले का रोचक पहलू यह है कि यूपीए के पास दूसरी सीट और भाजपा के पास अपनी एक सीट निकालने के लिए भी पर्याप्त आंकड़े नहीं है।
झारखंड में राज्यसभा चुनाव का इतिहास अक्सर चमत्कारी परिणाम देता रहा है। यही वजह है कि जोड़-तोड़ तेज हो गई है। यूपीए ने शिबू सोरेन के रूप में अपना पहला उम्मीदवार घोषित कर दिया है, जिनका जीतना तय हैं। वहीं, दूसरा उम्मीदवार जो कि कांग्रेस से होगा, उसकी राह कुछ आसान नहीं है। कांग्रेस के सामने चुनौती है। पार्टी के पास जरूरत के हिसाब से विधायकों की संख्या नहीं है। हालांकि, कांग्रेस ने अब तक अपना उम्मीदवार तय नहीं किया है।
कुछ ऐसे ही संकट से भाजपा में जूझ रही है, लेकिन उसे अपने पुराने सहयोगी आजसू से आस है। आजसू के सदन में दो विधायक हैं। बाबूलाल समेत भाजपा के पास कुल विधायकों की संख्या 26 है, यदि आजसू साथ आ गया, तो एक सीट आसानी से निकल जाएगी। झारखंड कोटे से विधानसभा की एक सीट निकालने के लिए 28 विधायकों की जरूरत है। इधर, आजसू ने मौके की नजाकत को भांपते हुए तेवर दिखाने शुरू कर दिए हैं। कहा गया है कि पार्टी की संसदीय समिति निर्णय लेगी। भाजपा किस चेहरे पर दांव लगाती है, इस पर भी आजसू की निगाहें लगी हुईं हैं।
शिबू 11 को दाखिल करेंगे नामांकन
झामुमो सुप्रीमो शिबू सोरेन बतौर यूपीए उम्मीदवार राज्यसभा के लिए 11 मार्च को अपना नामांकन दाखिल करेंगे।
विधानसभा की दलगत स्थिति
झामुमो : 29
कांग्रेस : 16+2
राजद : 1
भाजपा : 25+1
आजसू : 2
निर्दलीय : 2
एनसीपी : 1
भाकपा माले : 1
(नोट : झाविमो के टूटने से कांग्रेस विधायकों की सख्या 18 और भाजपा की 26 हो गई है। झामुमो ने 30 सीटों पर जीत हासिल की थी, लेकिन हेमंत सोरेन के दुमका सीट छोडऩे के कारण पार्टी के विधायकों की मौजूदा संख्या 29 रह गई है।)