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Mushroom Cultivation: बटन मशरूम की व्यावसायिक खेती का प्रशिक्षण देगा बिरसा कृषि विश्वविद्यालय, आप भी ले सकते हैं भाग

Ranchi Hindi News Jharkhand Hindi News इस प्रशिक्षण में मशरूम उगाने से लेकर उसके उत्पाद बनाने तक की ट्रेनिंग दी जाएगी। 12 किसानों ने रजिस्ट्रेशन कराया है। यह रजिस्ट्रेशन विवि के मशरूम उत्पादन इकाई में कराया जा सकता है।

By Sujeet Kumar SumanEdited By: Published: Mon, 13 Sep 2021 03:48 PM (IST)Updated: Mon, 13 Sep 2021 06:32 PM (IST)
Mushroom Cultivation: बटन मशरूम की व्यावसायिक खेती का प्रशिक्षण देगा बिरसा कृषि विश्वविद्यालय, आप भी ले सकते हैं भाग
Ranchi News, Jharkhand Hindi News इस प्रशिक्षण में मशरूम उगाने से लेकर उसके उत्पाद बनाने तक की ट्रेनिंग दी जाएगी।

रांची, जासं। रांची के बिरसा कृषि विश्वविद्यालय में कृषि संकाय के मशरूम उत्पादन इकाई में बटन मशरूम की बड़े स्तर पर व्यावसायिक खेती एवं उत्पादन प्रौद्योगिकी पर व्यावहारिक प्रशिक्षण दिया जाएगा। यह प्रशिक्षण 16 सितंबर से शुरू होगा। इस प्रशिक्षण में भाग लेने के लिए सोमवार से किसानों ने रजिस्ट्रेशन कराना शुरू कर दिया है। कोविड-19 को देखते हुए पहले बैच में 20-25 लोगों को प्रशिक्षण दिया जाएगा। सोमवार को रांची, रामगढ़ एवं लातेहार जिले के 12 किसानों ने रजिस्ट्रेशन कराया है।

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विवि के इस प्रशिक्षण में मशरूम उगाने से लेकर उसके उत्पाद बनाने तक की ट्रेनिंग दी जाएगी। इससे किसान कुटीर या गृह उद्योग के रूप में अपना व्यवसाय शुरू कर सकते हैं। मशरूम उत्पादन इकाई के प्रभारी डा. नरेंद्र कुदादा ने बताया कि कोई भी इच्छुक व्यक्ति आधार कार्ड एवं पासपोर्ट साइज फोटो के साथ फार्म भरकर रजिस्ट्रेशन करा सकता है। रजिस्ट्रेशन के साथ प्रशिक्षण शुल्क की राशि 1500 रुपये भी जमा करना होगा। यह रजिस्ट्रेशन मशरूम उत्पादन इकाई में कराया जा सकता है।

इस दस दिवसीय गैर आवासीय प्रशिक्षण में मुख्य रूप से बटन मशरूम की खेती के लिए कंपोस्ट निर्माण के विभिन्न चरणों की व्यावहारिक जानकारी एवं व्यावसायिक उत्पादन तकनीक से अवगत कराया जाएगा और प्रशिक्षण सर्टिफिकेट दिया जाएगा। प्रशिक्षण के बाद लोग सफलता के साथ बटन मशरूम की व्यावसायिक खेती से बढ़िया लाभ ले सकेंगे।

डॉ. नरेंद्र कुदादा ने बताया कि इकाई में हर वर्ष मौसम के अनुरूप बटन मशरूम, आयोस्टर मशरूम एवं दूधिया मशरूम उत्पादन प्रौद्योगिकी पर प्रशिक्षण दिया जाता है। सितंबर से फरवरी तक का माह बटन मशरूम की खेती के लिए उपयुक्त है। उन्होंने बताया कि किसानों को आर्थिक रूप से समृद्ध करने के लिए केवल खेती पर निर्भर नहीं रहा जा सकता। ऐसे में कम लागत में मशरूम का उत्पादन एक बेहतर रोजगार सृजन का साधन है।


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