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रांची में यूपी के बिजनौर के गैंग की धमक, ऑटो पर बैठे लोगों का उड़ाता है कीमती सामान; एक गिरफ्तार Ranchi News

बिजनौर के गैंग ने रांची के ऑटो चालकों को भी अपने गैंग में शामिल कर लिया है। बिजनौर गैंग में शामिल एक अपराधी को पुलिस ने शुक्रवार को गिरफ्तार किया है।

By Alok ShahiEdited By: Published: Fri, 13 Sep 2019 11:55 AM (IST)Updated: Fri, 13 Sep 2019 11:55 AM (IST)
रांची में यूपी के बिजनौर के गैंग की धमक, ऑटो पर बैठे लोगों का उड़ाता है कीमती सामान; एक गिरफ्तार Ranchi News
रांची में यूपी के बिजनौर के गैंग की धमक, ऑटो पर बैठे लोगों का उड़ाता है कीमती सामान; एक गिरफ्तार Ranchi News

रांची, जासं। रांची में इन दिनों उत्‍तर प्रदेश के बिजनौर गैंग का आतंक है। बिजनौर का गैंग ऑटो पर सवार लोगों के कीमती सामान उड़ा रहा है। इस गैंग ने रांची के अलग-अलग इलाके के ऑटो चालकों के साथ मिलकर गिरोह बना लिया है। ये ऑटो चालक इस काले धंधे में शातिर बदमाशों के 50 फीसद के पार्टनर हैं। इसका खुलासा तब हुआ जब रांची के हरमू रोड के एक बुजुर्ग दंपती के बैग से इस गैंग ने करीब साढ़े पांच लाख रुपये के गहने और मोबाइल उड़ा लिए।

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मामले की जांच के दौरान पुलिस ने एक ऑटो चालक को पकड़ा। इसके बाद इस गैंग का खुलासा हो गया। ऑटो चालक की निशानदेही पर उसका एक और साथी पकड़ लिया गया। पकड़े गए अपराधियों में शेख जारीद उर्फ सोना और शेख करीमुल शामिल हैं। दोनों मूल रूप से पश्चिम बंगाल के पुरुलिया स्थित हुटमुरा के रहने वाले हैं। दोनों मौलाना आजाद कॉलोनी में किराए के घर में रह रहे थे।

इनमें शेख जारीद को जेल भेज दिया गया है, जबकि दूसरे से पूछताछ चल रही है। दोनों ने पुलिस की पूछताछ में बताया है कि उत्तरप्रदेश के बिजनौर निवासी शाहिद और जाहिद हर सप्ताह रांची आते हैं। दोनों रांची पहुंचकर गिरोह से जुड़े ऑटो चालकों से संपर्क कर एक से दो दिनों के भीतर सेंधमारी करते हैं। इसके बाद वापस बिजनौर लौट जाते हैं।

ऐसे उड़ाते हैैं गहने और रुपये
पुलिस की पूछताछ में बदमाशों ने बताया है कि रांची में संगठित रूप से यह गिरोह छह साल से काम कर रहा है। बिजनौर गैंग के अपराधी वैसे सवारी को ऑटो में बिठाने के लिए टार्गेट देते हैं, जिनके बैग में कुछ कीमती सामान हो। वे बैग पकडऩे वालों की गतिविधि देखकर पहचान करते हैं उनकी बैग में कोई कीमती सामान है। उन्हें बैठाने के बाद ऑटो चालक बिजनौर गैंग के अपराधियों को भी कुछ दूर आगे जाकर ऑटो पर बैठा लेता है।

रास्ते में अपराधी बैग को ब्लेड या चाकू से काटकर हाथ घुसाकर उसमें रखे गहने और पर्स को गायब कर देते हैं और चुपके से रास्ते में ही उतर जाते हैं। अधिकतर सवारी ऐसे होते हैं, जो शहर के बाहर के होते हैं। थाना क्षेत्र की बाध्यता में पीडि़त लोग एफआइआर भी नहीं करा पाते। उन्हें पता भी बाद में चल पाता है।

बुजर्ग दंपति के बैग से उड़ाए थे 5.30 लाख के गहने
 अरगोड़ा थाना क्षेत्र के बसंत बिहार हरमू निवासी 65 वर्षीय ब्रजकिशोर तिवारी पत्नी के साथ राजभवन के समीप बूटी मोड़ जाने के लिए ऑटो में सवार हुए थे। उन्होंने अपने साथ एक बैग रखा था जिसमें 5.30 लाख के गहने रखे थे। राजभवन से बूटी मोड़ के बीच में गहने की चोरी हो गई। बुजुर्ग ने कोतवाली थाना पहुंचकर मामला दर्ज कराया था।


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