बिहार में झारखंड के इन जिलों से भेजी जा रही अवैध शराब, जानिए- कौन है माफिया
Bihar Alcohol Politics बिहार में शराब पर प्रतिबंध है। ऐसे में सीमावर्ती झारखंड के जिलों में अवैध शराब का धंधा परवान चढ़ रहा है। जानकारी के मुताबिक बिहार में शराब आपूर्ति में कोडरमा और चतरा जिले के माफिया सक्रिय हैं। कई लोगों की गिरफ्तारी भी हो चुकी है।
रांची, जागरण संवाददाता। बिहार की परेशानी बढ़ाने में झारखंड में निर्मित अवैध शराब की बड़ी भूमिका है। पड़ोसी राज्य बिहार में शराब पर प्रतिबंध के बाद बिहार के सीमावर्ती झारखंड के जिले कोडरमा, चतरा एवं हजारीबाग में अवैध शराब का धंधा ज्यादा फल-फूल रहा है। यहां से माल आसानी से बिहार तक पहुंच जाता है और इसकी कीमत भी अच्छी मिलती है।
नालंदा जिले में जहरीली शराब से हो चुकी है मौत
बिहार के नालंदा जिले में गत दिनों जहरीली शराब से हुई मौत के मामले में एक बार भी झारखंड का नाम जुड़ा है। बिहार सरकार की आरंभिक जांच रिपोर्ट के अनुसार इसके लिए स्प्रिट बिहार की सीमा से सटे झारखंड के जिले से आपूर्ति की गई थी।
कई घटनाओं से जुड़ चुका है कोडरमा जिला
बिहार से सटा कोडरमा जिला स्प्रिट, देसी और विदेशी शराब बिहार में आपूर्ति करने के मामले में सात वर्षों से चर्चा में रहा है। दिसंबर 2021 में बिहार की सीमा से सटी कोडरमा घाटी में एक स्प्रिट लदा वाहन लावारिस हालत में पुलिस ने जब्त किया था। इससे पहले भी नवादा एवं नालंदा में स्प्रिट व शराब बरामद होने के मामले में कोडरमा का नाम जुड़ चुका है।
कोडरमा के माफिया संजय यादव का नाम
वहीं बिहार के विभिन्न जिलों में शराब की आपूर्ति के कई मामलों में कोडरमा के माफिया संजय यादव का नाम सामने आया था। बिहार में अवैध शराब के मामले में वहां की पुलिस टीम हाल में कोडरमा के एक शराब कारोबारी मनोज मुंडा उर्फ मनोज यादव को गिरफ्तार कर ले गई है। इसके अलावा कई और लोग गिरफ्तार किए गए हैं। वहीं, बिहार में शराब आपूर्ति का किंंग कोडरमा के संजय यादव के ठिकानों पर उसकी गिरफ्तारी के लिए बिहार एवं कोडरमा की पुलिस लगातार दबिश बना रही है।
चतरा जिले में चल रहीं अवैध शराब की फैक्टरियां
वहीं चतरा जिले में भी सैकड़ों अवैध महुआ शराब की फैक्टरियां चल रही हैं। मिनी शराब फैक्टरी संचालक और तस्करों ने मिल कर बड़ा नेटवर्क तैयार कर लिया है। चतरा पुलिस व उत्पाद विभाग ने वर्ष 2021 में अंग्रेजी शराब की 10,557 बोतलें एवं देसी शराब 13,367 लीटर बरामद की थी। इस मामले में छह वाहन जब्त किए जा चुके हैैं।
छह वर्ष में 10 हजार लीटर अवैध स्प्रिट बरामद
झारखंड में बंगाल से स्प्रिट की सप्लाई होती है। हजारीबाग क्षेत्र से गुजर कर यह खेप बिहार के गया, नवादा, नालंदा एवं अन्य क्षेत्रों में भेजी जाती है। बरही और बरकटठा भाया गोरहर के रास्ते कोडरमा में भी स्प्रिट अवैध रूप से भेजा जाता है। बरही और चौपारण पुलिस के साथ साथ सबसे अधिक अवैध स्प्रिट की खेप उत्पाद विभाग ने पिछले छह साल में जब्त की है। इसकी मात्रा करीब 10 हजार लीटर है। इसके अलावा तीन ट्रक, दो चार सौ सात व एक मिनी पिकअप जब्त किया है।