Bihar Assembly Elections: तेज प्रताप पर क्वारंटाइन उल्लंघन का मुकदमा कहीं दबाव की राजनीति तो नहीं!
Bihar Assembly Elections Lalu Prasad Yadav एक दिन पहले ही राजद अध्यक्ष लालू यादव के पुत्र तेजप्रताप पर रांची में मुकदमा दर्ज हुआ है।
रांची, राज्य ब्यूरो। झारखंड में अपने साथ सत्ता में साझीदार राष्ट्रीय जनता दल के साथ मिलकर झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) बिहार में भी विधानसभा चुनाव लड़ेगा। उधर, चारा घोटाले में सजायाफ्ता और रिम्स में इलाजरत अपने पिता राजद अध्यक्ष लालू यादव से मिलने रांची आए उनके पुत्र तेजप्रताप यादव पर क्वारंटाइन के उल्लंघन का मामला दर्ज हुआ है। कुछ राजनीतिक विश्लेषक इसे दबाव की राजनीति से जोड़कर भी देख रहे हैं।
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन कई बार बिहार चुनाव में साझेदारी की बात दोहरा चुके हैं। वहीं, पिछले दिनों झारखंड आए राजद विधायक व लालू के पुत्र तेजस्वी यादव के साथ सीटों के बंटवारे पर लंबी चर्चा भी कर चुके हैं। झामुमो ने महागठबंधन के बैनरतले चुनाव लडऩे के साथ अपनी ओर से बिहार की 12 सीटों पर दावेदारी ठोंकी है। वहीं, राजद ने झामुमो के साथ गठबंधन और सीटें देने की बात पर अभी अपना रुख स्पष्ट नहीं किया है। माना जा रहा है कि झामुमो के बिहार में आधार को देखते हुए राजद वहां उसके लिए 12 सीटें नहीं छोडऩा चाहता।
हालांकि इस बात से भी इन्कार नहीं किया जा सकता कि बिहार में संताल से सटे कई इलाकों में झामुमो का जनाधार है। सरकार बनने के बाद से लेकर अबतक लालू को रिम्स में वीआइपी ट्रीटमेंट दे रही हेमंत सरकार ने अचानक लालू के पुत्र तेजप्रताप पर एक दिन पहले क्वारंटाइन उल्लंघन का मामला दर्ज कर लोगों को सकते में ला दिया था।
पिछले दिनों भी सत्ता में अपनी सबसे बड़ी सहयोगी पार्टी कांग्रेस के प्रदेश सह प्रभारी उमंग सिंघार को भी क्वारंटाइन उल्लंघन के ही मुद्दे पर हेमंत सरकार ने दिल्ली वापस जाने को विवश किया था। तब भी इसे प्रेशर पॉलिटिक्स के रूप में ही देखा गया था। इससे सहयोगियों पर प्रेशर बने न बने, लेकिन दोनों ही मामलों में हेमंत ने जोर-शोर से विरोध कर रही भाजपा का मुंह तो बंद करा दिया। वहीं दूसरी ओर झामुमो मुकदमा दर्ज करा दो संदेश देने में सफल रहा है कि करीबियों के लिए भी वह अपनी छवि पर दाग नहीं लगने देगा।