झारखंड में बंद का मिलाजुला असर, 9500 बंद समर्थक गिरफ्तार
झारखंड के कई जिलों में बंद का मिला-जुला असर दिखा। राज्य में 9500 बंद समर्थक गिरफ्तार किए गए।
राज्य ब्यूरो, रांची। पेट्रोल व डीजल की बढ़ती कीमत के विरोध में सोमवार को विपक्षी दलों के बंद का मिला-जुला असर रहा। बंद के दौरान राज्य में 9500 बंद समर्थक गिरफ्तार किए गए, जिन्हें जिला मुख्यालयों में बनाए गए कैंप जेलों में रखा गया था। शाम में सभी बंद समर्थकों को रिहा किया गया। एडीजी ऑपरेशन आरके मल्लिक ने बताया कि बंद को देखते हुए पूरे प्रदेश में कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गई थी।
अपराह्न चार बजे तक प्रदेश में 8784 गिरफ्तारियां हुई थी। 70 हजार जवान, नई बहाली वाले प्रशिक्षणरत पांच हजार पुलिसकर्मी, छह कंपनी रैपिड एक्शन फोर्स के जवान इस दौरान तैनात किए गए थे। चप्पे-चप्पे पर तैनाती थी, जिसके कारण प्रदेश में कहीं कोई बड़ी घटना नहीं घटी। कहीं-कहीं ट्रेन रोकने व बंद के दौरान छिटपुट तोड़फोड़ की घटना घटी है।
जानें, कौन कहां हुआ गिरफ्तार
आलमगीर आलम (विधायक, पाकुड़), गीताश्री उरांव (पूर्व विधायक, सिसई), सुबोधकांत सहाय (पूर्व सांसद, रांची), सरफराज अहमद (पूर्व विधायक, गिरिडीह), अन्नपूर्णा देवी (पूर्व विधायक, कोडरमा), धीरज साहू (सदस्य राज्यसभा), सुखदेव भगत (विधायक, लोहरदगा), इरफान अंसारी (विधायक, जामताड़ा), राकेश रंजन (पूर्व विधायक महगामा), फुरकान अंसारी (पूर्व सांसद गोडडा), डॉ. अजय कुमार (कांग्रेस अध्यक्ष), नियेल तिर्की (पूर्व विधायक सिमडेगा), मनोज यादव (विधायक, बरही), बन्ना गुप्ता (पूर्व विधायक, जमशेदपुर), अनूप केसरी (जिलाध्यक्ष, सिमडेगा), रामस्वरूप राम (पार्षद), नीलू मुखर्जी (मासस), विजय सिंह (मासस), ललटु दत्ता (मासस) आदि।
कहीं दुकानें बंद हैं तो कहीं खुली रहीं। सड़कों पर लोगों की आवाजाही आम दिनों की तुलना में कम रही। सड़कों पर बंद कराने निकले सैकड़ों समर्थकों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। रांची के अल्बर्ट एक्का चौक, बिरसा चौक, कांके चौक, डोरंडा सहित कई जगहों से बंद समर्थक गिरफ्तार किए गए। बंद की सुरक्षा को लेकर चप्पे-चप्पे पर पुलिस की तैनाती की गई है। डीसी और एसएसपी खुद सुबह से जगह-जगह का दौरा करने में जुटे रहे। सुबह के समय सिटी एसपी अमन कुमार निकले और सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया।
भारत बंद को जेएमएम, जेवीएम, आरजेडी समेत वामदलों का समर्थन
पेट्रोल-डीजल के बढ़े दामों के खिलाफ कांग्रेस के भारत बंद को झारखंड में जेएमएम, जेवीएम, आरजेडी समेत वामदलों का समर्थन है। हालांकि आवश्यक सेवाएं बंद से मुक्त रखा गया है। लेकिन परीक्षा होने के बावजूद ज्यादातर स्कूलें बंद हैं। बंद को देखते हुए रांची में धारा-144 लागू है। देखते ही गिरफ्तार करने का आदेश जारी है।
डायल 100 और वाट्सएप पर सूचना देने की अपील
एसएसपी ने हिंसा और उपद्रव से जुड़ी जानकारी को 100 नंबर और वाट्सएप्प पर पुलिस को देने की लोगों से अपील की है। ड्रोन, सीसीटीवी कैमरे के साथ-साथ जिला पुलिस, आईआरबी, जैप को सुरक्षा में लगाया गया है।पलामू में वाहनों का परिचालन ठप है। निजी स्कूल बंद रहे। जगह-जगह पुलिस तैनात है। वहां सड़क पर उतरते ही करीब 20 बंद समर्थकों को पुलिस ने हिरासत में ले लिया।
भारत बंद के दौरान लोहरदगा में नहीं चल रहे वाहन, पुलिस प्रशासन मुस्तैद रहे। सुबह बंद समर्थक सड़क पर उतर गए। उपद्रवियों से निपटने के लिए सड़क से लेकर चौक-चौराहों पर सशस्त्र बल तैनात रहे। बाक्साइट ले जाने वाले वाहनों का परिचालन ठप रहा। लंबी दूरी की गाड़ियां नहीं चलीं, हालांकि रेल यातायात सामान्य रहा। शहरी क्षेत्र में लगभग सभी निजी स्कूल बंद रहे। सरकारी विद्यालयों में बच्चों की उपस्थिति कम रही।
धनबाद में टायर जला सड़क पर आगजनी
पेट्रोलियम पदार्थों की कीमतों में वृद्धि के विरोध में भारत बंद के दौरान सोमवार को धनबाद में विपक्ष ने सड़कों पर आगजनी की। शहर के प्रमुख-चौक चौराहों पर टायर जला यातायात बाधित कर दी गई। दुकानें जबरन बंद कराई गईं। इस दौरान कुछ स्थानों पर हंगामा भी हुआ। भारत बंद को सफल बनाने के लिए धनबाद की सड़कों पर विपक्ष उतर गया है।
बंद समर्थकों ने राजधानी और शताब्दी एक्सप्रेस रोकने के लिए धनबाद रेलवे स्टेशन के अंदर घुसने की कोशिश की लेकिन पुलिस ने रोक दिया। कांग्रेसियों ने पुराना बाजार और मनईटांड में सड़क पर टायर जलाकर झारखंड सरकार एवं केंद्र सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। कांग्रेस के धनबाद जिला कार्यकारी अध्यक्ष रविंद्र वर्मा के नेतृत्व में दुकानें बंद कराई गई। नया बाजार श्रमिक चौक के पास कांग्रेस नेता अभिजीत राज के नेतृत्व में सड़क जाम किया गया।
शांति पूर्ण प्रदर्शन कर हाथ जोड़कर कराया लातेहार बंद
पेट्रोलियम पदार्थों में मूल्यवृद्धि के खिलाफ लातेहार परिसदन भवन के समीप सोमवार को बंद समर्थकों ने सड़क जाम कर दिया। बंद समर्थकों का नेतृत्व कांग्रेस जिलाध्यक्ष मुनेश्वर उरांव ने की। बंद कराने में डालटनगंज से पूर्व मंत्री केएन त्रिपाठी मुख्य रूप से उपस्थित थे। उन्होंने कहा कि भाजपा की सरकार ने कॉरपोरेट घरानों को फायदा पहुंचाने के लिए तेल के दाम बढ़ा दिए हैं। इस दौरान कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने पैदल चलकर हाथ जोड़कर दुकानदारों से दुकानें बंद करवाई। लातेहार मुख्यालय में बंद का असर मिलाजुला रहा।
इस दौरान पुलिस सभी समर्थक कार्यकर्ताओं को थाना चौक के पास गिरफ्तार कर बस से मांको डाक बंगला कैंप जेल ले गई। वहां पर भी कार्यकर्ताओं ने सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। इधर, पुलिस इंस्पेक्टर कमलेश्वर पांडेय ने कहां कि लातेहार जिले में पेट्रोलियम की वृद्धि के खिलाफ बंद समर्थक के द्वारा शांतिपूर्ण तरीके से बंद कराया गया। बंद समर्थकों को गिरफ्तार कर जेल कैंप लाया गया है।
बंद के दौरान बेरमो कोयलांचल में ठप हुई कोल ट्रांसपोर्टिंग
कांग्रेस के भारत बंद के दौरान सोमवार की सुबह से ही बेरमो कोयलांचल में कोयला ट्रांसपोर्टिंग पूरी तरह ठप हो गई। लोकल सेल, रेलवे साइडिंग सहित खदानों से उत्खनित कोयला के डिस्पैच में लगी गाड़ियों के पहिये थमे रहे। जगह जगह कांग्रेस सहित अन्य विपक्षी दलों के कार्यकर्ताओं ने मोर्चा संभाले रखा। बेरमो के नावाडीह, भण्डारीदह, चन्द्रपुरा, फ़ुसरो, कथारा, बोकारो थर्मल, गोमिया, स्वांग आदि क्षेत्रों में महागठबंधन से जुड़ी पार्टियों के कार्यकर्ताओं ने सड़क पर उतर कर प्रदर्शन किया। कथारा, करगली, नावाडीह चौक सहित अन्य स्थानों में अहले सुबह से रोड जाम कर दिया गया था। काफी संख्या में बंद समर्थक सड़कों पर उतर कर पेट्रोल , डीजल और रसोई गैस की कीमतों में वृद्धि के खिलाफ सरकार विरोधी नारे लगा रहे थे।