सावधान, यहां कुत्ते हैं या कुत्तों से सावधान; खतरनाक और वफादार भी Lohardaga News
Beware of Dogs कुत्तों की संख्या देखकर लोग घर के मालिक के कद का अंदाजा लगाते हैं। शाम के समय इन कुत्तों को लेकर घूमना लोगों की दिनचर्या में शामिल हो गया है। ये कुत्ते वफादार तो होते ही हैं साथ ही खतरनाक भी होते हैं।
लोहरदगा, [राकेश कुमार सिन्हा]। कुत्ते पालना आज के समय में एक शौक ही नहीं, बल्कि खुद को पशु प्रेमी बताने का एक माध्यम भी बन गया है। शहर से लेकर प्रखंड क्षेत्र के लोग आजकल बड़ी संख्या में कुत्ते पालने लगे हैं। खासकर विदेशी नस्ल के कुत्तों को पालने का शौक काफी ज्यादा बढ़ गया है। अमूमन हर तीन-चार घर में से किसी एक घर में पालतू कुत्ते जरूर मिल जाते हैं।
शाम के समय इन कुत्तों को लेकर घूमना लोगों की दिनचर्या में शामिल हो गया है। आम जिंदगी का हिस्सा बन रहा विदेशी नस्ल का कुत्ता लोगों की दिनचर्या में भी शामिल होकर रह गया है। अमूमन हर घर में अब कुत्ते नजर आते हैं। पहले बड़ी मुश्किल से एक-दो घरों में ही विदेशी नस्ल के कुत्ते मिलते थे।
इन नस्ल के कुत्तों को किया जाता है पसंद
यूं तो लोग ज्यादातर ऐसे कुत्तों को पालना पसंद करते हैं जो दिखने में खतरनाक और ट्रेंड करने में आसान हों। लोग डॉबरमैन, पमेलियन लैब्राडोर, जर्मन शेफर्ड, बुलडॉग, माल्टीज़, बीगल, गोल्डन रिट्रीवर, जैक रसेल टेरियर, पग आदि नस्ल के कुत्तों को लोग पसंद करते हैं। लोग ज्यादातर ऐसे कुत्तों को पालना पसंद करते हैं, जो इंसानों के साथ आराम से घुलमिल जाएं। ट्रेंड करने में आसान हो और खतरनाक होने के साथ-साथ अपने मालिक के प्रति वफादार भी हों।
5 हजार से लेकर 20 हजार रुपये तक के कुत्ते उपलब्ध
लोग ज्यादातर एक या दो कुत्ते रखना ही पसंद करते हैं। लेकिन कुछ लोग ऐसे होते हैं, जो एक साथ आधा दर्जन कुत्ते तक रखते हैं। एक कुत्ते की कीमत 5 हजार रुपये से लेकर 20 हजार रुपये तक है। आसानी से कुत्ते उपलब्ध हो जाते हैं। लोग कुत्तों के व्यवहार को जानने को लेकर कई बार प्रशिक्षण भी प्राप्त करते हैं। स्थानीय बाजार के साथ-साथ रांची, जमशेदपुर, बोकारो, धनबाद आदि से भी लोग विदेशी नस्ल के कुत्ते मंगाते हैं।
जितने कुत्ते, उस घर के मालिक का उतना बड़ा कद
कुत्तों की संख्या देखकर लोग उस घर के मालिक के कद का अंदाजा लगाते हैं। यानी कि जितने कुत्ते, उस घर के मालिक का उतना ही बड़ा कद। एक सामान्य व्यापारी, ठेकेदार, नेता या फिर कोई बड़ी शख्सियत, अपने घर में कुत्तों की पूरी की पूरी फौज रखता है। शायद वह बताना चाहता है कि कुत्तों के रूप में वह अपनी और अपने घर की सुरक्षा को लेकर कितना गंभीर है। कुत्ता प्रेमी होना आज के समय में स्टेटस सिंबल भी बनता जा रहा है।