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Jharkhand: प्लाज्मा थेरेपी के आ रहे बेहतर परिणाम, अबतक 200 कोरोना मरीजों को लाभ

झारखंड राज्य एड्स कंट्रोल सोसाइटी के राज्य परियोजना निदेशक राजीव रंजन के अनुसार झारखंड में कोरोना के मरीजों के इलाज में प्लाज्मा थेरेपी के बेहतर परिणाम आ रहे हैं। अबतक 210 यूनिट प्लाज्मा संग्रह किए गए हैं जबकि 200 मरीजों को प्लाज्मा थेरेपी का लाभ दिया गया है।

By Vikram GiriEdited By: Published: Tue, 29 Sep 2020 07:01 PM (IST)Updated: Tue, 29 Sep 2020 07:01 PM (IST)
Jharkhand: प्लाज्मा थेरेपी के आ रहे बेहतर परिणाम, अबतक 200 कोरोना मरीजों को लाभ
प्लाज्मा थेरेपी के आ रहे बेहतर परिणाम। प्रतीकात्मक तस्वीर। जागरण

रांची (राज्य ब्यूरो) । झारखंड राज्य एड्स कंट्रोल सोसाइटी के राज्य परियोजना निदेशक राजीव रंजन के अनुसार झारखंड में कोरोना के मरीजों के इलाज में प्लाज्मा थेरेपी के बेहतर परिणाम आ रहे हैं। अबतक 210 यूनिट प्लाज्मा संग्रह किए गए हैं, जबकि 200 मरीजों को प्लाज्मा थेरेपी का लाभ दिया गया है। रांची और जमशेदपुर के बाद अब धनबाद में भी प्लाज्मा थेरेपी की व्यवस्था शुरू की जा रही है।

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हालांकि राज्य परियोजना निदेशक यह जानकारी नहीं दे सके कि जिन मरीजों की प्लाज्मा थेरेपी कराई गई उनमें कितने पूरी तरह स्वस्थ हुए। मंगलवार को सूचना भवन में मीडिया से रूबरू राज्य परियोजना निदेशक ने बताया कि लॉकडाउन लागू हाेने से अबतक राज्य में 97,612 यूनिट रक्त का संग्रह हुआ, जबकि 1,05,052 यूनिट रक्त वितरित किए गए।

बताया कि पहली बार सोसाइटी ने रक्तदान को बढ़ावा देने के लिए तीन माह का कैलेंडर जारी किया है। इसके तहत पहले सप्ताह में जिला समाहरणालय, दूसरे सप्ताह पुलिस लाइन, तीसरे सप्ताह नगर निकाय, चौथे सप्ताह सदर अस्पताल, पांचवें सप्ताह अनुमंडल कार्यालय, छठे तथा सातवें सप्ताह प्रखंड व अंचल कार्यालय, आठवें सप्ताह बैंक, नौवें सप्ताह अर्द्धसैनिक बलों के कार्यालय, 10 वें सप्ताह जैप एवं अन्य पुलिस कार्यालय तथा 11वें 12वें सप्ताह में कॉलेजों एवं अस्पतालों में रक्तदान शिविर लगाए जाएंगे।

वहीं, एक अक्टूबर को राष्ट्रीय स्वैच्छिक रक्तदान दिवस के अवसर पर स्‍वैच्‍छिक रक्‍तदान पखवाड़ा आयोज‍ित करने का न‍िर्णय ल‍िया गया है। इस दौरान 50 हजार यून‍िट रक्‍त संग्रह का लक्ष्‍य रखा गया है। उन्‍होंने अध‍िक से अध‍िक लोगों से स्‍वैच्‍छ‍िक रक्‍तदान करने की अपील करते हुए कहा क‍ि शिव‍िरों में बरती जा रही सावधान‍ियों के कारण रक्‍तदान करने में कोरोना का कोई खतरा नहीं है।

3.70 लाख यूनिट संग्रह जरूरी, हो रहा 2.70 लाख

नेशनल ब्लड ट्रांसफ्यूजन काउंसिल द्वारा तय मानक के अनुसार, आबादी के अनुसार झारखंड में वार्षिक 3.70 लाख यूनिट रक्त का संग्रह जरूरी है, लेकिन यहां 2.70 से 2.80 लाख के बीच ही रक्त संग्रह हो रहा है। राज्य परियोजना निदेशक के अनुसार, स्वैच्छिक रक्तदान बढ़ाने के लिए रांची, हजारीबाग, देवघर एवं पलामू में ब्लड कलक्शन वैन संचालित किए जा रहे हैं।


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