Bank Strike: 31 से दो दिन हड़ताल पर रहेंगे बैंककर्मी, तीन दिनों तक बैंक रहेंगे बंद
Bank Strike राज्य में संचालित बैंक की लगभग 4000 शाखाओं में कामकाज ठप रहेगा। मार्च महीने में तीन दिवसीय और अप्रैल में बेमियादी हड़ताल की घोषणा भी की गई है।
रांची, जेएनएन। Bank Strike यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियंस (यूएफबीयू) के आह्वान पर 31 जनवरी व एक फरवरी को राज्यभर के बैंककर्मी हड़ताल पर रहेंगे। इस दौरान सार्वजनिक बैंकों की सभी शाखाएं बंद रहेंगी। हालांकि यह हड़ताल दो दिवसीय है। लेकिन अगले दिन रविवार होने के कारण तीन दिन तक लगातार बैंकिंग सेवाएं ठप रहेंगी। यूएफबीयू द्वारा यह हड़ताल 12 सूत्री मांगों को लेकर बुलाई गई है।
इसमें लंबित वेतन समझौता की मांग प्रमुख है। वहीं न्यू पेंशन को रद करने की मांग के अलावा दस अन्य मांगें शामिल हैं। हड़ताल के कारण राज्य की लगभग चार हजार शाखाओं में कामकाज प्रभावित रहेगा। तीन दिन बैंक बंद रहने से कैश के लिए लोगों को एटीएम पर निर्भर रहना पड़ेगा। इससे एटीएम ड्राई भी हो सकते हैं और लोगों को कैश के लिए परेशान होना पड़ सकता है। साथ ही अकाउंट ओपनिंग, चेक क्लियरेंस बैंक शाखा से होने वाले एनईएफ्टी और आरटीजीएस सेवाएं भी बाधित रहेंगी। इस कारण भी लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ेगा।
संघ के संयुक्त संयोजक एमएल सिंह ने कहा कि यूनियन के सदस्य हड़ताल की पूर्व संध्या पर गुरुवार को बैंक ऑफ बड़ौदा के समक्ष अपना विरोध प्रदर्शन करेंगे। हड़ताल के दिन सभी बैंक की आंचलिक कार्यालयों के बाहर प्रदर्शन होंगे। एमएल सिंह ने यह भी कहा कि अगर इस दो दिवसीय हड़ताल के बाद भी अगर आइबीए का अडिय़ल रवैया बना रहता है तो मार्च महीने में 11 से 13 मार्च तक तीन दिवसीय हड़ताल पर जाएंगे। इसके बाद अप्रैल से अनिश्चितकालीन हड़ताल करेंगे।
बैंककर्मियों की मांगों पर एक नजर
बैंककर्मियों की मांगों में विशेष भत्ता का मूल वेतन में मर्जर, पेंशन का अपडेशन, पारिवारिक पेंशन में बढ़ोतरी, न्यू पेंशन स्कीम को रद्द किया जाना, जाय, सभी शाखाओं में एक समान कारोबार अवधि तय करना, बैंक अधिकारियों के लिए नियत कार्य अवधि तय करना, पांच दिवसीय बैंकिंग, समान काम के लिए समान वेतन, सेवानिवृत्ति लाभों को आयकर की सीलिंग से मुक्त करना शामिल है।