बंधु तिर्की और प्रदीप यादव कांग्रेस में शामिल, दिल्ली में आरपीएन सिंह की मौजूदगी में ली सदस्यता
Jharkhand Politics. बंधु तिर्की और प्रदीप यादव कांग्रेस में शामिल हो गए। दिल्ली में कांग्रेस मुख्यालय में झारखंड कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी आरपीएन सिंह मौजूद रहे।
रांची, जेएनएन। झारखंड विकास मोर्चा (झाविमो) से निष्कासित विधायक बंधु तिर्की और प्रदीप यादव कांग्रेस में शामिल हो गए हैं। दिल्ली में सोमवार को कांग्रेस मुख्यालय में आयोजित कार्यक्रम में दोनों विधायकों ने कांग्रेस की सदस्यता ली। झारखंड कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी आरपीएन सिंह की मौजूदगी बंधु और प्रदीप को कांग्रेस की सदस्यता दिलाई गई। इस दौरान पार्टी के नेता रणदीप सुरजेवाला भी मौजूद रहे। आरपीएन सिंह ने कहा कि प्रदीप यादव झाविमो विधायक हैं और बंधु तिर्की झारखंड में मंत्री रह चुके हैं।
झाविमो के दो विधायक हमारे साथ हैं। पार्टी के कई पदाधिकारी भी हैं। आरपीएन सिंह ने कहा कि आज झारखंड से झाविमो के दो विधायक प्रदीप यादव जी और बंधु तिर्की जी कांग्रेस से जुड़ रहे हैं। कल दोनों विधायकों के नेतृत्व में झाविमो की बैठक हुई और इन्होंने झाविमो के कांग्रेस में विलय का निर्णय लिया है, जिसे कांग्रेस अध्यक्षा ने भी स्वीकारा है। बाबूलाल के भाजपा में शामिल होने पर कहा कि मैं उनका सम्मान करता हूं। उनके साथ किसी भी पार्टी पदाधिकारी ने भाजपा ज्वाइन नहीं की है।
प्रदीप यादव ने इस दौरान कहा कि रविवार को रांची में पार्टी की बैठक में यह निर्णय लिया गया कि झाविमो का कांग्रेस में विलय होगा। उन्होंने कहा कि पार्टी के दो विधायक एक साथ हैं तो जाहिर तौर पर असली झाविमो तो हम ही हैं। बंधु तिर्की ने कहा सोनिया गांधी और राहुल गांधी पर हमारी आस्था है। हम पार्टी को और मजबूत करने का काम करेंगे। मैं बाबूलाल के साथ इसलिए था कि वे गरीबों की और आदिवासियों के हित की बात करते थे लेकिन आज वे कुछ और बोल रहे हैं।
बंधु तिर्की और प्रदीप यादव अपने गुट को असली झाविमो बता रहे हैं। कल रविवार को ही दोनों नेताओं ने कांग्रेस में शामिल होने की घोषणा की थी। बाबूलाल मरांडी के भाजपा में शामिल होने की घोषणा के बाद से ही बंधु और प्रदीप अपने लिए ठौर तलाश रहे थे। कांग्रेस विधायक और प्रदेश झारखंड के कार्यकारी अध्यक्ष इरफान अंसारी के विरोध के बाद भी दोनों नेताओं को पार्टी में शामिल किया गया है। इरफान अंसारी ने कहा था कि यदि प्रदीप यादव को कांग्रेस में शामिल किया गया तो वे कार्यकारी अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे देंगे।