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Jharkhand Lockdown: खाते में राशि भेजने से नहीं होगा समस्या का हल, पदाधिकारियों को मजदूरों को पास भेजे सरकार

Jharkhand Lockdown बाबूलाल मरांडी ने कहा है कि तालाबंदी की अवधि में विभिन्न राज्यों में फंसे प्रवासी श्रमिकों के खाते में राहत राशि भेजने से समस्या का समाधान नहीं होगा।

By Alok ShahiEdited By: Published: Sat, 18 Apr 2020 02:40 PM (IST)Updated: Sat, 18 Apr 2020 02:40 PM (IST)
Jharkhand Lockdown: खाते में राशि भेजने से नहीं होगा समस्या का हल, पदाधिकारियों को मजदूरों को पास भेजे सरकार
Jharkhand Lockdown: खाते में राशि भेजने से नहीं होगा समस्या का हल, पदाधिकारियों को मजदूरों को पास भेजे सरकार

रांची, राज्य ब्यूरो। भाजपा विधायक दल के नेता बाबूलाल मरांडी ने कहा है कि तालाबंदी की अवधि में विभिन्न राज्यों में फंसे प्रवासी श्रमिकों के खाते में राहत राशि भेजने से समस्या का समाधान नहीं होगा। समस्या के स्थायी निदान के लिए उन्होंने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से पदाधिकारियों की टीम को विभिन्न राज्यों में भेजने की बात एक बार फिर दोहराई है।

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दूसरे राज्यों में फंसे हैं लगभग 75 हजार श्रमिक 

बाबूलाल मरांडी ने अपने विधानसभा क्षेत्र धनवार का उदाहरण देते हुए कहा कि वहां के करीब 75 हजार श्रमिक दूसरे राज्यों में फंसे हैं। यदि इन्हें एक हजार और दो हजार की सहायता कर भी दी गई तो आशंका बनी रहेगी कि प्रभावित मजदूरों के परिवारों के बीच इस राशि का सही ढंग से वितरण हो भी रहा है या नहीं। रोज कमाने खाने वालों बहुत से श्रमिकों के पास बैंक एकाउंट भी नहीं है।

मजदूरों के पास वरीय पदाधिकारियों को भेजाा जाए 

बाबूलाल मरांडी ने मुख्यमंत्री को सुझाव देते हुए कहा कि वरीय पदाधिकारियों की टीम ऐसे प्रमुख शहरों में भेजी जाए जहां बड़ी संख्या में मजदूर फंसे हैं। कहा, ये पदाधिकारी स्थानीय प्रशासन से समन्वय बनाकर संकट की घड़ी में श्रमिकों को राशन-पानी व दवा इत्यादि की जरूरतों का समाधान कर सकते हैं। ऐसे में प्रवासी मजदूरों के समक्ष भूखे रहने की नौबत नहीं आएगी।


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