भाजपा में विलय को बाबूलाल रेस, कल का दिन अहम
रांची झारखंड विकास मोर्चा के अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने संगठन के भाजपा में विलय की कवायद तेज कर दी है। कल का दिन इस मायने में अहम होगा।
रांची : झारखंड विकास मोर्चा के अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने संगठन के भाजपा में विलय की कवायद तेज कर दी है। अब यह प्रयास अंतिम चरण में है। बाबूलाल मरांडी बीते दो दिन से दिल्ली में कैंप कर रहे हैं।
उन्होंने 11 फरवरी को रांची में नवगठित केंद्रीय कार्यकारिणी की बैठक बुलाई है। इसमें झाविमो के भाजपा में विलय की औपचारिक मंजूरी लिए जाने की संभावना है।
अटकलें लगाई जा रही है कि बाबूलाल मरांडी ने रविवार को भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात में कुछ शर्तो का उल्लेख किया है, जिसमें नई टीम के गठन समेत जिम्मेदारी आदि को लेकर चर्चाएं हैं।
फिलहाल बाबूलाल मरांडी और भाजपा के प्रमुख नेताओं के बीच की मुलाकात को गुप्त रखा जा रहा है। जानकारी के मुताबिक वरिष्ठ भाजपा नेता ओम माथुर दिल्ली में चल रही तमाम मुलाकातों में मरांडी के साथ हैं।
माथुर गत विधानसभा चुनाव में भाजपा के प्रभारी थे। चुनाव के दौरान उनकी भूमिका को लेकर भी भाजपा के भीतर सवाल उठे, लेकिन बदली राजनीतिक परिस्थितियों में उन्होंने अपना स्टैंड बदला है।
वे आलाकमान को यह समझाने में लगे हैं कि बाबूलाल मरांडी का शामिल होना संगठन के लिए संजीवनी सरीखा होगा और वे झारखंड में भाजपा के लिए सत्ता में वापसी की सीढ़ी हो सकते हैं।
बीएल संतोष ले रहे फीडबैक :
भाजपा के केंद्रीय महामंत्री (संगठन) बीएल संतोष ने रविवार को यहां पार्टी कार्यालय में कई स्तरों पर बैठक की। उन्होंने बाबूलाल मरांडी को लेकर विभिन्न नेताओं से मशविरा किया, वहीं नए प्रदेश अध्यक्ष और विधायक दल के नए नेता के नाम पर भी मंत्रणा की।
अल्पसंख्यक नेता करेंगे किनारा :
बाबूलाल मरांडी के साथ जाने से झाविमो के ज्यादातर अल्पसंख्यक नेता कतरा रहे हैं। ऐसे नेताओं ने उनसे किनारा करने का निर्णय किया है। कार्यसमिति के दौरान ऐसा नेता विरोध कर सकते हैं। झाविमो के दो विधायक प्रदीप यादव और बंधु तिर्की पहले ही इसके खिलाफ हैं। दोनों को संगठन से निकाला जा चुका है।