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आयुष्मान योजना के तहत पहले दिन रिम्स में हुए 12 ऑपरेशन

रांची : आयुष्मान भारत योजना कई गरीब मरीजों के चेहरे पर राहत की मुस्कान बिखेर गई।

By JagranEdited By: Published: Mon, 24 Sep 2018 07:05 AM (IST)Updated: Mon, 24 Sep 2018 07:05 AM (IST)
आयुष्मान योजना के तहत पहले दिन रिम्स में हुए 12 ऑपरेशन
आयुष्मान योजना के तहत पहले दिन रिम्स में हुए 12 ऑपरेशन

रांची : आयुष्मान भारत योजना कई गरीब मरीजों के चेहरे पर राहत की मुस्कान बिखेर गई। इसकी बानगी राज्य के सबसे बड़े अस्पताल रिम्स में देखने को मिली। कोडरमा, गिरिडीह, पलामू जैसे जिलों के अंदरूनी इलाकों से रिम्स में जीने की आस लिए आए मरीजों का आयुष्मान योजना के तहत निश्शुल्क इलाज कराया गया। रिम्स में 19 ऑपरेशन होना था, जिसमें 12 ऑपरेशन किए गए। ---------

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इन लोगों का किया गया ऑपरेशन रिम्स में रविवार को जनरल सर्जरी में दीपक सिंह (29), पीडियाट्रिक में दीपक महतो (4), इ एंड टी में रितल गोराई (13), संतोष साव (22)व अजीमा खातून (50), कार्डियोलॉजी में मो मियां व बच्चू लाल और यूरोलॉजी में विजय प्रसाद (27), राम लखन सिंह, पितांबर सिंह और शबाना बीबी का ऑपरेशन किया गया। -------------

चार दिन से कार्यक्रम को सफल बनाने में लगे अधिकारी रिम्स डायरेक्टर डॉ. आरके श्रीवास्तव, सुप¨रटेंडेंट डॉ. विवेक कश्यप, डिप्टी डायरेक्टर एडमिनिस्ट्रेशन गिरिजा प्रसाद और डिप्टी सुप¨रटेंडेंट चार दिन से कार्यक्रम को सफल बनाने में लगे थे। इस सिलसिले में लगातार बैठकों का दौर जारी था। -------------------

लिंक होता रहा फेल

रिम्स में लगाए गए आयुष्मान मित्र काउंटर में सुबह नौ बजे से ही भीड़ लग गई थी, लेकिन चार बजे तक मात्र 20 गोल्डन कार्ड का ही प्रिंट निकाला जा सका था। बीच में दो-तीन घंटे तक लिंक फेल हो जाने के कारण काफी परेशानी का सामना करना पड़ा। --------

लिंक फेल होने पर रो पड़ीं धनबाद की सुमित्रा सुमित्रा देवी के पति डॉ. सीबी सहाय की यूनिट में भर्ती हैं। वह आयुष्मान योजना के तहत अपने पति का इलाज कराना चाह रही हैं। धनबाद हीरापुर से आयी हैं। दो बजे तक रहने के बाद भी उनका गोल्डन कार्ड नहीं बन पाया था। लिंक फेल होने की समस्या थी। इसी तरह दीपक महतो, ममता देवी सहित अन्य लोग परेशान थे। कई लोगों ने लाइन में खड़े होने के दौरान अपना आइडी कार्ड डिस्प्ले करते हुए बताया कि वह लोग तीन घंटे से लाइन में लगे हैं। जाहिर बात थी कि आयुष्मान भारत कार्यक्रम ने एक उम्मीद जगाई है और सभी उसमें अपने परिजनों के जीने की आस देख रहे हैं। ---------------- सबको धन्यवाद दे रहे थे धनबाद के दीपक

धनबाद के दीपक को दो महीने पहले पेट में दर्द उठा था। काफी तकलीफ थी। धनबाद में चिकित्सकों को दिखाया। वहां के चिकित्सकों ने पेट दर्द का सही इलाज नहीं किया। रिम्स में चेकअप कराया। गोल्ड ब्लैडर में स्टोन निकला। दस सितंबर को एडमिट हुए थे। डॉ. विनोद कुमार की यूनिट में भर्ती हैं। आयुष्मान भारत के तहत गोल्ड कार्ड के लिए चुना गया। रविवार की सुबह में ऑपरेशन किया गया। मां सावित्री देवी के चेहरे पर शांति थी। उन्होंने कहा कि अब बेटा जल्दी ठीक हो जाएगा।

कोडरमा के मो. मियां ने कहा - खुदा की रहमत है कोडरमा के मोहम्मद मियां को दिल की तकलीफ थी। डॉ. प्रशांत कुमार ने आयुष्मान योजना के तहत एंजियोप्लास्टी की। उनके बेटे मोहम्मद रफी ने बताया कि पूर्व में डॉक्टर ने 90 हजार का एस्टीमेट दिया था। 14 सितंबर को रिम्स में एडमिट हुए थे। उन्होंने कहा कि इस योजना से गरीब लोगों का इलाज निश्शुल्क हो जाएगा। काफी बड़ी बात है। -------

पांच साल के दीपक महतो का भी ऑपरेशन रिम्स में रविवार को पांच साल के दीपक महतो का ऑपरेशन डॉ. बिरूआ और डॉ. अभिषेक के मार्गदर्शन में डॉ. श्याम, डॉ. युसुफ और डॉ. शारीक ने किया। दीपक को रुक-रुककर पेशाब होने और पेशाब में खून आने की शिकायत थी। उनके पिता अजीत महतो ने बताया कि 20 हजार के करीब खर्च आता। लेकिन आयुष्मान योजना के तहत ऑपरेशन निश्शुल्क हो गया। ------

बोकारो के पीतांबर सिंह ने भी कराया ऑपरेशन बोकारो के पितांबर सिंह (48) को भी पेशाब करने में दिक्कत थी। उनकी बेटी यशोदा कुमारी ने बताया कि पेशाब में परेशानी होने के कारण किडनी भी खराब थी। उनका ऑपरेशन डॉ. अरशद जमाल ने किया। ऐसे 10 हजार रुपये खर्च होते, लेकिन आयुष्मान योजना के तहत निश्शुल्क ऑपरेशन हो गया।


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