अभेद्य किले जैसा था सुरक्षा घेरा, सबकी हुई जांच
रांची : प्रभात तारा मैदान स्थित प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कार्यक्रम के लिए कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गई थी।
रांची : प्रभात तारा मैदान स्थित प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कार्यक्रम के लिए कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गई थी। सुरक्षा का घेरा ऐसा, कि प¨रदा पर न मार सके। सुरक्षा घेरा अभेद्य किले के समान था। कार्यक्रम स्थल तक पहुंचने के लिए कई स्तर की सुरक्षा घेरे को पार करना पड़ा। पंडाल में मेटल डिटेक्टर और स्कैनर से जांच के बाद ही लोगों का प्रवेश कराया गया। इस दौर से हर साधारण-असाधारण लोगों को गुजरना पड़ा। पीएम के कार्यक्रम को लेकर उत्साहित लोगों ने सुरक्षाकर्मियों का भरपूर सहयोग भी किया। कुछ लोग उलझे, हालांकि पुलिसकर्मियों के समझाने पर सभी माने और हर प्रक्रिया से गुजरने को तैयार हुए।
पीएम के कार्यक्रम की सुरक्षा में नौ आइपीएस जुटे थे। उन्हें 33 डीएसपी बैकअप दे रहे थे। सुरक्षा में 334 इंस्पेक्टर व एसआइ और 1800 पुलिसकर्मी तैनात थे। एयरपोर्ट से लेकर प्रभात तारा मैदान तक पुलिस की चप्पे-चप्पे पर तैनाती थी। हर पल की सुरक्षा व्यवस्था पर एसपीजी के अधिकारी भी लगे थे। किसी भी प्रकार की खामियां नजर आती, तो वे तुरंत निर्देश देकर उन्हें अलर्ट करा रहे थे। पूरे दिन कार्यक्रम स्थल के तीन किलोमीटर के दायरे में नियमित गश्ती भी जारी थी। इसमें माइक, बाइक दस्ता और वरीय अधिकारी भी जुटे थे। डॉग स्क्वायड टीम भी हर संदिग्ध गतिविधियों पर नजरें जमाई थीं। एसएसपी अनीश गुप्ता स्वयं पूरी सुरक्षा की मॉनिट¨रग कर रहे थे। सुरक्षा व्यवस्था में जिला बल के अलावा, सीआइएसएफ, एटीएस, जैप, रैफ सहित लगाए गए थे।
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25 स्थलों से निगरानी प्रधानमंत्री की यात्रा के दौरान एयरपोर्ट से लेकर सभा स्थल तक 25 स्थलों से निगरानी रखी जा रही थी। मौसम विभाग के भवन, ग्रीन एकर्ड होटल, बिरसा चौक, जगन्नाथपुर मंदिर और मौसीबाड़ी मंदिर पर भी सुरक्षा बलों की तैनाती की गई थी। सुरक्षा के मद्देनजर अलग-अलग जगहों पर नौ अग्निशमन वाहन तैनात थे। फायर बिग्रेड सीसीटीवी कैमरों के लिए बने कंट्रोल रूम और टेट्रा कंट्रोल से जुटी थी।
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घनघनाते रहे वायरलेस, मिलते रहे निर्देश कार्यक्रम को लेकर देर रात से ही सुरक्षाकर्मियों की तैनाती कर दी गई थी। सैकड़ों प्वाइंट पर टेट्रा वायरलेस के साथ डीएसपी, इंस्पेक्टर, दारोगा और जमादार स्तर के पुलिसकर्मियों को वायरलेस के साथ तैनात कर दिया गया था। पेट्रोलिंग, गश्ती में लगे दस्ते से लेकर कार्यक्रम स्थल के पुलिसकर्मियों से सभी जुड़े थे। हर क्षण वायरलेस घनघनाते रहे। हर छोटी-बड़ी सूचनाओं पर रिस्पांस कर रहे थे। हर समस्याओं का निराकरण भी किया जा रहा था। एसएसपी से लेकर अन्य सभी आइपीएस मॉनिट¨रग कर रहे थे।