ठंड में बढ़ जाता है सोरायसिस का खतरा, सही समय पर कराएं इलाज Ranchi News
रिम्स के चर्म एवं यौन रोग विभाग में विश्व सोरायसिस दिवस को लेकर जागरूकता अभियान चलाया गया। इस दौरान मरीजों को परामर्श दिया गया। डॉक्टरों ने कहा कि बीमारी को नजरअंदाज नहीं करें।
रांची, जासं। कई ऐसे त्वचा रोग हैं, जो लंबे समय तक रोगी को परेशान करते हैं। कई बार लंबे समय तक इलाज के बावजूद भी ये ठीक नहीं होते हैं। ऐसे में रोगी निराश भी हो जाते हैं। सोरायसिस एक ऐसा ही रोग है, जो आॅटो इम्यून डिसआॅर्डर के कारण होता है। अगर सही तरीके से धैर्य रख कर इलाज कराया जाये, तो इस रोग से भी छुटकारा पाया जा सकता है। उक्त बातें रिम्स के चर्म और यौन रोग विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ एसएस चौधरी ने मंगलवार को कही। उन्होंने बताया कि सोरायसिस स्किन को खराब करता है।
आज कल कॉस्मेटिक्स का जमाना है। यह चेहरा में जाता है तो उसमें बुरा प्रभाव डालता है। इन्हीं सारी बातों को लेकर जागरूकता फैलाने के उद्देश्य से विश्व सोरायसिस दिवस पर जागरूकता अभियान चलाया गया। साथ ही कहा कि जाड़े के मौसम में सोरायसिस की बीमारी लोगों में ज्यादा फैल जाती है। इसे लोग नजरअंदाज न करें और सही समय में सही डॉक्टर से उचित सलाह जरूर लें।
बार-बार होने वाली बीमारी है सोरायसिस
सोरायसिस क्रॉनिक यानी बार-बार होनेवाला आॅटोइम्यून डिजीज है, जो शरीर के अनेक अंगों को प्रभावित करता है। यह मुख्य रूप से त्वचा पर दिखाई देता है, इसलिए इसे चर्म रोग ही समझा जाता है। यह किसी भी उम्र में हो सकता है। स्किन में कई तरह का इंफेक्शन हो जाता है। डॉ प्रभात कुमार ने कहा कि कोई भी परेशानी होने पर सीधा डॉक्टरों से परामर्श लें। जब तक डॉक्टर मना ना कर दें तब तक मरीज इलाज कराते रहें। बीमारी के बारे जागरूकता सबसे जरूरी है। लोग कई बार स्किन की बीमारी को नजरअंदाज कर देते है। बाद में जब वह घातक रूप ले लेता है, तब मरीज उसका इलाज नहीं कराते हैं।