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रांची में दुष्‍कर्म के बाद युवती का सिर काट लेने से भड़का आक्रोश, उग्र भीड़ ने इंस्पेक्टर को किया घायल

सोमवार शाम रांची के किशोरगंज में सड़क पर प्रदर्शन कर रहे उग्र लोगों ने उधर से गुजर रहे सीएम हेमंत सोरेन के कारकेड पर हमला कर दिया। इस हमले में एक ट्रैफिक इंस्पेक्टर गंभीर रूप से घायल हो गए हैैं।

By Alok ShahiEdited By: Published: Mon, 04 Jan 2021 09:04 PM (IST)Updated: Tue, 05 Jan 2021 07:52 AM (IST)
रांची में दुष्‍कर्म के बाद युवती का सिर काट लेने से भड़का आक्रोश, उग्र भीड़ ने इंस्पेक्टर को किया घायल
रांची में दुष्कर्म के बाद युवती की सिर काट कर हत्या से आक्रोश है।

रांची, जेएनएन। झारखंड की राजधानी रांची के हरमू रोड में दुष्कर्म और हत्या की घटना के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे कुछ लोगों ने सोमवार शाम जिस तरह उपद्रव मचाया, इसे कहीं से भी सही नहीं ठहराया जा सकता। सीएम के काफिले को रोकने की कोशिश करने वाले लोगों ने कानून हाथ में लेते हुए काफिले को काफिले के आगे चल रहे ट्रैफिक इंस्पेक्टर को गंभीर रूप से घायल कर दिया।

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जिन लोगों ने इस कृत्य को अंजाम दिया, वे न सिर्फ निंदा के पात्र हैैं, बल्कि ऐसे लोगों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए। लोकतंत्र में अपनी बात रखने, मांग करने, सरकार का ध्यान आकृष्ट करने और विरोध-प्रदर्शन करने का हक सबको है, लेकिन इसका मतलब ये नहीं कि इस अधिकार की आड़ में कोई अराजकता फैलाने और कानून हाथ में लेने का दुस्साहस करे।

सीएम के काफिले को एस्कॉर्ट कर रहे इंस्पेक्टर सड़क पर जमा लोगों को सड़क से हटने कह रहे थे, लेकिन उग्र लोग वहां से हटने के बजाय उन्हीं पर टूट पड़े। इस आशंका से भी इन्कार नहीं किया जा सकता कि सड़क पर जमा लोग सुनियोजित साजिश के तहत लाठी-डंडे लेकर वहां जमा हुए। जहां तक दुष्कर्म और हत्या के अपराध की बात है तो निश्चित रूप से इन घटनाओं को अंजाम देने वाले वहशी दरिंदों को गिरफ्तार कर कठोर सजा देनी चाहिए।

इनकी तत्काल गिरफ्तारी की मांग भी होनी चाहिए और पुलिस-प्रशासन की ओर से कार्रवाई में ढिलाई दिखे तो कार्रवाई के लिए दबाव भी बनाया जाना चाहिए, लेकिन इसकी आड़ में उपद्रव कर माहौल बिगाडऩे की कोशिश की जाए तो ऐसे लोग भी अपराधी ही कहे जाएंगे। अराजकता फैला कर कानून-व्यवस्था को बिगाडऩे वाले भी वैसे ही अपराधी हैैं, जैसे हत्या और दुष्कर्म करने वाले।

राजधानी के वीआइपी कहे जाने वाले हरमू रोड पर जो कुछ हुआ, इससे सबक लेते हुए पुलिस-प्रशासन को इस रूट में सुरक्षा व्यवस्था बढ़ाने से लेकर अपने सूचना तंत्र को भी मजबूत करने की जरूरत है, वहीं उत्पात में प्रत्यक्ष और परोक्ष रूप से शामिल हर व्यक्ति को चिन्हित कर सख्त कार्रवाई करने की जरूरत है, ताकि कोई और भविष्य में ऐसा दुस्साहस न करे।

भाजपा के प्रतिनिधिमंडल ने राज्यपाल को सौंपा ज्ञापन

राजधानी रांची में युवती के साथ हुए हैवानियत पर भाजपा ने आक्रामक रुख अख्तियार किया है। घटना की घोर निंदा करते हुए भाजपा के विभिन्न मोर्चा ने प्रदेश भर में विरोध दर्ज कराते हुए मुख्यमंत्री का पुतला दहन किया है। वहीं, महिला मोर्चा की अध्यक्ष आरती कुजूर के नेतृत्व में राज्यपाल से मुलाकात कर उन्हें इस संदर्भ में ज्ञापन सौंपा है। आरती कुजूर ने कहा कि रांची के ओरमांझी में लड़की के साथ जिस तरह से घटना घटी है, वह किसी भी सूरत में बर्दाश्त करने योग्य नहीं है।

रोंगटे खड़े कर देने वाली यह घटना निर्भयाकांड से भी अधिक पीड़ादायक है। हैवानियत की हद पार कर देने वाले अपराधियों ने जिस प्रकार से युवती के साथ दुष्कर्म कर उसका सिर काट कर ले गए, वह बताता है कि राज्य में कानून का डर समाप्त हो चुका है। उन्होंने कहा कि कि राज्य की हेमंत सरकार बेटियों को सुरक्षा देने में पूर्ण रूप से विफल रही है। प्रतिनिधिमंडल में गंगोत्री कुजूर, काजल प्रधान,अनिता वर्मा भी शामिल थीं। भाजपा युवा मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष किशलय तिवारी ने भी इस घटना की निंदा की है।


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