21 नवंबर को पहला अर्घ्य और विडंबना देखिए..19 को ही ट्रेन लौट आएगी, फिर लाभ किसे
रांची रांची-जयनगर और रांची-पटना को सिर्फ एक ट्रिप चलाने का विरोध आम लोगों द्वारा किया जा रहा है।
जागरण संवाददाता, रांची : रांची-जयनगर और रांची-पटना को सिर्फ एक ट्रिप चलाने का विरोध आम लोग भी करने लगे हैं। झारखंड मैथिली मंच के जयंत कुमार झा ने इस संबंध में रेलवे बोर्ड को पत्र लिख दिया है। पत्र में मांग की गई है कि इन ट्रेनों के कम से कम चार फेरे लगाए जाएं। ताकि, लोग छठ मनाने जयनगर और पटना त्योहार मनाने सपरिवार जाएं और उधर से वापस भी आ सकें। पत्र में मांग की गई है कि रांची से जयनगर जाने वाली ट्रेन को 16 नवंबर से 19 नवंबर तक प्रतिदिन चलाया जाए। इसी तरह, जयनगर से रांची आने वाली ट्रेन को 21 नवंबर से 24 नवंबर तक चलाया जाए। जयंत कुमार ने दोनों ट्रेनों के टाइम शिड्यूल पर सवाल उठाया। उन्होंने बताया कि छठ पर्व 20 नवंबर को मनाया जाएगा। 21 नवंबर को सुबह का अर्घ्य है। रेलवे ने रांची से जयनगर जाने वाली ट्रेन 18 नवंबर को चलाई है। इसी तरह, ये ट्रेन जयनगर से 19 नवंबर को वापस आएगी।
त्योहार 20 नवंबर को, वापसी की ट्रेन 19 को : जयंत कुमार ने वापसी की ट्रेन की तारीख पर सवाल उठाया। उन्होंने कहा है कि क्या श्रद्धालु यहां से 18 नवंबर को जा कर बिना व्रत किए ही 19 नवंबर को लौट आएंगे। उन्होंने कहा कि रेलवे को चाहिए था कि वापसी वाली ट्रेन 22 नवंबर को चलाई जाती तो बेहतर होता। 19 नवंबर को पटना व जयनगर से वापसी की ट्रेन का कोई मतलब नहीं है। इससे छठ मनाने बिहार जाने वालों को कोई फायदा नहीं होगा।
छठ पर पूर्वी बिहार जाने के लिए मिले ट्रेन : झारखंड मैथिली मंच द्वारा मंगलवार को रांची डीआरएम को पत्र लिखकर पूर्वी बिहार के लिए छठ पर्व पर ट्रेन चलाने की व्यवस्था करने की मांग की गई। झारखंड मैथिली मंच रांची के महासचिव जयंत कुमार झा समेत चार व्यक्तियों के प्रतिनिधिमंडल ने भी डीआरएम रांची नीरज अंबष्ट से हटिया मंडलीय कार्यालय में मुलाकात की। उनसे रांची जयनगर ट्रेन के छठ पर्व के अवसर पर रेलवे द्वारा अतार्किक परिचालन के निर्णय पर क्षोभ प्रकट किया। साथ ही उनसे यह आग्रह किया कि इस अवसर पर ट्रेन कम से कम चार दिन यथा 17,18,19,20 नवंबर को रांची से जयनगर जाएं तथा वापस जयनगर से 21,22,23,24 नवंबर को चल कर रांची आएं। प्रतिनिधिमंडल में चंद्र शेखर झा, संतोष मिश्र तथा नीरज ठाकुर शामिल थे।