Jharkhand Budget 2020: एपीएल परिवारों को भी आयुष्मान भारत योजना का मिलेगा लाभ
Ayushman Bharat. झारखंड बजट में सभी को सहज और मुफ्त इलाज की पहल की गई है। 08 लाख आय वाले परिवारों को कैंसर किडनी लीवर की बीमारी में मुफ्त इलाज होगा।
रांची, राज्य ब्यूरो। वित्तीय वर्ष 2020-21 के बजट में राज्य सरकार ने यह सुनिश्चित करने का प्रयास किया है कि राज्य के सभी लोगों का सहज और मुफ्त इलाज हो सके। इसके लिए न केवल आयुष्मान भारत योजना बल्कि मुख्यमंत्री गंभीर बीमारी चिकित्सा सहायता योजना का विस्तार किया गया है। हालांकि बजट में डेंगू, मलेरिया जैसे संक्रामक तथा डायबीटिज, हाई ब्लड प्रेशर जैसे गैर संचारी बीमारियों से निपटने के लिए किसी प्रयास का कोई जिक्र नहीं है, जबकि एक दिन पूर्व प्रस्तुत आर्थिक सर्वेक्षण रिपोर्ट-2019-20 में कहा गया था कि ये बीमारियां गंभीर खतरा के रूप में उभर रही हैं।
वित्तीय वर्ष 2020-21 के बजट में एपीएल परिवारों को भी (केंद्र व राज्य सरकार के कर्मियों को छोड़कर) पांच लाख रुपये तक स्वास्थ्य बीमा का प्रस्ताव किया गया है। इसके तहत एपीएल परिवारों के लिए एक लाख रुपये तक की राशि का वहन बीमा कंपनी द्वारा किया जाएगा। एक लाख से अधिक एवं पांच लाख रुपये तक की राशि में से 50 फीसद राशि लाभुक परिवारों द्वारा इलाज के बाद अस्पताल को चुकाना होगा। शेष 50 फीसद राशि राज्य सरकार अस्पतालों को वहन करेगी।
कहा जा रहा है कि इससे अब 92 फीसद आबादी इस योजना से कवर हो जाएगी। बजट प्रस्ताव के अनुसार, अब आठ लाख रुपये तक वार्षिक आय वाले परिवारों को भी कैंसर, किडनी एवं गंभीर लीवर रोग के इलाज में पांच लाख रुपये तक की आर्थिक सहायता दी जाएगी। पहले 72 हजार आय वाले परिवारों को ही यह लाभ मिलता था। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने इस योजना में ब्रेन हेमरेज को भी जोडऩे की घोषणा की है।
आदिवासी बहुल क्षेत्रों के स्वास्थ्य केंद्रों में डॉक्टरों की उपलब्धता सुनिश्चित हो, इसके लिए डॉक्टरों को इंशेंटिव दिए जाने का भी प्रस्ताव बजट में है। इसके तहत स्पेशलिस्ट डॉक्टरों को प्रतिमाह 40 हजार तथा अन्य को 25 हजार रुपये वेतन से अतिरिक्त मिलेंगे। नर्सों की कमी को दूर करने के लिए निजी नर्सिंग स्कूलों को बढ़ावा देने की भी बात कही है।
बजट में स्वास्थ्य के क्षेत्र में यह भी
- 14 अन्य जिलों में भी स्थापित किए जाएंगे डायलिसिस केंद्र
- 01-01 प्रखंड (पायलट प्रोजेक्ट के तहत आदिवासी बहुल जिलों में) के हाट बाजारों में चलंत क्लिनिक
- 100 मुहल्ला क्लिनिक शहरी स्लम क्षेत्रों में और व्यापक रूप से खुलेंगे।
- 09 अन्य जिलों में नर्सिंग स्कूल खोले जाएंगे। इनमें लोहरदगा, गढ़वा, गोड्डा, चतरा, कोडरमा, बोकारो, खूंटी एवं रामगढ़ शामिल हैं।
- 1,092 स्वास्थ्य उपकेंद्र हेल्थ एवं वेलनेस केंद्र के रूप में विकसित होंगे।
- 100 बेड का कैंसर अस्पताल 2020-21 में शुरू किया जाएगा, रिनपास में बन रहा है टाटा का कैंसर अस्पताल।