खुफिया रिपोर्ट पर अंजुमन इस्लामिया ने जताई आपत्ति, कहा-साजिश कर रहा स्पेशल ब्रांच
रिपार्ट में जिन व्यक्तियों को संरक्षक बताया गया है वे समाज के प्रतिष्ठित लोग हैं। एक साजिश के तहत उन्हें बदनाम करने की कोशिश की गई है। इस पूरे प्रकरण की गंभीरता से जांच कराई जाय।
रांची, राज्य ब्यूरो। लोहरदगा की एड-हॉक कमेटी अंजुमन इस्लामिया ने डीजीपी एमवी राव को पत्र लिखकर विशेष शाखा की उस रिपोर्ट पर आपत्ति जताई है, जिसमें लिखा गया है कि लोहरदगा में रोहिंग्या-बांग्लादेशी नागरिक को संरक्षण दिया जा रहा है। अंजुमन इस्लामिया के कंवेनर हाजी शकील अहमद ने डीजीपी को लिखे पत्र में बताया है कि आजादी के बाद से ही लोहरदगा जिला में बांग्लादेश, पाकिस्तान या रोहिंग्या मुसलमानों का कोई वजूद नहीं है। विशेष शाखा की रिपोर्ट में जिस स्थान का जिक्र है, वहां भी ऐसे नागरिक नहीं हैं। रिपार्ट में जिन व्यक्तियों को संरक्षक बताया गया है, वे समाज के प्रतिष्ठित लोग हैं। एक साजिश के तहत उन्हें बदनाम करने की कोशिश की गई है। इस पूरे प्रकरण की गंभीरता से जांच कराई जाय।
अंजुमन इस्लामिया जांच में सहयोग को तैयार
लोहरदगा अंजुमन इस्लामिया के कन्वेनर हाजी शकील अहमद ने एक बयान जारी कर बताया कि विशेष शाखा के डीएसपी ने जो रिपोर्ट तैयार की है, उसकी जिला प्रशासन उच्च स्तरीय जांच करवा लें। अंजुमन इस्लामिया जांच में सहयोग करने के लिए तैयार है। अगर कोई रोहिंग्या या बांग्लादेशी मुसलमान अवैध रूप से रह रहा है तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाय। अगर इस तत्थ में सच्चाई है तो निष्पक्ष जांच कराकर दोषी व्यक्ति पर कार्रवाई की जानी चाहिए। तबलीगी जमात के नाम पर भी भ्रम पैदा कर समाज को बदनाम किया जा रहा है, यह निंदनीय है। उन्होंने जिला प्रशासन से मांग की है कि जो लोग हिंदू या आदिवासी लोगों के नाम पर सिम कार्ड लेकर दिल्ली गए हैं इसकी निष्पक्ष जांच कराकर जो लोग भी इसमें दोषी पाए जाते हैं उनके खिलाफ कार्रवाई की जाय।