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Bengal Chunav 2021: 5 जनवरी को पुरुलिया में बंगाल चुनाव की रणनीति तैयार करेगी AJSU

Bengal Chunav 2021 आजसू पार्टी का कार्यकर्ता सम्मेलन पांच जनवरी को बंगाल के पुरुलिया में होगा। इसमें बंगाल विधानसभा चुनाव 2021 को लेकर रणनीति तैयार की जाएगी। पार्टी वहां झारखंड के सीमावर्ती विधानसभा क्षेत्रों में अपना प्रत्याशी दे सकती है।

By Alok ShahiEdited By: Published: Mon, 04 Jan 2021 10:14 AM (IST)Updated: Mon, 04 Jan 2021 08:16 PM (IST)
Bengal Chunav 2021: 5 जनवरी को पुरुलिया में बंगाल चुनाव की रणनीति तैयार करेगी AJSU
Bengal Chunav 2021: आजसू पार्टी अध्यक्ष सुदेश कुमार महतो।

रांची, राज्य ब्यूरो। Bengal Chunav 2021आजसू पार्टी का कार्यकर्ता सम्मेलन पांच जनवरी को बंगाल के पुरुलिया में होगा। इसमें बंगाल विधानसभा चुनाव 2021 को लेकर रणनीति तैयार की जाएगी। पार्टी वहां झारखंड के सीमावर्ती विधानसभा क्षेत्रों में अपना प्रत्याशी दे सकती है। पुरुलिया के हरिपदो साहित्य मंदिर में आयोजित होनेवाले कार्यकर्ता सम्मेलन में पार्टी अध्यक्ष सुदेश कुमार महतो मुख्य अतिथि होंगे। इसमें विधायक लंबोदर महतो, बंगाल प्रभारी पूर्व मंत्री उमाकांत रजक, पूर्व मंत्री रामचंद्र सहिस आदि भी शिरकत करेंगे। पार्टी प्रवक्ता देवशरण भगत के अनुसार, सम्मेलन में वृहत झारखंड क्षेत्र के लोगों की सामाजिक एवं आर्थिक समस्याओं पर भी चिंतन किया जाएगा।

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गांवों के विकास में रुकावट पैदा कर रही सरकार : नीलकंठ

विभागवार राज्य सरकार की नाकामियों को गिना रही प्रदेश भाजपा ने रविवार को ग्रामीण विकास और पंचायती राज विभाग की खामियों को उजागर किया। पूर्व मंत्री नीलकंठ सिंह मुंडा ने राज्य सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि सरकार गांवों के विकास में रुकावट पैदा कर रही है। राज्य सरकार की उपलब्धियां नगण्य हैं। उन्होंने कहा कि रघुवर दास के नेतृत्व वाली सरकार में ग्रामीण कार्य विकास विभाग और पंचायती राज विभाग में कई ऐतिहासिक कार्य हुए थे। अब उन विकास कार्यों में रुकावट पैदा करने की कोशिश की जा रही है।

मुंडा ने कहा कि पंचायती राज व्यवस्था के तहत पांच वर्षों में चुनाव कराना है, मुखिया का कार्यकाल दिसंबर में ही समाप्त हो चुका है लेकिन अब तक इस सरकार ने चुनाव कराने की दिशा में कोई पहल नहीं की है। दरअसल इनकी मंशा ही चुनाव कराने की नहीं है। मुंडा ने आगे कहा कि 15वें वित्त आयोग का पूरा पैसा केंद्र सरकार ने राज्य सरकार को कई माह पहले ही भेज दिया है, लेकिन पैसे खर्च नहीं हो रहे हेंै। 15वें वित्त आयोग की गाइडलाइन के तहत राज्य को 15 दिनों के अंदर जिलों को राशि ट्रांसफर करनी है। इसलिए आनन-फानन में जुलाई माह में जिलों को पैसे ट्रांसफर कर दिए गए, लेकिन मुखिया के माध्यम से पैसा को खर्च करने की स्वीकृति नहीं दी गई। इसके पीछे सरकार का व्यक्तिगत स्वार्थ छिपा हुआ है।

मुंडा ने कहा कि झामुमो, कांग्रेस और राजद के लोग केंद्र सरकार द्वारा भेजे गए पैसे को रोककर भाजपा सरकार को बदनाम करना चाहते हैं। रघुवर सरकार ने गांवों को शहर से जोडऩे की पहल की। प्रधानमंत्री सड़क योजना के तहत 48000 किमी सड़क बनी है। उसमें 23000 किमी सिर्फ पिछले रघुवर सरकार में बनी। इस सरकार में मात्र 350 किमी सड़क बन पाई है। इस मौके पर काजल प्रधान, अमित सिंह और अशोक बड़ाइक उपस्थित थे। 

गोद लिए गांवों की रिपोर्ट क्यों नहीं देती भाजपा : कांग्रेस

झारखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता आलोक कुमार दुबे, लाल किशोर नाथ शाहदेव एवं डा. राजेश गुप्ता छोटू ने भाजपा विधायक नीलकंठ सिंह मुंडा के बयान पर पलटवार करते हुए कहा है कि देश की नवरत्न कंपनियों एवं बहुराष्ट्रीय कंपनियों को एक-एक कर बेचने वाले नेताओं को विकास की बातें शोभा नहीं देती हैं। प्रवक्ताओं ने कहा कि 2015 में प्रधानमंत्री ने देश के सांसदों से एक गांव गोद लेकर उसे विकसित करने का टास्क दिया था। झारखंड के भाजपा नेता उन्हीं गांवों की रिपोर्ट क्यों नहीं देते हैं। क्या झारखंड का एक भी गांव विकसित हुआ। शहर के बीचोबीच जिस तरह से बड़ा तालाब के सुंदरीकरण और रात्रि बाजार का ढिंढ़़ोरा पीटा गया था वह भी फ्लॉप हुआ। हरमू नदी आज तक साफ नहीं हो पाई। 20 लाख करोड़ के आर्थिक पैकेज से झारखंड की जनता को सहायता पहुंचाने का काम भाजपाई  करें या फिर घोषणा करें कि यह भी एक जुमला ही था।


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