Admission in B.Ed: इस साल बीएड कॉलेजों में नामांकन क्वालिफाइंग मार्क्स पर, भरे जाएंगे विश्वविद्यालयों में खाली पड़े पद
Admission in B.Ed Colleges मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने उच्च तकनीकी शिक्षा और कौशल विकास विभाग की समीक्षा के दौरान यह जानकारी दी।
रांची, राज्य ब्यूरो। कोरोना के मद्देनजर इस साल राज्य के बीएड महाविद्यालयों में क्वालिफाइंग मार्क्स पर नामांकन होगा। इस बाबत उच्च, तकनीकी शिक्षा और कौशल विकास विभाग ने नीतिगत निर्णय किया है। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने शुक्रवार को विभाग की समीक्षा बैठक में इसकी जानकारी देते हुए कहा कि छात्रों को क्वालिटी एजुकेशन देना प्राथमिकता है। इस दौरान उन्होंने शिक्षकों तथा शिक्षकेतर कर्मियों के पदों पर रिक्तियां, नियमित नियुक्तियों के लिए व्यवस्था, संविदा आधारित शिक्षकों की समस्याएं, बीएड कॉलेजों में नामांकन से संबंधित प्रस्ताव और राजकीय शिक्षण प्रशिक्षण महाविद्यालयों को राज्यों के विश्वविद्यालयों के अंतर्गत संचालित किए जाने संबंधी नीतिगत विषयों की समीक्षा की।
इसके अलावा तकनीकी शिक्षा के तहत बीआइटी, सिंदरी को उच्च कोटि का तकनीकी संस्थान के रूप में विकसित करने, राजकीय पॉलिटेक्निक संस्थानों को मजबूत बनाने, नवनिर्मित व निर्माणाधीन अभियंत्रण महाविद्यालयों तथा पॉलिटेक्निक संस्थान को मल्टी डिसीप्लनरी संस्थान के रूप में विकसित करने के साथ रांची स्थित साइंस सिटी परियोजना के अलावा दुमका और देवघर में तारामंडल परियोजना के निर्माण और उपयोगिता पर भी विभागीय पदाधिकारियों से जानकारी ली।
उन्होंने कहा कि खाली पदों को भरना प्राथमिकता है। अधिकारियों ने बताया कि रांची विश्वविद्यालय, डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी विश्वविद्यालय, रांची, कोल्हान विश्वविद्यालय चाईबासा, जमशेदपुर महिला विश्वविद्यालय, जमशेदपुर, विनोबा भावे विश्वविद्यालय हजारीबाग, बिनोद बिहारी महतो कोयलांचल विश्वविद्यालय धनबाद, नीलांबर-पीतांबर विश्वविद्यालय पलामू और सिदो-कान्हू विश्वविद्यालय दुमका में कुल 3732 पद स्वीकृत हैं। इसमें 2030 पद रिक्त हैं, जबकि 4181 अतिरिक्त पद हैं। 2008 में विश्वविद्यालयों में शिक्षकों के पदों पर जेपीएससी के माध्यम से बहाली हुई थी।
मुख्यमंत्री ने दिए निर्देश
- घंटी आधारित शिक्षकों को मिले निश्चित मानदेय, लगभग एक हजार घंटी आधारित शिक्षकों को नहीं मिलता समय पर मानदेय।
- राजकीय शिक्षक प्रशिक्षण महाविद्यालयों को संबंधित विश्वविद्यालयों के अंतर्गत संचालित करने का प्रस्ताव
- राज्य में हैं चार राजकीय शिक्षक प्रशिक्षण महाविद्यालय, दो रांची में और एक-एक हजारीबाग और देवघर में
- इन महाविद्यालयों का संचालन उच्च, तकनीकी शिक्षा एवं कौशल विकास विभाग कर रहा है।
- बीआइटी सिंदरी को विकसित करने का प्रस्ताव