मैट्रिक, इंटर के रिजल्ट में गड़बड़ी पर सचिव गंभीर
रांची : स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग की सचिव आराधना पटनायक ने झारखंड एकेडमिक काउंसिल को रिजल्ट को लेकर सतर्क रहने को कहा है।
रांची : स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग की सचिव आराधना पटनायक ने झारखंड एकेडमिक काउंसिल (जैक) की परीक्षाओं के परिणाम में त्रुटि रहने को गंभीरता से लिया है। उनका मानना है कि परिणाम में त्रुटि होने तथा बाद में इसमें संशोधन करने से इसकी विश्वसनीयता पर सवाल उठता है। उन्होंने अगले वर्ष होनेवाली मैट्रिक एवं इंटरमीडिएट परीक्षाओं को लेकर जैक को पहले ही तैयार रहने तथा इस तरह की त्रुटि से बचने के लिए आवश्यक उपाय करने को कहा है। उन्होंने इस बाबत जैक के अध्यक्ष अरविंद कुमार सिंह को पत्र लिखकर कई सुधारात्मक निर्देश दिए हैं।
सचिव ने हर हाल में परीक्षाएं जैक अधिनियम तथा इसके तहत बनाए गए रेगुलेशन के प्रावधानों के तहत ही आयोजित किए जाने तथा इसी के आधार पर परिणाम जारी करने तथा मेधा सूची जारी करने को कहा है। उन्होंने परीक्षा से पहले केंद्र अधीक्षकों, परीक्षकों तथा परीक्षा तथा परिणाम से जुड़े तमाम कर्मियों के उचित प्रशिक्षण कराने का भी निर्देश दिया है।
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कैसी-कैसी हुई थीं त्रुटियां
- मैट्रिक की परीक्षा में एक या दो विषयों में थोड़े अंक से फेल होने पर परीक्षार्थी को ग्रेस अंक देकर पास करने का प्रावधान है। एक विषय में कम अंक आने पर पांच अंक तथा दो विषयों में कम अंक आने पर तीन-तीन अंक देने का प्रावधान है। परीक्षा में इसका अनुपालन नहीं किया गया। यह भी प्रावधान है कि कोई परीक्षार्थी यदि दो भाषा के विषयों में एक में पास और दूसरे में फेल है, लेकिन अतिरिक्त विषय (भाषा या वोकेशनल विषय) में पास है तो उसे फेल नहीं किया जाएगा। उसके अतिरिक्त विषय का अंक जुटेगा। इस प्रावधान का भी अनुपालन नहीं किया गया।
- जैक ने हाल ही में बीस टॉपरों की कॉपियों की स्क्रूटनी कराई। कॉपियों का सही मूल्यांकन नहीं कराने के कारण मैट्रिक और इंटर की स्क्रूटनी में टॉप टेन की सूची में शामिल 73 विद्यार्थियों में से तीस के अंक बदल गए। इंटर कॉमर्स की सेंकंड टॉपर रही छात्रा स्क्रूटनी के बाद टॉपर हो गई।
- जैक द्वारा जारी शिक्षक पात्रता परीक्षा के परिणाम में भी त्रुटि सामने आई। इसके कारण इसे दो बार संशोधित परिणाम जारी करना पड़ा।
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एसओपी का पालन कराएं उपायुक्त
इधर, सचिव ने मैट्रिक व इंटरमीडिएट की परीक्षा के रिजल्ट में सुधार को लेकर सभी उपायुक्तों को भी पत्र भेजा है। उन्होंने विभाग द्वारा जारी एसओपी के पूरी तरह अनुपालन कराने, कमजोर छात्रों की कोचिंग कराने आदि का निर्देश दिया है। उल्लेखनीय है कि एसओपी में स्कूलों में साप्ताहिक, मासिक टेस्ट आदि के निर्देश दिए गए हैं।
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