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स्टेशन पर कहीं भी गंदगी दिखी तो तत्काल होगी कार्रवाई

रांची रांची रेलवे स्टेशन के फूड स्टॉल और ट्रेन की कैंटीन में साफ-सफाई की लगातार मिल रही शिकायत के मद्देनजर कार्रवाई की गई।

By JagranEdited By: Published: Fri, 12 Apr 2019 06:02 AM (IST)Updated: Sat, 13 Apr 2019 06:15 AM (IST)
स्टेशन पर कहीं भी गंदगी दिखी तो तत्काल होगी कार्रवाई
स्टेशन पर कहीं भी गंदगी दिखी तो तत्काल होगी कार्रवाई

रांची : रांची रेलवे स्टेशन के फूड स्टॉल और ट्रेन की कैंटीन में साफ-सफाई की लगातार मिल रही शिकायत को रांची रेल मंडल ने गंभीरता से लिया है। गुरुवार शाम मंडल के सीनियर डीसीएम अवनीश कुमार के नेतृत्व में जांच टीम ने फूड स्टॉलों और रेलवे कैंटीन का औचक निरीक्षण किया। जांच टीम सबसे पहले बिरसा मुंडा फूड प्लाजा पहुंची। किचन में प्रवेश करते ही चारों ओर गंदगी दिखी। कहीं पानी फैला हुआ था तो कहीं बासी खाना सड़ कर गंध दे रहा था। यह देख सीनियर डीसीएम ने स्टेशन मैनेजर ध्रुव कुमार की जमकर क्लास लगाई। एडीआरएम नीरज कुमार ने स्टेशन मास्टर से कहा कि ध्रुव जी जरा स्टेशन पर भी टहला कीजिए। गंदगी कहीं भी दिखी तो सख्त कार्रवाई होगी। बिरसा मुंडा फूड प्लाजा के मैनेजर को भी सख्त लहजे में चेतावनी देकर अधिकारियों को रिपोर्ट बना कर भेजने को कहा। टीम पहुंची तो आनन-फानन होने लगी सफाई : इसके बाद जांच टीम रेलवे के शाकाहारी कैंटीन पहुंची। मैनेजर को शिकायत पुस्तिका दिखाने को कहा। शिकायत पुस्तिका अपडेट नहीं थी। मांसाहारी कैंटीन में जब टीम पहुंची उस समय आनन-फानन में साफ-सफाई की जा रही थी। कैंटीन के पर्दे बेहद गंदे थे। किचन में पर्याप्त लाइट नहीं थी। यह देख एडीआरएम नीरज कुमार फिर स्टेशन मैनेजर से मुखातिब हुए। सवालिये लहजे में पूछा आखिर स्टेशन पर हो क्या रहा है। मुझे एक-एक व्यवस्था की कल तक रिपोर्ट बना कर दीजिए। रेल यात्रियों के स्वास्थ्य से समझौता नहीं किया जा सकता है। मालूम हो कि भुवनेश्वर-दिल्ली राजधानी एक्सप्रेस में फूड पॉइजनिंग का मामला सामने आने के बाद से ही दैनिक जागरण लगातार इस मुद्दे को उठा रहा है। टीम का नेतृत्व एडीआरएम ऑपरेशन एमएम पंडित ने किया। टीम में सीनियर डीसीएम अवनीश कुमार और सीनियर सीपीआरओ नीरज कुमार सहित अन्य अधिकारी शामिल थे। विश्रामालय में जब अधिकारियों को झेलना पड़ा विरोध : स्टेशन स्थित यात्री विश्रामालय में जांच करने गई टीम को यात्रियों के विरोध का सामना करना पड़ा। जांच टीम विश्रामालय के मैनेजर से बात करके जा ही रहे थे कि तभी एक यात्री ने कहा सर जरा अंदर जा कर तो देखिए। अंदर जाएंगे तभी खामी दिखेगी। यात्री की शिकायत के बाद जांच टीम ने शौचालय देखा। शौचालय जाम था। पानी अंदर ही नहीं जा रहा था। यूरिनल पाइप कई दिनों से बंद रहने के कारण चारों ओर गंध फैल रहा था। इस बारी हेल्थ इंस्पेक्टर आशुतोष कुमार की थी। अधिकारियों के पूछने से पहले ही हेल्थ इंस्पेक्टर बोले सर कल तक शौचालय व्यवस्था ठीक हो जाएगा।

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घास पीला कैसे पड़ गया, पानी नहीं देते हो क्या : सौंदर्यीकरण के तहत स्टेशन के बाहर हरी घास लगायी गई है। घास कई स्थानों पर सूख चुकी थी। इस पर भी धु्रव कुमार कोई उत्तर नहीं दे सके। इतना ही बोल पाये कि सर पानी तो प्रत्येक दिन देते हैं। गर्मी के कारण घास सूख जाती है। इस पर सीनियर एसडीएम ने कहा कि स्टेशन के पूरे ग्रीन प्रोजेक्ट का लिस्ट दो। इसके लिए अलग से प्लानिंग की जाएगी। जरूरत पड़ी तो इस काम के लिए ठेका दिया जाएगा।


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