हत्या का आरोपी निकला प्रशिक्षु दारोगा, आर्म्ड पुलिस ट्रेनिंग सेंटर में ले रहा था प्रशिक्षण
जिन दो प्रशिक्षु दारोगा की नियुक्ति में अनियमितता की पुष्टि हुई है उनमें कृष्णा गुप्ता व रौशन कुमार शामिल हैं। कृष्णा पर हत्या और रौशन पर गलत प्रमाण पत्र पर नौकरी लेने का आरोप है।
रांची, राज्य ब्यूरो। झारखंड आर्म्ड पुलिस ट्रेनिंग सेंटर (जेएपीटीसी), पद्मा, हजारीबाग में प्रशिक्षण ले रहे दो दारोगा अब सेवा मुक्त होंगे। इनमें एक दारोगा पर जहां हत्या का आरोप है, तो दूसरे दारोगा पर गलत प्रमाण पत्र के आधार पर नौकरी लेने का। विभागीय जांच में पुष्टि के बाद पुलिस मुख्यालय ने झारखंड पुलिस एकेडमी (जेपीए), हजारीबाग के निदेशक को पत्राचार कर दोनों दारोगा की सेवा समाप्त करने की अनुशंसा की है। जिन दो प्रशिक्षु दारोगा की नियुक्ति में अनियमितता की पुष्टि हुई है, उनमें कृष्णा गुप्ता व रौशन कुमार शामिल हैं। कृष्णा पर हत्या और रौशन पर गलत प्रमाण पत्र पर नौकरी लेने का आरोप है।
पुलिस मुख्यालय ने अपनी अनुशंसा में लिखा है कि गृह कारा एवं आपदा प्रबंधन विभाग की 17 मार्च 2016 की अधिसूचना के अनुसार 'झारखंड राज्य पुलिस अवर निरीक्षक संवर्ग नियमावली 2016' का गठन किया गया था। इस नियमावली के अनुसार गलत जानकारी देकर नौकरी लेने वालों की नियुक्ति निरस्त कर दी जाएगी। दोनों ही दारोगा ने गलत जानकारी देकर नौकरी ली है। इन्होंने नियुक्ति नियमावली, विज्ञापन व सत्यापन प्रपत्र की शर्तो का उल्लंघन किया है।
प्रशिक्षु दारोगा और उनपर लगा आरोप
- कृष्णा गुप्ता : ये बिहार के भोजपुर जिले के सिकरहट्टा थाना क्षेत्र के धनवारी के रहने वाले हैं। इनके विरुद्ध सिकरहट्टा थाने में तीन अगस्त 2018 को कांड संख्या 53/18 में धारा 302 भादवि में प्राथमिकी दर्ज है। यह कांड अनुसंधान के अधीन है।
- रौशन कुमार नंदा : ये बिहार के रोहतास जिले के नौहट्टा थाना क्षेत्र के दारानगर बेलौजा के निवासी हैं। इनके विरुद्ध अनुसूचित जाति का गलत तरीके से प्रमाण पत्र प्राप्त करने के संबंध में प्रखंड विकास पदाधिकारी मांडर से जांच रिपोर्ट मिली है।
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