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एनीडेस्क लिक पर क्लिक करते ही साफ हो गया इन्फोटेक कंप्यूटर के मालिक का अकाउंट

राजधानी के मेनरोड मखीजा टावर स्थित इन्फोटेक कंप्यूटर के मालिक साइबर क्राइम के शिकार हो गए।

By JagranEdited By: Published: Mon, 22 Nov 2021 06:04 AM (IST)Updated: Mon, 22 Nov 2021 06:04 AM (IST)
एनीडेस्क लिक पर क्लिक करते ही साफ हो गया इन्फोटेक कंप्यूटर के मालिक का अकाउंट
एनीडेस्क लिक पर क्लिक करते ही साफ हो गया इन्फोटेक कंप्यूटर के मालिक का अकाउंट

जासं, रांची : राजधानी के मेनरोड मखीजा टावर स्थित इन्फोटेक कंप्यूटर के मालिक सर्फ ए आलम को साइबर ठगों ने अपना शिकार बनाया है। साइबर ठगों ने उन्हें एनी डेस्क का लिक भेजा। साइबर ठग से बात करते हुए सर्फे आलम कुछ समझ नहीं पाए और उन्होंने लिक पर क्लिक कर दिया। लिक पर क्लिक करते ही धड़ाधड़ उनके अकाउंट से पैसे निकलने लगे। साइबर ठगों ने कार्ड और आइसीआइसीआइ बैंक के उनके अकाउंट से काफी रकम पार कर दी।

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सर्फे आलम ने बताया कि उन्हें 60 हजार रुपये निकलने का मैसेज आया है। लेकिन उनके खाते में बहुत सारे रुपये थे। उन्हें शक है कि सारे रुपये साइबर ठग ने पार कर दिए। उनका एटीएम कार्ड भी काम नहीं कर रहा है। आइसीआइसीआइ बैंक के टोल फ्री नंबर पर फोन करने पर भी उन्हें अपने अकाउंट की जानकारी नहीं मिल रही है। क्योंकि, साइबर ठग ने उनके बैंक अकाउंट के डिटेल भी बदल दिए हैं। सर्फ ए आलम ने घटना की जानकारी लोअर बाजार थाना प्रभारी को दे दी है। लोअर बाजार थाने में रिपोर्ट दर्ज कर ली गई है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।

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पीपी कंपाउंड इलाके के रहनेवाले हैं पीड़ित : सर्फ ए आलम सुजाता चौक के नजदीक पीपी कंपाउंड इलाके के रहने वाले हैं। मेन रोड पर उनकी इन्फोटेक कंप्यूटर के नाम से दुकान है। उन्हें कंप्यूटर के बारे में काफी जानकारी है। फिर भी वह साइबर ठगों के धोखे में आ गए। सर्फ ए आलम ने पुलिस को बताया कि उनके पास बजाज फाइनेंस का क्रेडिट कार्ड भी है। क्रेडिट कार्ड की वैधता खत्म होने का मैसेज उनके मोबाइल पर आया। इस पर उन्होंने बजाज फाइनेंस के टोल फ्री नंबर पर कॉल किया और बताया कि इसके लिए जानकारी चाहिए। टोल फ्री नंबर पर उन्हें एक नंबर बताया गया कि वह इस पर कॉल कर अपने कार्ड को अपडेट करवा लें। इस नंबर पर कॉल करने पर उधर से जिसने भी फोन उठाया उसने उनका नाम, खाता नंबर, जन्म तिथि, पता आदि की पूरी जानकारी ली और एक लिक भेज कर उसे ओके करने को कहा। सर्फ ए आलम समझ नहीं पाए कि ये एनीडेस्क का लिक है। उन्होंने लिक को ओके कर दिया। ओके करते ही उनके क्रेडिट कार्ड से लगातार राशि कटने के मैसेज आने लगे। इस दौरान उन्हें कई ओटीपी भेजे गए। ओटीपी उन्होंने किसी को नहीं बताया। इसके बावजूद उनके पैसे कटते रहे।

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डेंटिस्ट को भी झांसा देकर ठगों ने उड़ा लिए थे 45000 : कांके रोड स्थित एक डेंटिस्ट को झांसा देकर साइबर ठगों ने दो माह पहले उनके खाते से 45000 रुपये उड़ा लिए थे। अपराधियों ने तीन बार में उनके अकाउंट से पैसे निकाले थे। डेंटिस्ट ने इस मामले में गोंदा थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई थी। लेकिन अभी तक न अपराधी पकड़े गए और ना ही उनका पैसा वापस मिला। डेंटिस्ट ने बताया कि उन्हें फोन करने वाले ने खुद को फौजी बताया था और बताया था कि जम्मू में पोस्टेड है। पिता को दांत लगवाना है। कितना खर्चा आएगा। डेंटिस्ट ने उन्हें 40 हजार रुपये का खर्च बताया। साइबर ठग ने कहा कि वह गूगल पे के जरिए भुगतान करेंगे। उनके दिए लिक पर जैसे ही क्लिक किया। चिकित्सक के खाते से रुपए कटने लगे। पीड़ित डेंटिस्ट का कहना है कि मामले में पुलिस ने कुछ भी नहीं किया। न तो उनका पैसा मिला और न ही साइबर अपराधी पकड़े गए।

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