ABVP कार्यकर्ता कोरोना की तीसरी लहर से बचाव के लिए ग्रामीणों को कर रहे जागरुक
Jharkhand News ABVP News शैक्षणिक सामाजिक व आर्थिक स्थिति का आकलन करने एबीवीपी युवाओं की टोली गांवों में घूम रही है। अभाविप के कार्यकर्ता ग्रामीणों की थर्मल स्क्रीनिंग करने के साथ-साथ ऑक्सीजन लेवल मापने का काम कर रहे हैं।
रांची, [संजय कुमार]। कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर से इस बार गांव भी अछूता नहीं रहा। बड़ी संख्या में गांवों के लोग प्रभावित हुए। देश के सभी राज्यों में लॉकडाउन के कारण गांव के लोगों की आर्थिक व सामाजिक स्थिति भी प्रभावित हुई। बच्चों की पढ़ाई भी बाधित हुई। इसे देखते हुए अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ता झारखंड, बिहार, उत्तर प्रदेश, मध्यप्रदेश सहित देश के कई राज्यों में मिशन आरोग्य योजना के तहत गांवों में पहुंच गए हैं। इस दौरान लोगों का टेंपरेचर व ऑक्सीजन लेवल की जांच करने के साथ-साथ उनकी आर्थिक व सामाजिक स्थिति का भी आकलन कर रहे हैं।
इसके साथ ही बच्चों की शैक्षणिक स्थित के बारे में भी डाटा तैयार कर रहे हैं। इन कामों के लिए पांच-पांच युवाओं की टोली बनाई गई है। अभी तक सैकड़ों टोली गांवों में घूम रही है। अभाविप की राष्ट्रीय महामंत्री निधि त्रिपाठी ने कहा कि सर्वे के बाद विभिन्न संगठनों के साथ मिलकर तय किया जाएगा कि और किस तरह से गांव के लोगों की हमलोग मदद कर सकते हैं।
झारखंड में 300 तो बिहार में 500 टोली कर रही काम
अभाविप के झारखंड व बिहार के क्षेत्र संगठन मंत्री निखिल रंजन ने दैनिक जागरण से बातचीत में कहा कि झारखंड में जहां 300 टोली बनाई गई है, वहीं बिहार में 500 टोली बनी हुई है। एक टोली में पांच कार्यकर्ता हैं। एक टोली के कार्यकर्ता एक गांव में घर-घर जाकर सर्वे कर रहे हैं। अधिक से अधिक गांवों तक पहुंचने का लक्ष्य रखा गया है। इसी तरह राजस्थान में 200 टोली, उत्तर प्रदेश में लगभग 500 की टोली बनाई गई है।
मध्य प्रदेश और राजस्थान में तो टोली ने अपना काम लगभग पूरा कर लिया है। सर्वे के दौरान जरूरतमंद लोगों को दवा देने के साथ-साथ कोरोना से बचने और वैक्सीन लेने के लिए जागरूक भी कर रहे हैं। जहां जरूरत है, वहां कोरोना किट का भी वितरण किया जा रहा है। कहा कि शहर के पिछड़े इलाकों में भी सर्वे टीम जा रही है।