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थोड़ी असावधानी पड़ रही भारी, दो गज दूरी बहुत है जरूरी

कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामले हर दिन नये रिकॉर्ड बना रहे है। थोड़ी सी सावधानी नहीं बरतने पर नुकसान उठाना पड़ सकता है।

By JagranEdited By: Published: Thu, 23 Jul 2020 01:56 AM (IST)Updated: Thu, 23 Jul 2020 01:56 AM (IST)
थोड़ी असावधानी पड़ रही भारी, दो गज दूरी बहुत है जरूरी
थोड़ी असावधानी पड़ रही भारी, दो गज दूरी बहुत है जरूरी

जागरण संवाददाता, रांची : कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामले हर दिन नये रिकॉर्ड बना रहे हैं। पिछले 24 घंटे में जिले में 228 नये मरीजों की पहचान हो चुकी है। इसके बावजूद लोग महामारी को लेकर लापरवाही बरत रहे हैं। कई जगह लोग शारीरिक दूरी का ख्याल नहीं रख रहे। कहीं बगैर मास्क के सड़क व बाजार में घूमते नजर आ रहे हैं। खान-पान वाली कई दुकानों पर भी निर्धारित नियमावली का अनुपालन नहीं कर रहे हैं। खाद्य पदार्थ खुले में रखकर बेचे जा रहे। कई जगह दुकानों व बाजारों में लोग एक साथ खड़े होकर खरीदारी कर रहे हैं। अगर असावधानियां यूं ही कायम रही तो परिणाम बेहद खराब हो सकते हैं। इसलिए दो गज दूरी बनाए रखना बहुत जरूरी है।

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इन बातों का रखें ख्याल

-शारीरिक दूरी का करें पालन

- हाथ को साबून से करें साफ

- बाहर निकलने में मास्क का प्रयोग करें

- भीड़ वाले इलाके में खड़े न हों

- सामग्री खरीद में सावधानी रखें

- बाजार के सामान को साफ करें

- जूते-चप्पल घर के बाहर रखें

- घर में साफ-सफाई का ख्याल रखें।

:::::::: हेल्दी डाइट व व्यायाम से रहें दुरुस्त जागरण संवाददाता, रांची : कोरोना के बढ़ते मामले के बीच स्वस्थ हुए लोगों में थकान की समस्या सुनने को मिल रही है। लंबे समय से कुछ लोग कमजोरी भी महसूस कर रहे हैं। ऐसे में कुछ मरीज स्वस्थ होने के बाद अपनी समस्या लेकर रिम्स भी पहुंच चुके है और चिकित्सक उन्हें नियमित आराम, हेल्दी डाइट और व्यायाम की सलाह दे रहें है। रिम्स के डॉ बी कुमार का कहना है कि जो लोग कोरोना संक्रमित हो चुके हैं और ठीक होकर घर वापस आ गए हैं, वे लंबे समय तक कमजोरी भी महसूस करते हैं। उनके शरीर में यह थकान करीब तीन से चार सप्ताह तक रह सकती है। दरअसल यह पोस्ट वायरल साइड इफेक्ट होता है। इस इफेक्ट को वायरल क्रॉनिक फटीग सिड्रोम भी कहा जाता है। यह सिड्रोम डेंगू, स्वाइन फ्लू और इन्फ्लूएंजा के मरीजों में देखा जाता है, लेकिन इससे ठीक होने में एक से दो सप्ताह का समय लगता है। वहीं कोरोना वायरस से ठीक हुए मरीजों को इस सिड्रोम के ठीक होने में एक महीना लग जाता है। मरीजों में यह थकान मानसिक व शारीरिक दोनों हो सकती है। हाई प्रोटीन युक्त भोजन का करें सेवन

डॉ बी कुमार ने बताया कि वायरल संक्रमण शरीर में मौजूद प्रोटीन को तोड़ता है, जिससे शरीर की कोशिकाओं को क्षति पहुंचती है। इससे कोशिकाएं कमजोर हो जाती हैं। यही कारण है कि शरीर थकान और कमजोरी महसूस करता है। इसके अलावा वायरस से शरीर की एंटीबॉडी भी लगातार लड़ती रहती है, जिससे शरीर की ऊर्जा नष्ट हो जाती है। शरीर में पानी की कमी भी होने लगती है, इसलिए डॉक्टर मरीजों को हाई प्रोटीन से युक्त आहार लेने और भरपूर मात्रा में पानी पीने की सलाह देते हैं ताकि वे जल्दी ही ठीक हो सकें। ठीक होने के बाद भी प्रोटीन युक्त सामान लेना है

इधर, सदर अस्पताल की डायटिशियन ममता कुमारी ने बताया कि कोरोना से ठीक होने के बाद मरीज को प्रोटीन युक्त चीजें लेते रहना चाहिए। इसके लिए चना, मूंग, मोठ के अंकुरित अनाज, पनीर, अंडे का सफेद हिस्सा, दूध, दही, सोयाबीन और कई सभी प्रकार की दालें ज्यादा खानी चाहिए। इसके अलावा अन्य पोषक तत्वों की पूर्ति के लिए फल और हरी सब्जियां खानी चाहिए। इनमें एंटी ऑक्सीडेंट पाया जाता है। इसके अलावा वसायुक्त भोजन जैसे मैदा, ब्रेड, आदि चीजों से परहेज करना चाहिए। -----

शरीर व मस्तिष्क के तनाव को कम करने के लिए योग जरूरी

कोरोना के दौरान लोगों में शारीरिक व मानसिक तनाव देखने को खूब मिल रहा है। ऐसे में शरीर व मस्तिष्क के तनाव को कम करने के लिए योग काफी जरूरी है। योग से अपने शरीर को लोग फिट रख सकते हैं। योग जानकार के अनुसार, दिमाग को एक बिदु पर केंद्रित करते हुए तनाव को कम करने के लिए ईगल पोज बहुत ही कारगर तरीका है। प्रतिदिन उठकर व्यायाम से बीमारियों से भी बचा जा सकता है।


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