गबन में 8 अफसर दोषी, अब इनसे वसूली जाएगी राशि
जांच के बाद संलिप्त आरोपियों पर कार्रवाई कर ग्रामीण विकास विभाग ने लोकायुक्त को अपनी रिपोर्ट सौंप दी है।
रांची, जागरण संवाददाता। गढ़वा जिले के गढ़वा, डंडा व डंडई प्रखंडों में स्वर्ण जयंती ग्राम स्वराज
योजना (एसजीएसवाई) के अधीन माइक्रोलिफ्ट समूह सिंचाई योजना में दो करोड़ से अधिक सरकारी राशि गबन का मामला सामने आया है। योजना कुल 2.47 करोड़ की थी जिसमें 1.13 करोड़ रुपये अनुदान की राशि थी। लोकायुक्त के आदेश पर हुई जांच में तीन सरकारी अफसर, पांच बैंक के अधिकारी और छह स्थानीय व्यक्तियों को दोषी पाया गया है। लोकायुक्त जस्टिस डीएन उपाध्याय के आदेश पर हुई जांच के
बाद संलिप्त आरोपियों पर कार्रवाई कर ग्रामीण विकास विभाग ने लोकायुक्त को अपनी रिपोर्ट सौंप दी है।
क्या है मामला
लोकायुक्त के आदेश पर सबसे पहले पलामू के प्रमंडलीय आयुक्त ने जांच में सरकारी राशि के गबन का मामला पकड़ा था। उनकी जांच रिपोर्ट पर ग्रामीण विकास विभाग झारखंड सरकार के अपर मुख्य सचिव ने 23 जून 2017 को गढ़वा के उपायुक्त को आदेश दिया था कि वे दोषियों को चिह्नित कर कार्रवाई करें। उपायुक्त ने 10 जुलाई 2017 को दो अधिकारियों की एक संयुक्त समिति गठित कर पूरे मामले की जांच करवाई थी। जांच समिति ने सभी 55 माइक्रो लिफ्ट समूह सिंचाई योजना का भौतिक सत्यापन, स्थल निरीक्षण व समूह के सदस्यों से संपर्क कर उनका बयान लिया था। जिसमें सभी 14 सरकारी पदाधिकारी/बैंक के पदाधिकारी व स्थानीय व्यक्ति चिह्नित किए गए थे।
इसी जांच रिपोर्ट पर गढ़वा के उपायुक्त ने तीन सरकारी अधिकारी व पांच बैंक के अधिकारियों पर विभागीय कार्रवाई चलाने तथा नीलाम पत्र दायर कर राशि वसूली की कार्रवाई की अनुशंसा की है। वहीं, छह गैर सरकारी व्यक्ति पर प्रखंड विकास पदाधिकारी डंडा व बीडीओ डंडई के माध्यम से वहां के स्थानीय थाने में 20 जुलाई को प्राथमिकी दर्ज कराई गई है। जांच समिति ने सभी छह गैर सरकारी व्यक्ति को माइक्रोलिफ्ट समूह सिंचाई योजना में गड़बड़ी का दोषी पाया है। इनपर समूह के लोगों को धोखे में रखकर निकासी फॉर्म पर हस्ताक्षर कराने का आरोप था।
जिनके विरुद्ध की गई है विभागीय कार्रवाई
-यमुना प्रसाद सिंह : तत्कालीन सहायक परियोजना पदाधिकारी, डीआरडीए, गढ़वा।
- गायत्री दुबे : महिला प्रसार पदाधिकारी, प्रखंड, गढ़वा।
- मंजू देवी : ग्राम सेविका सह महिला प्रसार पदाधिकारी प्रखंड, डंडई।
- पुलिन बिहारी मित्रा : तत्कालीन शाखा प्रबंधक, भारतीय स्टेट बैंक, कृषि विकास शाखा, गढ़वा।
- गोपाल राम : तत्कालीन क्षेत्र पदाधिकारी, भारतीय स्टेट बैंक, कृषि विकास शाखा, गढ़वा।
- राजू कुमार : तत्कालीन क्षेत्र पदाधिकारी, भारतीय स्टेट बैंक, कृषि विकास शाखा, गढ़वा।
- सुरेंद्र उपाध्याय : तत्कालीन क्षेत्र पदाधिकारी, भारतीय स्टेट बैंक, कृषि विकास शाखा, गढ़वा।
- रवींद्र कुमार : तत्कालीन क्षेत्र पदाधिकारी, भारतीय स्टेट बैंक, कृषि विकास शाखा गढ़वा।
जिनपर दर्ज है प्राथमिकी
- गोपाल चौधरी : पपरवा, भिखड़ी, डंडा।
- शिवलाल चौधरी : चैनपुर, पलामू।
- नानकुली चौधरी : डंडा, गढ़वा।
- रामसेवक चौधरी : भिखही, डंडा।
- गोपाल चौधरी : पपरवा, डंडा।
- शिवलाल चौधरी : चैनपुर, पलामू।
- राजेंद्र साह : पांकी रोड, डालटनगंज।
- दुलारू चौधरी : जरही, डंडई।
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