5 साल में भी नहीं शुरू हुई हॉस्पिटल सेवा, एचईसी ने लगाया 8 करोड़ का जुर्माना Ranchi News
Ranchi. साढ़े पांच वर्ष बीत जाने के बावजूद एचईसी प्लांट हॉस्पिटल के भवन में पारस अस्पताल की ओर अब तक 50 बेड के सुपर स्पेशिलिटी हॉस्पिटल की सेवा शुरू नहीं हो सकी है।
रांची, जासं। साढ़े पांच वर्ष बीत जाने के बावजूद एचईसी प्लांट हॉस्पिटल के भवन में पारस अस्पताल की ओर अब तक 50 बेड के सुपर स्पेशिलिटी हॉस्पिटल की सेवा शुरू नहीं हो सकी है। इस मामले में एचईसी प्रबंधन ने आठ करोड़ रुपये का हर्जाना पारस पर लगाया है। यह हर्जाना प्रतिदिन पांच लाख रुपये के रूप में बढ़ता भी जा रहा है।
जनवरी माह में पारस को अपनी सेवा शुरू कर देनी थी, लेकिन सिर्फ गिनी-चुनी ओपीडी की सेवा ही शुरू हो सकी। शर्त और इकरारनामे के अनुसार प्रारंभिक चरण में 50 बेड के साथ सुपरस्पेशियलिटी अस्पताल की सभी सेवाएं मरीजों को मिलनी चाहिए थीं। अभी हालत यह है कि एचईसी के कर्मियों का इलाज न तो ठीक ढंग से एचईसी के वेलनेस सेंटर में हो पाता है और न ही पारस अस्पताल में।
पारस अस्पताल में एचईसी कर्मियों को मिलनी थी सेवा
एचईसी प्रबंधन का उद्देश्य था कि पारस अस्पताल में अपने कर्मियों को रेफर कर बेहतर चिकित्सकीय सुविधा उपलब्ध कराएं, लेकिन, कई माह पूरे होने के बाद भी एचईसी के किसी कर्मी को इसका लाभ नहीं मिला सका। वहीं, एचईसी का वेलनेस सेंटर जो स्कूल के भवन में चल रहा है, वहां से भी सुविधा के अभाव में कई मरीजों को दूसरे संस्थान में रेफर करना पड़ता है। एचईसी प्लांट अस्पताल को दूसरे भवन में शिफ्ट करने से कई चिकित्सकों ने भी अस्पताल को अलविदा कह दिया।
ओटी के अभाव में नहीं हो रहा प्रसव, बंद है सर्जरी
प्रत्येक माह वेलनेस सेंटर में 25 की संख्या में प्रसव के मामले आते हैं। लेकिन ओटी की सुविधा नहीं होने से उन्हें दूसरे संस्थान में रेफर कर दिया जाता है। यहां तक की किसी भी तरह की सर्जरी नहीं हो पाती है।
वेलनेस सेंटर में स्पेशलिस्ट फिजिशियन व अन्य चिकित्सक नहीं
एचईसी के वेलनेस सेंटर में स्पेशलिस्ट चिकित्सकों के नहीं रहने से मरीजों की समस्या बढ़ गई है। फिजिशियन के तौर डॉ. केके कदम थे, जिन्हें एचईसी द्वारा सेवा विस्तार नहीं मिला। यही, नहीं पहले से ही सर्जन और एनेस्थेसिया विशेषज्ञ अस्पताल से अलविदा कह चुके हैं। ईएनटी और पैथोलॉजी विभाग के चिकित्सक सेवानिवृत्त हो चुके हैं, जिन्हें विस्तार दिया गया है।
डॉ. केके कदम फिजिशियन के अतिरिक्त एडमिनिस्ट्रेटर के तौर पर अस्पताल का कार्यभार संभाल हुए थे, जिनके चले जाने से वेलनेस सेंटर की व्यवस्था प्रभावित हुई है। सर्जरी, रेडियोलॉजी, एनेस्थेसिया के चिकित्सक अस्पताल में नहीं हैं। आंख और हड्डी के चिकित्सक कांट्रेक्ट पर हैं और ईएनटी तथा पैथोलॉजी के चिकित्सकों का सेवा विस्तार किया गया है।
पारस ने एचईसी से हर्जाना माफ करने की मांग की
पारस अस्पताल ग्रुप ने अपने ऊपर लगे हर्जाने की रकम को माफ करने के लिए एचईसी प्रबंधन से मांग की है। पारस का कहना है कि जल्द ही सेवा शुरू कर देंगे।
एचईसी प्रबंधन का पूरा प्रयास है कि उनके कर्मियों को स्वास्थ्य संबंधित परेशानी न हो। इसके लिए चिकित्सकों को बहाल किया जाएगा। वहीं, पारस पर एग्रीमेंट की सेवा शर्तें पूरा नहीं करने पर जनवरी माह से प्रतिदिन पांच लाख रुपये का हर्जाना लगाया जा रहा है। -एमके सक्सेना, सीएमडी, एचईसी।
एचईसी के लिए उनके कर्मी सबसे बड़ी पूंजी हैं। उनके स्वास्थ्य के लिए अस्पतालों की व्यवस्था बेहतर होनी चाहिए। पारस की सेवा जल्द शुरू होनी चाहिए और वेलनेस सेंटर में चिकित्सकों की बहाली होनी चाहिए। -राणा संग्राम सिंह, हटिया प्रोजेक्ट वर्कर्स यूनियन, एचईसी।
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