एसबीआइ की 60 फीसद एटीएम में अब भी कैश नहीं
रांची : राजधानी की एटीएम में नो कैश का बोर्ड अभी भी लगातार देखने को मिल रहा है। दो हजार के नोटों के कारण अधिक परेशानी है। शहर में एसबीआइ की 60 प्रतिशत एटीएम में अभी भी कैश नहीं है।
रांची : राजधानी की एटीएम में नो कैश का बोर्ड अभी भी लगातार देखने को मिल रहा है। दो हजार के नोट अधिक परेशान कर रहे हैं। ये नोट बाजार से वापस नहीं आ रहे हैं। समस्या सबसे अधिक एसबीआइ के साथ है। एसबीआइ की 60 प्रतिशत एटीएम में अभी भी कैश नहीं है। कुछ एटीएम तो अभी भी खराब हैं, तो दूसरी ओर 200 के नोट के लिए कई एटीएम अभी तक कैलिब्रेट भी नहीं हुई हैं। राजधानी में एसबीआइ की 92 एटीएम मौजूद हैं। इनमें से अधिकतर एटीएम में गुरुवार को भी कैश मौजूद नहीं था। अन्य एटीएम की स्थिति में थोड़ा सुधार भी देखने को मिला। निजी बैंकों की एटीएम में कैश की किल्लत नहीं दिखी। अन्य बैंकों की एटीएम में भी कैश सप्लाई सामान्य रही। दरअसल, दो दिनों में हुए हंगामे के कारण बैंक अब थोडे़ सर्तक नजर आए। आरबीआइ की ओर से भी दो दिनों में विभिन्न बैंकों के करेंसी चेस्ट को 22 करोड़ से भी अधिक राशी रांची में दी गई है। बैंक बाजार में पडे़ पैसों को भी वापस लाने की कोशिश में जुटे हैं।
कैश का प्रयोग हो रहा ज्यादा
एटीएम में लगा नो कैश के बोर्ड का मुख्य कारण दो हजार के नोट हैं। एसएलबीसी के आंकड़ों की मानें तो नोटबंदी के बाद दो हजार के जितने नोट आए, उनमें से 60 प्रतिशत नोट रांची के बाजार से वापस नहीं हुए हैं। दरअसल, बाजार में कैश का प्रयोग ज्यादा हो रहा है। व्यवसायी बड़ी संख्या में कैश रख रहे हैं। इसका प्रयोग माल खरीदने और बेचने में किया जा रहा है। दूसरी ओर से दो हजार के नोट रिजर्व बैंक से भी न के बराबर आ रहे हैं। झारखंड में नोटबंदी से पहले राज्य में 2.97 लाख करोड़ रुपये के नोट बाजार में थे। अब 3.47 लाख करोड़ रुपए के हैं। फिर भी कैश की कमी है। इसकी सबसे बड़ी वजह नोटों का रोटेशन न होना है।
छोटे नोटों का नहीं हुआ कैलिब्रेशन
छोटो नोटों के लिए कई एटीएम अभी भी तैयार नहीं हैं। दो सौ के नोट के लिए कई एटीएम अभी तैयार नहीं हुए हैं। जब तक एटीएम को इसके लिए तैयार नहीं किया जाएगा, वहां कैश नहीं डाला जा सकेगा। एटीएम में दो से चार ट्रे होते हैं। अगर दो हजार के नोट डाले जाते तो ज्यादा कैश मिलता, लेकिन 100 और 500 के नोट ही डाले जा रहे हैं। इससे कम कैश एटीएम में रहता है। राजधानी में सिर्फ 40 प्रतिशत एटीएम ही 200 के नोट के लिए कैलिब्रेट हुई हैं।
स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के उप महाप्रबंधक दयाशकर ने बताया कि दो हजार के नोट बैंकों में नहीं लौटने की वजह से एटीएम में इसके स्लॉट खाली रह रहे हैं। दो हजार के नोटों की संख्या बढ़ने के बाद यह समस्या समाप्त हो जाएगी।
यहां यहां नहीं दिखा कैश
एसबीआइ एटीएम मोरहाबादी, एसबीआइ बैंक कॉलोनी मोड़ कोकर, एसबीआइ अपर बाजार, एसबीआइ मेन रोड इंडिया होटल के नीचे, एसबीआइ कांटाटोली, एसबीआइ रांची रेलवे स्टेशन, बैंक ऑफ इंडिया बरियातू, एसबीआइ बूटी मोड़, एसबीआइ रातू रोड, एसबीआई हरमू रोड।
ब्रांच में भी मुश्किल से मिल रहा कैश
कैश की समस्या सिर्फ एटीएम तक नहीं है। बैंक ब्रांच में भी कई स्थानों पर कैश की समस्या देखी जा रही है। हालांकि, यह समस्या सीमित ब्रांचों में ही है। ब्रांच में भी दो हजार के नोट मौजूद नहीं रह रहे हैं। ऐसे में बैंकों को ग्राहकों को 100 रुपये, 200 रुपये और 500 रुपये की गड्डी देनी पड़ रही है। लगातार ग्राहकों के साथ बैंक अधिकारियों की इस मुद्दे को लेकर बकझक होता है। ग्राहक दो हजार के नोटों की गड्डी की मांग करते हैं, लेकिन नोट नहीं मिलने के कारण बैंक कर्मचारी नहीं दे पाते हैं। एसबीआइ के साथ-साथ निजी बैंकों में भी यह समस्या सबसे अधिक है।
आरबीआइ रांची का दावा, एक सप्ताह में समाप्त होगी कैश की समस्या
भारतीय रिजर्व बैंक ने झारखंड में बैंकों को कैश की कमी को दूर करने और एटीएम में प्रर्याप्त मात्रा में कैश उपलब्ध कराने का निर्देश दिया है। गुरुवार को आरबीआइ के साथ झारखंड के सभी बैंकों के वरीय अधिकारियों की बैठक हुई। बैंकों और एटीएम में कैश की किल्लत पर चर्चा हुई। कहा गया कि एटीएम में प्रर्याप्त मात्रा में कैश डालें, ताकि आम ग्राहकों को परेशानी नही हो। आरबीआइ के अधिकारियो के अनुसार बैंकों को डिमाड के अनुसार कैश की सप्लाई की जा रही है। एक सप्ताह में स्थिति सामान्य हो जाएगी। राजधानी राची समेत राज्यभर में बैंकों को कैश दिया जा रहा है। राज्य में पांच हजार से अधिक एटीएम हैं। इनमें 89 प्रतिशत एटीएम काम कर रही हैं। कही-कहीं पर कैश की कमी, एटीएम मशीन खराब होने और लिंक फेल होने की समस्या आ रही है। इसे एक सप्ताह के अदंर समस्याओं को दूर कर दिया जाएगा।
बैंक अधिकारियों की मानें, तो डिमाड के अनुसार कैश उपलब्ध नहीं हो पा रहा है। खासतौर पर दो हजार रुपये के नोटों की सप्लाई कम है। ग्राहक भी दो हजार रुपये के नोट जमा नहीं कर रहे हैं। बैंक अधिकारियों के अनुसार दो हजार और 500 के नोटों की प्रर्याप्त मात्रा में सप्लाई हो तो स्थिति सामान्य हो जायेगी।
'एटीएम में नोट नहीं होने होने को लेकर बैंकों के अधिकारियों के साथ बैठक हुई। कहा गया कि सभी बैंक एटीएम पर फोकस करें। बैंकों को प्रर्याप्त मात्रा में कैश उपलब्ध कराया जा रहा है। आने वाले एक सप्ताह के अंदर नोटों की समस्या पूरी तरह समाप्त हो जाएगी।'
राजेश तिवारी, एजीएम, आरबीआइ रांची