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Ranchi Jharkhand News 3 साल अलग रहने बाद अब साथ-साथ रहने की कसम लेकर एक बार फिर विवेक कुमार सिंह और रीता कुमारी ने एक-दूसरे काे अपना लिया। आपसी विवाद के बाद 2018 में ही दोनों अलग हो गए थे। इसके बाद अदालत में तलाक की याचिका दाखिल कर दी।
रांची, जासं। Ranchi News, Jharkhand News मध्यस्थता के जरिए अलग रह रहे पति-पत्नी के विवाद को सुलझा लिया गया है। सोमवार को मध्यस्थ एलके गिरि के प्रयास से सतीश कुमार और प्रीति देवी एक साथ रहने को फिर से तैयार हो गए। दरअसल, रांची के मधुकम के रहने वाले सतीश कुमार की शादी प्रीति देवी से हुई थी। लेकिन इनके बीच हुए विवाद के बाद दोनों अलग-अलग रहने लगे। कुछ दिनों बाद दोनों ने तलाक के लिए कुटुंब न्यायालय में याचिका दाखिल कर दी।
अदालत ने इस मामले को सुलझाने के लिए मध्यस्थता केंद्र भेज दिया। इसकी मध्यस्थता एलके गिरि को सौंपी गई। एलके गिरि ने कहा कि उन्होंने कई बार वर्चुअल मोड में ही पति-पत्नी की काउंसिलिंग की। इसके बाद सोमवार को दोनों को मध्यस्थता केंद्र बुलाया गया था। काउंसिलिंग के बाद दोनों हंसी खुशी साथ रहने को तैयार हो गए। इस मामले में दोनों पक्षों के अधिवक्ता रमानंद चौधरी और अमर कुमार का भी सहयोग रहा।
विवेक कुमार सिंह का रीता कुमारी के साथ वर्ष 2017 में विवाद हुआ था। आपसी विवाद में अक्टूबर 2018 में ही दोनों अलग हो गए। इसके बाद इनकी ओर से अदालत में याचिका दाखिल की गई। इस मामले को मध्यस्थता केंद्र भेजा गया। ममता श्रीवास्तव के प्रयास से पति-पत्नी एक बार फिर से साथ रहने के लिए राजी हो गए। इसी तरह भरण-पोषण मांग वाले मामले को भी रांची मध्यस्थता केंद्र भेजा गया था।
इस मामले में एकता सिंह ने अपने पति अजय कुमार सिंह पर अपने दो वर्षीय पुत्र आरव के भरण-पोषण के लिए कोर्ट में याचिका दाखिल की गई थी। दोनों अलग-अलग रहना चाह रहे थे, लेकिन मध्यस्थता के जरिए काउंसिलिंग के बाद दोनों पुराने विवाद को भुलाकर साथ रहने को तैयार हो गए।
पांच दिवसीय विशेष मध्यस्थता अभियान की शुरुआत, पहले दिन 55 मामले सुलझे
जिला विधिक सेवा प्राधिकार की ओर से विशेष मध्यस्थता अभियान के पहले दिन 55 मामलों को सुलझा लिया गया है। पांच दिवसीय मध्यस्थता अभियान के जरिए 129 मामलों को सुलझाने का लक्ष्य रखा गया है। इन मामलों में दोनों पक्षों के बीच अंतिम स्तर की बातचीत जारी है।
विशेष मध्यस्थता अभियान की शुरुआत कुटुंब न्यायालय के प्रधान न्यायाधीश पीयूष कुमार, अपर न्यायायुक्त अनिल कुमार मिश्र ने की। इस दौरान न्यायाधीश पीयूष कुमार ने कहा कि मध्यस्थता अभियान के माध्यम से अधिक से अधिक वादों को निबटारा किया जाएगा।