India China News: स्वदेशी के प्रचार में सक्रिय रूप से लगेंगे स्वदेशी जागरण मंच के 20 हजार कार्यकर्ता
आरएसएस के अनुषांगिक संगठन स्वदेशी जागरण मंच के राष्ट्रीय संगठन मंत्री ने चीन के सामानों का किसी भी स्थिति में उपयोग नहीं करने का आह्वान किया है।
रांची, [संजय कुमार]। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के अनुषांगिक संगठन स्वदेशी जागरण मंच ने चीन के सामानों का किसी भी स्थिति में उपयोग नहीं करने का आह्वान किया है। मंच का कहना है कि मजबूरी में भी चीन के सामानों का उपयोग नहीं करें। अगर विदेशी सामान का प्रयोग जरूरी है, तो किसी मित्र देश के सामान का उपयोग करें। स्वदेशी जागरण मंच के राष्ट्रीय संगठन मंत्री कश्मीरी लाल ने गुरुवार को बातचीत में कहा कि 20 हजार कार्यकर्ता सक्रिय रूप से स्वदेशी वस्तुओं के प्रचार में लगेंगे। वहीं, चार लाख लोग अपना कुछ समय इसके प्रचार के लिए देंगे। इसके लिए इन लोगों ने ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कराया है।
कश्मीरी लाल ने कहा कि चीन की सीमा पर जिस तरह से हमारे 20 जवानों ने शहादत दी है, उससे पूरे देश में गुस्सा है। इसका उपयोग कर चीनी वस्तुओं के बहिष्कार में तेजी लाई जाएगी। कहा, हर साल 51 बिलियन डॉलर भारतीय की जेब से निकलकर चीन चला जा रहा है। वह इस पैसे का उपयोग हथियार बनाने में करता है और इन हथियारों का प्रयोग वह भारत के खिलाफ करेगा। उन्होंने बताया कि इस स्वदेशी अभियान का श्रीश्रीरविशंकर, माता अमृतानंदमयी, गायत्री परिवार सहित कई संत महात्माओं ने समर्थन किया है।
आरएसएस कार्यालयों में स्वदेशी सामानों का ही उपयोग होता है
कश्मीरी लाल ने कहा कि पूरे देश में चीन के सामानों का लोगों ने बहिष्कार शुरू कर दिया है। जगह-जगह लोग चीन के सामानों को जला रहे हैं। व्यापारी भी चीन से माल मंगवाने से इन्कार कर रहे हैं। स्वदेशी जागरण मंच से जुड़े कार्यकर्ता घर-घर जाकर स्वदेशी सामानों के उपयोग के प्रति लोगों को प्रेरित कर रहे हैं। उन्हें स्वदेशी सामानों की सूची दे रहे हैं। देश के अधिसंख्य जिलों में कार्यकर्ता सक्रिय रूप से काम कर रहे हैं। कहा, पूरे देश में आरएसएस कार्यालयों में स्वदेशी सामानों की उपयोग होता है।
एकल अभियान ने चीनी सामानों के बहिष्कार का किया आह्वान
एकल अभियान के संस्थापक व आरएसएस के वरिष्ठ प्रचारक श्यामजी गुप्त ने अपने कार्यकर्ताओं, अधिकारियों व शुभचिंतकों से चीनी सामानों के बहिष्कार का आह्वान किया है। उन्होंने कहा, अभी स्थिति यह है कि हर एक घर में चीन की उपस्थिति दर्ज है। उसे कम करना ही होगा। भले स्वदेशी सामान खरीदने में ज्यादा रुपये लगे, परंतु जब आप खरीदने लगेंगे तो उत्पाद की लागत भी कम आएगी। उल्लेखनीय है कि चीन के खिलाफ बोलने के कारण कुछ दिन पहले श्यामजी गुप्त का वाट्सएप नंबर को ब्लॉक कर दिया गया था।